95 साल की मां को बेटे ने छत पर छोड़ा: कलेक्टर को मिली गुमनाम चिट्टी; 6 महीने से तपती धूप में मरने छोड़ दी, प्रशासन ने किया रेस्क्यू – Jabalpur News

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95 साल की मां को बेटे ने छत पर छोड़ा:  कलेक्टर को मिली गुमनाम चिट्टी; 6 महीने से तपती धूप में मरने छोड़ दी, प्रशासन ने किया रेस्क्यू – Jabalpur News

95 साल की मां को बेटे ने छत पर छोड़ा: कलेक्टर को मिली गुमनाम चिट्टी; 6 महीने से तपती धूप में मरने छोड़ दी, प्रशासन ने किया रेस्क्यू – Jabalpur News

जबलपुर में एक व्यक्ति ने अपनी 95 साल की बुजुर्ग मां को तपती धूप में छत पर छोड़ दिया। यह खुलासा एक गुमनाम चिट्टी से हुआ, जिसे कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना को भेजा गया था।

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चिट्टी में बताया गया कि बुजुर्ग महिला को उसके बेटे ने गर्मी में तिरपाल के नीचे मरने के लिए छोड़ दिया है। यहां बुजुर्ग को खाने-पीने तक के लाले हैं। ्कलेक्टर ने आधारताल तहसीलदार को जांच के लिए निर्देशित किया।

शनिवार को तहसीलदार जानकी उइके, पटवारी मोंटी साहू और गोहलपुर थाना पुलिस की टीम बताई जगह पर पहुंची और बुजुर्ग को रेस्क्यू किया। छत पर बैठी बुजुर्ग की गंभीर हालत देख तहसीलदार ने तत्काल उसे छत से नीचे ले जाकर सुरक्षित स्थान पर बैठाया।

इस दौरान तहसीलदार जानकी उइके ने बुजुर्ग से पूछा- अम्मा कुछ तकलीफ है? इस पर वह कुछ नहीं बोली, चुप ही रही।

छत पर गुमसुम बैठी रामरती गुप्ता, तहसीलदार जानकी उइके और बुजुर्ग की बहू।

गुमनाम चिट्टी में लिखा- बेटे ने मां को धूप में छोड़ा गुमनाम पत्र में लिखा था कि त्रिमूर्ति नगर के रहने वाले किराना व्यापारी मेवालाल गुप्ता ने अपनी मां रामरती गुप्ता को छत पर छोड़ दिया है। यहां कड़ी धूप से बचने के लिए महज तिरपाल लगी है।

पत्र में बताया गया कि महिला के खाने-पीने की भी उचित व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं वह छत पर ही शौच आदि करती है। पत्र मिलने के बाद कलेक्टर ने फौरन तहसीलदार को मौके पर भेजा और जांच शुरू की।

धूप लगने पर बुजुर्ग महिला छत के एक कोने में जाकर बैठ जाती है।

संपत्ति ट्रांसफर नाम कराने के बाद मां को छत पर छोड़ा तहसीलदार जानकी उइके की जांच में सामने आया कि महिला ने करीब छह महीने पहले अपनी संपत्ति और घर इकलौते बेटे मेवालाल गुप्ता के नाम कर दिया था। इसके बाद से बेटे ने उसे छत पर छोड़ दिया और परेशान करना शुरू कर दिया। गर्मी के इस मौसम में बुजुर्ग महिला केवल तिरपाल के नीचे धूप और गर्मी से बचने की कोशिश कर रही थी।

तहसीलदार ने हिदायत दी है कि अगर दोबारा शिकायत मिली तो कार्रवाई होगी।

बेटा बोला- मां को घर में रखने से परेशानी हो रही थी महिला के बेटे मेवालाल गुप्ता ने तहसीलदार से कहा कि वह अपनी मां को घर में रखने के कारण परेशानियों का सामना कर रहा था, इसलिए उसे छत पर रखा। हालांकि, तहसीलदार ने मेवालाल को सख्त चेतावनी दी कि अगर फिर से ऐसी कोई शिकायत मिलती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

तहसीलदार के आदेश पर बुजुर्ग को छत से नीचे लाकर पूजा वाले कमरे में बैठाया गया।

रेस्क्यू टीम कलेक्टर को सौंपेगी अपनी जांच रिपोर्ट तहसीलदार ने महिला की सुरक्षा के लिए उसे छत से नीचे उतारकर एक कमरे में रखवा दिया है। जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है, जिसे सोमवार को कलेक्टर को सौंपा जाएगा।

कलेक्टर के आदेश पर यह तय किया जाएगा कि बुजुर्ग रामरती को वृद्धा आश्रम भेजा जाएगा या फिर वह अपने घर में ही रहेगी। अगर बुजुर्ग के बेटे के खिलाफ कोई गंभीर आरोप साबित होते हैं, तो उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है।

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