5 माह से तबादला सूची का इंतजार कर रहे 85 हजार शिक्षक | third grade teacher transfer# | Patrika News h3>
राज्य सरकार के शिक्षा विभाग में प्रबोधक व शिक्षकों से 5 माह पूर्व अगस्त में तबादले के लिए शाला दर्पण पर ऑनलाइन आवेदन मांगे गए जिसमें राज्य भर से 85 हजार से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किए। साथ ही टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र के निवासियों से विकल्प पत्र भी भरवाए गए लेकिन पांच माह बाद भी सूची जारी नहीं हुई।
जयपुर
Published: January 22, 2022 02:03:07 pm
शिक्षा विभाग : शिक्षकों व उनके परिजनों में व्याप्त है रोष.. रीट भर्ती से पहले प्रबोधक व शिक्षकों की तबादला सूची जारी करने की मांग 5 माह से सूची का इंतजार कर रहे 85 हजार शिक्षक व उनके परिजन
5 माह से तबादला सूची का इंतजार कर रहे 85 हजार शिक्षक
सरकार व विभाग नहीं दे रहे ध्यान….
जयपुर : राज्य सरकार के शिक्षा विभाग में प्रबोधक व शिक्षकों से 5 माह पूर्व अगस्त में तबादले के लिए शाला दर्पण पर ऑनलाइन आवेदन मांगे गए जिसमें राज्य भर से 85 हजार से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किए। साथ ही टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र के निवासियों से विकल्प पत्र भी भरवाए गए। लेकिन पांच माह बाद भी सूची जारी नहीं हुई और दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने रीट भर्ती के माध्यम से 32 हजार शिक्षकों की भर्ती कि लिए विज्ञापन जारी कर दिया। जबकि ये शिक्षक लम्बे समय से तबादले का इन्तजार कर रहे हैं ओर इन्हें लगा कि सरकार ने लंबे समय बाद आवदेन लिए हैं जल्द ही घर के पास जाने का मौका मिलेगा। लेकिन ये सपना ही बनकर रहता दिख रहा है।
सौतेला व्यवहार क्यों
प्रदेशाध्यक्ष शिक्षक संघ एलीमेंट्री सेकेंडरी टीचर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद ने कहा कि सरकार ने वरिष्ठ अध्यापक,व्याख्याता, एचएम,प्रधानाचार्य सभी के तबादले कर दिए फिर इन शिक्षकों के साथ में सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। इस सोतले व्यवहार के कारण राज्य भर के लाखों शिक्षकों व उनके परिजनों में सरकार व विभाग के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है क्योंकि अगर रीट भर्ती तबादला सूची जारी होने से पहले पूरी हो जाएगी तो अधिकाश रिक्त स्थान भर जाएंगे जिससे घर के नजदीक जाने वाले शिक्षकों का तबादला नहीं हो पाएगा,उनकी वर्षो की तमन्ना दिल में ही रह जाएगी । सरकार तबादला नीति बनाए जाने की बात बोलकर तबादला सूची जारी नहीं कर रही है तो सवाल उठता है कि अन्य सभी कैडर के तबादले बिना नीति के कर दिए फिर शिक्षकों के लिए ही नीति की बात क्यों। सलावद ने राज्य के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व निदेशक को ज्ञापन भेजकर जल्द सूची जारी करने की मांग की है।
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राज्य सरकार के शिक्षा विभाग में प्रबोधक व शिक्षकों से 5 माह पूर्व अगस्त में तबादले के लिए शाला दर्पण पर ऑनलाइन आवेदन मांगे गए जिसमें राज्य भर से 85 हजार से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किए। साथ ही टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र के निवासियों से विकल्प पत्र भी भरवाए गए लेकिन पांच माह बाद भी सूची जारी नहीं हुई।
जयपुर
Published: January 22, 2022 02:03:07 pm
शिक्षा विभाग : शिक्षकों व उनके परिजनों में व्याप्त है रोष.. रीट भर्ती से पहले प्रबोधक व शिक्षकों की तबादला सूची जारी करने की मांग 5 माह से सूची का इंतजार कर रहे 85 हजार शिक्षक व उनके परिजन
5 माह से तबादला सूची का इंतजार कर रहे 85 हजार शिक्षक
सरकार व विभाग नहीं दे रहे ध्यान….
जयपुर : राज्य सरकार के शिक्षा विभाग में प्रबोधक व शिक्षकों से 5 माह पूर्व अगस्त में तबादले के लिए शाला दर्पण पर ऑनलाइन आवेदन मांगे गए जिसमें राज्य भर से 85 हजार से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किए। साथ ही टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र के निवासियों से विकल्प पत्र भी भरवाए गए। लेकिन पांच माह बाद भी सूची जारी नहीं हुई और दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने रीट भर्ती के माध्यम से 32 हजार शिक्षकों की भर्ती कि लिए विज्ञापन जारी कर दिया। जबकि ये शिक्षक लम्बे समय से तबादले का इन्तजार कर रहे हैं ओर इन्हें लगा कि सरकार ने लंबे समय बाद आवदेन लिए हैं जल्द ही घर के पास जाने का मौका मिलेगा। लेकिन ये सपना ही बनकर रहता दिख रहा है।
सौतेला व्यवहार क्यों
प्रदेशाध्यक्ष शिक्षक संघ एलीमेंट्री सेकेंडरी टीचर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद ने कहा कि सरकार ने वरिष्ठ अध्यापक,व्याख्याता, एचएम,प्रधानाचार्य सभी के तबादले कर दिए फिर इन शिक्षकों के साथ में सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। इस सोतले व्यवहार के कारण राज्य भर के लाखों शिक्षकों व उनके परिजनों में सरकार व विभाग के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है क्योंकि अगर रीट भर्ती तबादला सूची जारी होने से पहले पूरी हो जाएगी तो अधिकाश रिक्त स्थान भर जाएंगे जिससे घर के नजदीक जाने वाले शिक्षकों का तबादला नहीं हो पाएगा,उनकी वर्षो की तमन्ना दिल में ही रह जाएगी । सरकार तबादला नीति बनाए जाने की बात बोलकर तबादला सूची जारी नहीं कर रही है तो सवाल उठता है कि अन्य सभी कैडर के तबादले बिना नीति के कर दिए फिर शिक्षकों के लिए ही नीति की बात क्यों। सलावद ने राज्य के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व निदेशक को ज्ञापन भेजकर जल्द सूची जारी करने की मांग की है।
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