5 दिन की मासूम बच्ची का सवाल, मां मेरा क्या कसूर h3>
बेगूसराय: हंसती, खिलखिलाती। हाथ-पांव मारती। बेगूसराय के अस्पताल में पड़ी इस पांच दिन के मासूम को देखिए। इसके चेहरे सवाल करते दिखेंगे। ये पूछ रही है। मां मेरा क्या कसूर। मैंने तो अभी आपके आंचल की छांव से अपना चेहरा भी नहीं ढका था। आपकी ममता भरी गोद में खिलखिला तक नहीं पाई थी। जन्म लेने के पांच दिन बाद मुझे खुद से अलग कर दिया। प्लास्टिक की थैली में बंद कर फेंक दिया। मैंने ऐसा क्या गुनाह किया था? मैंने तो सोचा था कि आपकी दुनिया में आकर आपके जीवन को खुशियों से भर दूंगी। आपकी गोद में बैठकर अपनी नन्ही पलकों से दुनिया को निहारूंगी। ऐसा क्या हुआ मां। 9 महीने अपने गर्भ में रखने के बाद पलभर में मुझे खुद से अलग कर दिया।
बच्ची की कातर पुकार
मैं तो सोचकर बैठी थी। मुझे देखते ही आपका चेहरा खिल जाएगा। आपने तो मुझे फेंक ही दिया। गैरों ने उठाकर हृदय से लगा लिया है। बार-बार मेरी आंखें आपको खोजती हैं। आप मेरे साथ नहीं हैं। मैं अबोली मासूम आपको बता नहीं सकती। आपको पता नहीं मां आपकी छाती से लिपटने का मन कर रहा है। ऐसा लगता है तुम आओगी। मुझे दुलार करोगी।, प्यार करोगी। मुझे नहीं पता आपने किसके दबाव में अपनी ममता की हत्या कर दी। मुझे अपने से अलग कर दिया। अकेले में खुद से सवाल करना मां। मेरा सवाल बस वही है- मां मेरा क्या कसूर। बेगूसराय में प्लास्टिक में लिपटी मिली बच्ची अपनी मां से कुछ ऐसे ही सवाल कर रही है। मां ने जन्म के पांच दिन बाद ही उसे प्लास्टिक में लपेटकर फेंक दिया है। बच्ची के थैले में रोने की आवाज सुनकर एक चाय वाले ने बच्ची को निकाला। उसने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद पुलिस ने बच्चे को बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
सदर अस्पताल में भर्ती है बच्ची
उसके बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां बच्ची स्वस्थ है। फिलहाल बच्ची का नाम राखी रखा गया है। रक्षाबंधन के दिन बच्ची को नया जीवन मिला है। पूरा मामला बरौनी प्रखंड के पिपरा स्कूल के पीछे का है। जहां रात में एक बच्ची के रोने की आवाज आई। पास के एक चाय दुकानदार जब मौके पर पहुंचे तो प्लास्टिक के थैले में एक बच्ची फेंकी हुई थी। चाय दुकानदार ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। नवजात बच्ची होने की सूचना मिलते ही बेगूसराय के विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान की ऋतु सिंह बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय लाई।
प्रशासनिक कस्टडी में बच्ची
बेगूसराय लाने के बाद बच्ची की जांच पड़ताल की गई। जहां बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। रितु सिंह ने बताया कि 5 से 6 दिन की बच्ची लग रही है। फिलहाल इसका इलाज कराया गया है। उसे जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण में रखा जाएगा। और इसकी देखभाल की जाएगी साथी कोई भी निसंतान दंपति इस बच्ची को दत्तक ग्रहण केंद्र से निबंधन कर कर प्राप्त कर सकती है। बच्ची का इलाज कर रहे सदर अस्पताल के चिकित्सक कृष्ण कुमार ने बताया कि बच्ची को बोझ समझकर किसी मां ने फेंका है। इसे बाल संरक्षण इकाई के द्वारा रेस्क्यू करके लाया गया है। फिलहाल बच्ची को इलाज किया जा रहा है। इलाज के बाद इसे बाल संरक्षण इकाई के हवाले किया जाएगा।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
बच्ची की कातर पुकार
मैं तो सोचकर बैठी थी। मुझे देखते ही आपका चेहरा खिल जाएगा। आपने तो मुझे फेंक ही दिया। गैरों ने उठाकर हृदय से लगा लिया है। बार-बार मेरी आंखें आपको खोजती हैं। आप मेरे साथ नहीं हैं। मैं अबोली मासूम आपको बता नहीं सकती। आपको पता नहीं मां आपकी छाती से लिपटने का मन कर रहा है। ऐसा लगता है तुम आओगी। मुझे दुलार करोगी।, प्यार करोगी। मुझे नहीं पता आपने किसके दबाव में अपनी ममता की हत्या कर दी। मुझे अपने से अलग कर दिया। अकेले में खुद से सवाल करना मां। मेरा सवाल बस वही है- मां मेरा क्या कसूर। बेगूसराय में प्लास्टिक में लिपटी मिली बच्ची अपनी मां से कुछ ऐसे ही सवाल कर रही है। मां ने जन्म के पांच दिन बाद ही उसे प्लास्टिक में लपेटकर फेंक दिया है। बच्ची के थैले में रोने की आवाज सुनकर एक चाय वाले ने बच्ची को निकाला। उसने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद पुलिस ने बच्चे को बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
सदर अस्पताल में भर्ती है बच्ची
उसके बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां बच्ची स्वस्थ है। फिलहाल बच्ची का नाम राखी रखा गया है। रक्षाबंधन के दिन बच्ची को नया जीवन मिला है। पूरा मामला बरौनी प्रखंड के पिपरा स्कूल के पीछे का है। जहां रात में एक बच्ची के रोने की आवाज आई। पास के एक चाय दुकानदार जब मौके पर पहुंचे तो प्लास्टिक के थैले में एक बच्ची फेंकी हुई थी। चाय दुकानदार ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। नवजात बच्ची होने की सूचना मिलते ही बेगूसराय के विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान की ऋतु सिंह बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय लाई।
प्रशासनिक कस्टडी में बच्ची
बेगूसराय लाने के बाद बच्ची की जांच पड़ताल की गई। जहां बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। रितु सिंह ने बताया कि 5 से 6 दिन की बच्ची लग रही है। फिलहाल इसका इलाज कराया गया है। उसे जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण में रखा जाएगा। और इसकी देखभाल की जाएगी साथी कोई भी निसंतान दंपति इस बच्ची को दत्तक ग्रहण केंद्र से निबंधन कर कर प्राप्त कर सकती है। बच्ची का इलाज कर रहे सदर अस्पताल के चिकित्सक कृष्ण कुमार ने बताया कि बच्ची को बोझ समझकर किसी मां ने फेंका है। इसे बाल संरक्षण इकाई के द्वारा रेस्क्यू करके लाया गया है। फिलहाल बच्ची को इलाज किया जा रहा है। इलाज के बाद इसे बाल संरक्षण इकाई के हवाले किया जाएगा।