8 देसी Erotic फिल्में, जिनमें Nudity और बोल्डनेस देख सेंसर बोर्ड ने भी कर दिए थे हाथ खड़े h3>
देश में इस वक्त इरॉटिक फिल्म (Erotic Movie) और पॉर्न फिल्म (Porn Movie) को लेकर बड़ी बहस छिड़ी हुई है। राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी केस में जमानत से लेकर रिहाई तक का सारा पेंच इसी में फंसा हुआ है। राज कुंद्रा (Raj Kundra) और उनके वकीलों का कहना है कि वह इरॉटिक फिल्में बनाते थे। जबकि पुलिस का कहना है कि मामला पॉर्न फिल्में बनाने का है। पुलिस की जांच और कोर्ट कचहरी से दूर बात इरॉटिक फिल्मों की करते हैं। बदलते दौर के साथ खासकर जब से ओटीटी प्लेटफॉर्म का उदय हुआ है, इरॉटिक फिल्में और वेब शोज अब आम हो गए हैं। न्यूडिटी, लव मेकिंग सीन अब घर-घर तक पहुंच गए हैं। हालांकि, बॉलिवुड में सेंसर बोर्ड की बदौलत आज भी ऐसे सीन्स भी तत्काल कैंची चल जाती है। यही कारण है कि बॉलिवुड या दूसरी भारतीय भाषा की भी फिल्मों में न्यूडिटी (Nudity) पर लगाम है। लेकिन इतिहास के पन्नों में ऐसी कम से कम 8 फिल्में दर्ज हैं, जिनमें इरॉटिक कॉन्टेंट और न्यूडिटी को देखकर सेंसर बोर्ड (Erotic Indian Movies That Got Banned) ने भी इन्हें रेटिंग देने से हाथ खड़े कर दिए थे। आइए आज, बात इन्हीं फिल्मों की करते हैं।
कामसूत्र: ए टेल ऑफ लव | Kama Sutra: A Tale of Love
जब कभी देश में इरॉटिक फिल्मों की बात होगी, पहला नाम मीरा नायर के डायरेक्शन में बनी ‘कामसूत्र: ए टेल ऑफ लव’ का ही होगा। यह फिल्म वाजिद तब्बसुम की शॉर्ट स्टोरी ‘उतरन’ पर आधारित है। इस फिल्म को रिलीज होने के लिए खूब पापड़ बेलने पड़े थे। इस पर बैन लगा। फिर फिल्म के दो मिनट के न्यूड लव मेकिंग सीन पर कैंची भी चली। इस फिल्म को 1996 में टोरांटो फिल्म फेस्टिवल में रिलीज किया गया था। फिल्म में इंदिरा वर्मा ने माया का लीड रोल प्ले किया है, जबकि उनके साथ सरिता चौधरी और नवीन एंड्रयूज भी हैं। फिल्म में 16वीं शताब्दी के भारत की प्रेम कहानी दिखाई गई है।
उर्फ प्रोफेसर | Urf Professor
अपने सेक्सुअल कॉन्टेंट के कारण फिल्म ‘उर्फ प्रोफेसर’ को भी बैन होने का दंश झेलना पड़ा। पंकज आडवाणी की इस फिल्म में मनोज पहवा, अंतरा माली और शरमन जोशी लीड रोल में हैं। यह एक ब्लैक कॉमेडी फिल्म है। कहानी में एक कातिल है, एक लॉटरी का टिकट है जो गायब हो गया है और एक गाड़ी है। फिल्म में कई ‘वल्गर सीन’ हैं साथ ही गाली-गलौज का भी इस्तेमाल है। लिहाजा सेंसर बोर्ड को इससे परेशानी हुई। साल 2000 में फिल्म बनकर तैयार थी। लेकिन आखिरकार इसे बैन होना पड़ा।
द पिंक मिरर | The Pink Mirror
यह फिल्म होमोसेक्सुअलिटी और ट्रांससेक्सुअलिटी पर बनी है। कहानी के केंद्र में दो ट्रांससेक्सुअल और एक गे लड़का है। फिल्म के विषय के साथ ही इसका कॉन्टेंट भी काफी बोल्ड है। लिहाजा 2003 में सेंसर बोर्ड ने इसे बैन कर दिया। श्रीधर रंगायन के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म आज भी बैन है। हालांकि, इसने फिल्म फेस्टिवल्स में खूब सारे अवॉर्ड जीते हैं। फिल्म में रमेश मेनन, एडविन फर्नांडिस, ऋषि राज और रूफी बकल लीड रोल में हैं।
सिन्स | Sins
यह फिल्म भी अपने बोल्ड विषय और इरॉटिक सीन्स के कारण बैन हुई। बात साल 2005 की है। फिल्म की कहानी केरल के एक पादरी की है, जिसे एक महिला से प्यार हो जाता है। इस फिल्म को लेकर कैथलिक समाज ने खूब आपत्ति जताई। सेंसर बोर्ड ने फिल्म के न्यूड सीन्स पर निगाहें फेर लीं। लिहाजा यह फिल्म बैन हो गई। विनोद पांडे के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में शाइनी आहूजा और सीमा रहमानी लीड रोल में हैं।
गांडु | Gandu
साल 2010 की इस ब्लैक एंड व्हाईट इरॉटिक ड्रामा को लेकर पहली आपत्ति नाम को लेकर हुई। काशिक मुखर्जी की इस फिल्म में ओरल सेक्स और न्यूड सीन्स की भरमार है। जाहिर तौर पर इस फिल्म को रेटिंग देने से सेंसर बोर्ड ने इनकार कर दिया। फिल्म बैन हो गई। फिल्म में अनुब्रता बासु, जॉयराय भट्टाचार्य, कमलिका बर्नी, शिलाजीत मजुमदार और रितुपर्णा सेन प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
चत्रक | Chatrak
साल 2011 की यह एक बंगाली इरॉटिक ड्रामा फिल्म है। चत्रक का मतलब अंग्रेजी में मशरूम है। इस फिल्म को श्रीलंकाई डायरेक्टर विमुख्ति जयसुंदरा ने डायरेक्ट किया है। इस मूवी को कई फिल्म फेस्टिवल्स में रिलीज किया गया, लेकिन इस फिल्म ने न्यूडिटी और सेक्स सीन्स के कारण कभी सिनेमाघर का चेहरा नहीं देखा। फिल्म में पाओली डैम, सुदीप मुखर्जी और सुमित ठाकुर लीड रोल में हैं।
अनफ्रीडम | Unfreedom
साल 2015 में आई फिल्म ‘अनफ्रीडम’ को सेंसर बोर्ड ने रेटिंग देने से इनकार कर दिया था। फिल्म होमोसेक्सुअलिटी पर है। इसे राज अमित कुमार ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में लेस्बियन लव स्टोरी के साथ इस्लामिक आतंकवाद को भी दिखाया गया है। फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज होने से बैन कर दिया गया। बाद में इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया।
पार्च्ड | Parched
अजय देवगन के बैनर तले बनी ‘पार्च्ड’ को लीना यादव ने डायरेक्ट किया है। कहानी चार महिलाओं की है, जो गुजरात के गांव में रहती हैं। उनकी अपनी-अपनी समस्याएं हैं। इसमें पितृसत्तात्मकता है, बाल विवाह है, दहेज है और इसके साथ मैरिटल रेप भी है। तनिष्ठा मुखर्जी, राधिका आप्टे, सुरवीन चावला, सयाली गुप्ता और आदिल हुसैन ने इस फिल्म में काम किया है। राधिका आप्टे और आदिल हुसैन के बीच इसमें न्यूड लव मेकिंग सीन है, जिसको लेकर खूब आपत्ति हुई। पहले इस पर बैन लगाया गया, लेकिन फिर कई सारे कट्स के बाद इसे 23 सितंबर 2016 को रिलीज किया गया।
कामसूत्र: ए टेल ऑफ लव | Kama Sutra: A Tale of Love
जब कभी देश में इरॉटिक फिल्मों की बात होगी, पहला नाम मीरा नायर के डायरेक्शन में बनी ‘कामसूत्र: ए टेल ऑफ लव’ का ही होगा। यह फिल्म वाजिद तब्बसुम की शॉर्ट स्टोरी ‘उतरन’ पर आधारित है। इस फिल्म को रिलीज होने के लिए खूब पापड़ बेलने पड़े थे। इस पर बैन लगा। फिर फिल्म के दो मिनट के न्यूड लव मेकिंग सीन पर कैंची भी चली। इस फिल्म को 1996 में टोरांटो फिल्म फेस्टिवल में रिलीज किया गया था। फिल्म में इंदिरा वर्मा ने माया का लीड रोल प्ले किया है, जबकि उनके साथ सरिता चौधरी और नवीन एंड्रयूज भी हैं। फिल्म में 16वीं शताब्दी के भारत की प्रेम कहानी दिखाई गई है।
उर्फ प्रोफेसर | Urf Professor
अपने सेक्सुअल कॉन्टेंट के कारण फिल्म ‘उर्फ प्रोफेसर’ को भी बैन होने का दंश झेलना पड़ा। पंकज आडवाणी की इस फिल्म में मनोज पहवा, अंतरा माली और शरमन जोशी लीड रोल में हैं। यह एक ब्लैक कॉमेडी फिल्म है। कहानी में एक कातिल है, एक लॉटरी का टिकट है जो गायब हो गया है और एक गाड़ी है। फिल्म में कई ‘वल्गर सीन’ हैं साथ ही गाली-गलौज का भी इस्तेमाल है। लिहाजा सेंसर बोर्ड को इससे परेशानी हुई। साल 2000 में फिल्म बनकर तैयार थी। लेकिन आखिरकार इसे बैन होना पड़ा।
द पिंक मिरर | The Pink Mirror
यह फिल्म होमोसेक्सुअलिटी और ट्रांससेक्सुअलिटी पर बनी है। कहानी के केंद्र में दो ट्रांससेक्सुअल और एक गे लड़का है। फिल्म के विषय के साथ ही इसका कॉन्टेंट भी काफी बोल्ड है। लिहाजा 2003 में सेंसर बोर्ड ने इसे बैन कर दिया। श्रीधर रंगायन के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म आज भी बैन है। हालांकि, इसने फिल्म फेस्टिवल्स में खूब सारे अवॉर्ड जीते हैं। फिल्म में रमेश मेनन, एडविन फर्नांडिस, ऋषि राज और रूफी बकल लीड रोल में हैं।
सिन्स | Sins
यह फिल्म भी अपने बोल्ड विषय और इरॉटिक सीन्स के कारण बैन हुई। बात साल 2005 की है। फिल्म की कहानी केरल के एक पादरी की है, जिसे एक महिला से प्यार हो जाता है। इस फिल्म को लेकर कैथलिक समाज ने खूब आपत्ति जताई। सेंसर बोर्ड ने फिल्म के न्यूड सीन्स पर निगाहें फेर लीं। लिहाजा यह फिल्म बैन हो गई। विनोद पांडे के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में शाइनी आहूजा और सीमा रहमानी लीड रोल में हैं।
गांडु | Gandu
साल 2010 की इस ब्लैक एंड व्हाईट इरॉटिक ड्रामा को लेकर पहली आपत्ति नाम को लेकर हुई। काशिक मुखर्जी की इस फिल्म में ओरल सेक्स और न्यूड सीन्स की भरमार है। जाहिर तौर पर इस फिल्म को रेटिंग देने से सेंसर बोर्ड ने इनकार कर दिया। फिल्म बैन हो गई। फिल्म में अनुब्रता बासु, जॉयराय भट्टाचार्य, कमलिका बर्नी, शिलाजीत मजुमदार और रितुपर्णा सेन प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
चत्रक | Chatrak
साल 2011 की यह एक बंगाली इरॉटिक ड्रामा फिल्म है। चत्रक का मतलब अंग्रेजी में मशरूम है। इस फिल्म को श्रीलंकाई डायरेक्टर विमुख्ति जयसुंदरा ने डायरेक्ट किया है। इस मूवी को कई फिल्म फेस्टिवल्स में रिलीज किया गया, लेकिन इस फिल्म ने न्यूडिटी और सेक्स सीन्स के कारण कभी सिनेमाघर का चेहरा नहीं देखा। फिल्म में पाओली डैम, सुदीप मुखर्जी और सुमित ठाकुर लीड रोल में हैं।
अनफ्रीडम | Unfreedom
साल 2015 में आई फिल्म ‘अनफ्रीडम’ को सेंसर बोर्ड ने रेटिंग देने से इनकार कर दिया था। फिल्म होमोसेक्सुअलिटी पर है। इसे राज अमित कुमार ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में लेस्बियन लव स्टोरी के साथ इस्लामिक आतंकवाद को भी दिखाया गया है। फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज होने से बैन कर दिया गया। बाद में इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया।
पार्च्ड | Parched
अजय देवगन के बैनर तले बनी ‘पार्च्ड’ को लीना यादव ने डायरेक्ट किया है। कहानी चार महिलाओं की है, जो गुजरात के गांव में रहती हैं। उनकी अपनी-अपनी समस्याएं हैं। इसमें पितृसत्तात्मकता है, बाल विवाह है, दहेज है और इसके साथ मैरिटल रेप भी है। तनिष्ठा मुखर्जी, राधिका आप्टे, सुरवीन चावला, सयाली गुप्ता और आदिल हुसैन ने इस फिल्म में काम किया है। राधिका आप्टे और आदिल हुसैन के बीच इसमें न्यूड लव मेकिंग सीन है, जिसको लेकर खूब आपत्ति हुई। पहले इस पर बैन लगाया गया, लेकिन फिर कई सारे कट्स के बाद इसे 23 सितंबर 2016 को रिलीज किया गया।