6 साल के बच्चे का हाथ, पैर, कान, चेहरा नोचकर 30 कुत्तों ने मार डाला – Ludhiana News h3>
ताजपुर कूड़े के डंप में दोस्तों संग खेल रहे 6 वर्षीय बच्चे को कुत्तों के झुंड ने नोच-नोच कर मार दिया। कुत्तों ने बच्चे के हाथ, पैर, कान और चेहरे को बुरी तरह नोच दिया। घटना सोमवार सुबह 11 बजे ताजपुर डंप साइट पर हुई। आदित्य(6) पुत्र राज कुमार वासी टली ब
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आदित्य पर स्ट्रे डॉग्स के झुंड ने हमला कर दिया। बाकी बच्चे खुद को बचाने के लिए भाग निकले। बच्चों ने घर पहुंचकर परिजनों को इस बारे में जानकारी दी। करीब 50 लोगों ने कूड़े के डंप में जाकर आदित्य को स्ट्रे डॉग्स के झुंड से छुड़वाया। बच्चे को पहले एक निजी अस्पताल लेकर जाया गया।
जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृतक घोषित कर दिया। मामले में मृतक की नानी मुन्नी देवी ने बताया कि आदित्य पहली कक्षा में पढ़ता था। सोमवार को छुट्टी थी। इसलिए सुबह से कूड़े के डंप की तरफ दोस्तों के साथ खेलने गया था। आदित्य की मां लक्ष्मी और मुन्नी देवी फैक्ट्री में काम पर गए थे। तभी एक लड़का राजू उनके पास फैक्ट्री में आया और बताया कि आदित्य को कुत्ते काट रहे हैं।
मुन्नी देवी व लक्ष्मी राजा समेत फैक्ट्री के करीब 50 लोगों के साथ बच्चे को बचाने के लिए गए। सभी ने स्ट्रे डॉग्स को ईंट-पत्थर और डंडों से मार कर भगाया। आदित्य को अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने आदित्य को मृत होना बताया।
मृत पशु डंप पर फेंक रहे
डंप साइट ताजपुर, सतलुज किनारे व पंचायतों में खुले स्थान में मृत पशु फेंकने को लेकर भी लगातार शिकायतें निगम व प्रशासन के पास पहुंच रही है। इस कारण कुत्तों का झुंड डंप साइट पर रहता है। लोगों ने निगम, प्रशासन व विधायक के समक्ष ये मुद्दा उठाया था। लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
कुत्तों की गिनती अधर में
निगम क्षेत्र में पांच साल से स्ट्रे डॉग्स का सर्वे नहीं हुआ है जबकि 95 वार्डों में स्ट्रे डॉग्स की संख्या कई गुना बढ़ चुकी है। निगम अफसरों ने दावा किया था कि स्ट्रे डॉग्स की गिनती कराने के लिए एनीमल हसबेंडरी विभाग काउंटिंग कर रहा है। मार्च में ये सर्वे पूरा होने का दावा किया गया था लेकिन अभी यह अधूरा ही है।
छह महीने में पांच मौतें
भले ही नगर निगम व प्रशासन स्ट्रे डॉग्स को नियंत्रित करने को लेकर स्टरलाइजेशन समेत तमाम योजनाएं संचालित होने के दावे करता है लेकिन हकीकत में खानापूर्ति हो रही है। पिछले छह महीने में स्ट्रे डॉग्स के हमलों में बच्चों समेत पांच लोगों की जान जा चुकी है। नगर निगम क्षेत्र में 95 वार्डों में स्ट्रे डॉग्स की संख्या कम होने की जगह बढ़ रही है। लेकिन, निगम अधिकारियों के पास इसका जवाब नहीं है।
निगम क्षेत्र से बाहर भी स्ट्रे डॉग्स बच्चों व अन्य लोगों पर हमला कर रहे हैं जिसमें जान तक चली गई। पिछले छह महीने में हसनपुर में दो बच्चों को नोच-नोचकर स्ट्रे डॉग्स ने मार डाला था जबकि जगराओं में भी इस तरह की घटना में दो की मौत हो चुकी है।
पहले भी बच्चों को नोचा
मृतक की मां लक्ष्मी ने बताया, उनके 4 लड़के हैं। वह मुज्जफरपुर, बिहार के रहने वाले हैं। उनका पति राज कुमार उन्हें छोड़ कर जा चुका है। पिछले दो साल से वे अपने 4 लड़कों के साथ लुधियाना में रह रही हैं। यहां वे एक डाइंग फैक्ट्री में कबाड़ अलग अलग करने का काम करती हैं। आदित्य तीसरे नंबर का बेटा है।
इससे पहले भी कुत्तों ने कई बच्चों पर हमले किए हैं। इलाके की ही एक 11 वर्षीय अंजली पर जनवरी में हमला कर उसके पैर को बुरी तरह काट दिया था। लक्ष्मी ने कहा, उनकी जिला प्रशासन से अपील है कि मेरे बच्चे को नोच-नोच कर मार दिया, सरकार इन कुत्तों को यहां से भेज दे, ताकि बाकी बच्चों को बचाया जा सके।
पहले 5 भौंके, फिर 30 कुत्तों ने हमला कर दिया
आदित्य
आदित्य के दोस्त 8 वर्षीय राजू ने बताया कि घटना के समय वह आदित्य के साथ था। मैं आदित्य से कुछ दूरी पर था। मैंने देखा कि पहले करीब 5 कुत्ते आदित्य को देख कर भौंकने लगे। फिर सिर्फ 1 मिनट में ही 30 से ज्यादा कुत्ते वहां पर आ गए। उन्हें देख मैं डर गया। मैंने आदित्य और अन्य सभी को भागने के कहा। उस समय हम 6 लोग थे। जब हम भागने लगे तो हमारे पीछे कुत्ते आ गए। फिर 5 से ज्यादा कुत्तों ने छलांग लगा कर आदित्य को जमीन पर गिरा दिया। हम सभी भाग पर आदित्य के घर पहुंचे व नानी को बताया। उसके बाद आदित्य की नानी ने सभी फैक्ट्री वालों को एकत्र किया और डंडे लेकर डंप की तरफ गए।