भारत विश्वभर में अपने खूबसूरत और रहस्य से पूर्ण मंदिरों के लिए काफी प्रचलित है। इन मंदिरो से जोड़ी रहस्यमय कथा को सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। आज हम आपको ऐसे ही एक मंदिर के बारें में बताना जा रहे है जो अपने भीतर कई रहस्य समेटा हुआ है। एक ऐसा ही मंदिर गणेशा भगवान का है जो इंदौर में स्थित है और यह विख्यात मंदिर खजराना गणेश मंदिर के तोर पर जाना जाता है।
आप जानकर हैरान हो जायेगे इस मंदिर में स्थापित गणेशा भगवान की मूर्ति केवल सिन्दूर से निर्मित है। इस मंदिर के दर्शन के लिए देश ही नहीं विदेश से भी बड़ी तादाद में लोग आते है और इस मंदिर में प्रति वर्ष करोड़ों रुपए का चढ़ावा आता है। इस मंदिर से जोड़ी यह मान्यता है की अगर भक्त इस मंदिर में आकर गणेश जी के पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाते है। ऐसा करने से सच्चे मन से आये सभी भक्तों की मुराद पूर्ण होती है। यह गणेश भगवान के सबसे जागृत मंदिर में से एक है।
आपको बताना चाहेंगे की इस मंदिर में स्थापित प्राचीन मूर्ति के संबंध में मान्यता है कि इसके सबसे पहले दर्शन एक पंडित को हुए थे। यह मूर्ति पंडित के सपनों में आयी थी। इसके बाद इस क्षेत्र की रानी अहिल्या बाई ने खुदाई का काम शुरू करवाया। खुदाई करने के बाद सच में भगवान गणेश की एक मूर्ति उस स्थान में मिली। उसके बाद बड़े उल्लास के साथ इस प्राचीन मूर्ति को मंदिर में स्थापित कर दिया गया। यह भी कहा जाता है कि जिस स्थान से खुदाई करने पर यह मूर्ति मिली थी वहां आज भी एक जलकुंड बना हुआ है। अगर आप भी कभी इंदौर आते है तो इस जागृत मंदिर के दर्शन जरूर करे।
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