नई दिल्ली: स्वामी विवेकानंद की जयंती (12 जनवरी ) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय युवा संसद समारोह को संबोधित किया. स्वामी विवेकानंद की जयंती को हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है.
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव के समापन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल मौजूद रहे.
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव में विजेताओं को बधाई
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव में 7 लाख युवाओं ने 24 विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में भाग लिया था. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने इस मौके पर स्पर्धा के विजेताओं को बधाई दी. इसके साथ पीएम मोदी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपके भाषण को मैं आज अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करूंगा , ताकि देश को पता चले की हमारा भावी भारत कैसे आकार ले रहा है. ये मेरे लिए गर्व की बात होगी.
‘भारत की आजादी की लड़ाई को नई प्रेरणा’
वहीं स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि शायद ही भारत का ऐसा कोई व्यक्ति हो जो स्वामी जी से प्रेरित न हो. स्वामी जी ने भारत की आजादी की लड़ाई को नई प्रेरणा दी थी. उस समय क्रांति और शांति के मार्ग से जो आजादी की लड़ाई चल रही थी वो कहीं न कहीं स्वामी जी से प्रेरित थे. उस समय अध्ययन करवाया गया था की स्वामी जी के बातो में ऐसा क्या है जो लोगों को प्रेरणा देता है. आज भी हमारे विचार स्वामी जी की बातो से प्रेरित होते हैं.
स्वामी विवेकानंद ने व्यक्तियों के संस्थाओंं के निर्माण का प्रेरणा दिया है ,उन्होंने ऐसी संस्थाओं को आगे बढ़ाया जो आज भी व्यक्ति के निर्माण का महत्वपूर्ण काम कर रहे है. इंडिविजुअल से इंस्टीट्यूशन और फिर इंस्टीट्यूशन से इंडिविजुअल्स, ये चक्र आज भारत के निर्माण के लिए बहुत महत्वपूर्ण चक्र है.
स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन।
This Vivekananda Jayanti, there’s a creative effort on the NaMo App that lets you share his thoughts and a personalised message.
Let us spread Swami Vivekananda’s dynamic thoughts and ideals far and wide! https://t.co/lMjQwqH0M2 pic.twitter.com/Nh4ZVtn3k7— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2021
आज जो देश में नई एजुकेशनल पॉलिसी लागू की है उसका फोकस बेहतर इंडिविजुअल्स के निर्माण पर है. चाहे जो स्ट्रीम या कॉम्बिनेशन चुनिए ,एक कोर्स को ब्रेक करके दूसरा चुन सकते हैं. आज देश में एक ऐसा इकोसिस्टम बनाया जा रहा है जिसकी तलाश में अक्सर युवा विदेशों का रुख किया करते थे. अब देश में ही ऐसी बेहतर व्यवस्था मिले इसके लिए हम प्रतिबद्ध भी हैं और तैयारी भी कर रहे हैं.
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शारीरिक और मानसिक ताकत की भूमिका
स्वामी जी हमेशा शारीरिक और मानसिक ताकत पर बल देते थे. ये उनकी प्रेरणा है और आज उसी पर फोकस किया जा रहा है. आज कल कुछ टर्म्स जैसे पर्सनैलिटी डेवलपमेंट या टीम मैनेजमेंट, इनकी बारीकियों को आप स्वामी जी के अध्ययन से समझ पाएंगे. लीडरशिप पर वो कहते थे कि खुद से पहले टीम पर भरोसा करो.
स्वामी जी ने कहा था की निडर युवा ही वो नीव है जिनपर राष्ट्र का निर्माण हो सकता है. भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने का काम देश को आत्मनिर्भर बनाने का काम आप युवा ही कर सकते हैं. जब लक्ष्य स्पष्ट हो इच्छाशक्ति हो तो उम्र कभी बढ़ा नहीं बनती है. आजादी की लड़ाई की बागडोर युवाओ ने ही संभाली थी. उस पीढ़ी ने ठान लिया था कि देश की आजादी के लिए जीना है और मरना है.
हम सब ने आजादी में जन्म लिया है , हमें देश की स्वतंत्रता के लिए ममरने का मौका नहीं मिला लेकिन हमें आजाद भारत को आगे बढ़ाने के लिए जीने का मौका मिला है और उस मौके को गंवाना नहीं है.
राजनीतिक वंशवाद करप्शन की बड़ी वजह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी भी ऐसे लोग हैं, जिनका विचार, जिनका आचार, जिनका लक्ष्य, सबकुछ अपने परिवार की राजनीति और राजनीति में अपने परिवार को बचाने का है. ये राजनीतिक वंशवाद लोकतंत्र में तानाशाही के साथ ही अक्षमता को भी बढ़ावा देता है. राजनीतिक वंशवाद, नेशन फर्स्ट के बजाय सिर्फ मैं और मेरा परिवार, इसी भावना को मजबूत करता है. ये राजनीतिक और सामाजिक करप्शन का एक बहुत बड़ा कारण है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज राजनीति में ईमानदार लोगों को भी मौका मिल रहा है. ईमानदारी और अच्छा प्रदर्शन आज की राजनीति की अनिवार्य शर्त होती जा रही है. हालांकि कुछ बदलाव बाकी हैं. ये बदलाव भी देश के युवा ही करेंगे. देश में राजनीतिक वंशवाद को जड़ से उखाड़ फेंकना है.