40 फीट चौड़ी रोड बनेगी: 11 साल बाद खुली पिछोला रिंग रोड की राह, डेढ़ माह में बनेगी, सैकड़ों लोगों को फायदा – Udaipur News h3>
पिछोला रिंग रोड की राह 11 साल बाद खुल गई है। यह रोड दूधतलाई से मल्लातलाई की तरफ निकलेगी। इस रोड के बीच खातेदारों से 200 मीटर जमीन लेकर बुधवार को 40 फीट की रोड को खोल दिया है। यह करीब डेढ़ माह में पूरा होगा। हालांकि इस काम के लिए अब टेंडर और वर्क ऑर्डर
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आयुक्त राहुल जैन ने बताया कि दूधतलाई से जलबुर्ज होकर मल्लातलाई के सुभाष चौराहे तक जाने का रास्ता करीब 10 किमी लंबा है। इसके अलावा पिछोला रिंग रोड होते रास्ता हरिदास जी मगरी स्थित ट्राइडेंट होटल के पास भी निकलता है। लेकिन इसके बीच गफुर मोहम्मद, राजकुमारी सिंधल और नूर मोहम्मद की खाते की जमीन है। इस लिंक रोड को खोलने के लिए खातेदारों और यूडीए के बीच साल 2014 से हाईकोर्ट में वाद चल रहा है।
यूआईटी पूर्व सचिव रामनिवास मेहता ने मार्ग खोलने का प्रयास किया, लेकिन खातेदारों से सहमति नहीं बनी। इनसे फिर समझाईश की गई। खातेदारों की सहमति पर यूडीए ने 200 मीटर लंबी और 40 फीट चौड़ी अधिग्रहित की। बुधवार सुबह 9:30 से शाम 6 बजे के बीच पूरी जमीन के बीच रास्ते को खोला गया। अब इसे डेढ़ माह में पूरा किया जाना है।
मल्लातलाई पहुंचने में बचेगा समय सेक्टर 11, 13, 14 और उदियापोल की तरफ से मल्लातलाई जाने के लिए अब पूरा शहर नहीं घूमना पड़ेगा। अब तक यहां से मल्लातलाई जाने के लिए सूरजपोल, देहलीगेट, चेतक, स्वरूप सागर पुलिया, राडाजी चौराहा, महाकालेश्वर और चरक हॉस्टल रोड होकर पहुंचना पड़ता था। इसके अलावा अदंरूनी शहर यानी भटि्टयानी चौहट्टा या घंटाघर से जगदीश चौक, चांदपोल होकर निकल रहे थे। इस लिंक रोड के खुलने के बाद दूधतलाई, जल बुर्ज, सीतामाता अभ्यरण, चंपा कॉलोनी, हरिदास जी की मगरी में ट्राइडेंट होटल के पास से होते हुए सीधे चौराहे पर पहुंच सकेंगे। इस राह के खुलने के बाद शहर के बीच का यातायात दबाव भी कम हो जाएगा।
नीमज माता मंदिर जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर बनेगी, पहले चरण में दो करोड़ के काम होंगे
उदयपुर| नीमज माता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर बनाने की तैयारी है। बुधवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों व अभियंताओं ने मंदिर परिसर समेत पूरे एरिया का दौरा किया। इसके बाद वहां किए जाने वाले कामों की जानकारी हासिल की। पहले चरण में लगभग 2 करोड़ रुपए की लागत से काम होंगे। इसके लिए 15-20 दिन में टेंडर करने की योजना है।
जीर्णोद्धार के कामों के तहत चढ़ाई मार्ग पर रेलिंग को पक्का करवाने, पाथ-वे पर टाइल्स लगाने, मंदिर में शेड बदलवाने जैसे प्रमुख काम प्रस्तावित हैं। बुधवार को हुए दौरे में देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त जतिन गांधी, पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के सहायक अभियंता अनिल मित्तल, देवस्थान विभाग के निरीक्षक सुनील मीणा, गोपाल त्रिवेदी, सहायक वन संरक्षक उदयपुर उत्तर राजेंद्र सिंह, वनपाल भेरूलाल गाडरी शामिल रहे।
मंदिर ट्रस्ट से जुड़े युवा सामाजिक कार्यकर्ता मयंक कुमावत ने बताया कि अधिकारियों को मौजूदा स्थिति से रूबरू कराते हुए आग्रह किया गया कि मंदिर की आध्यात्मिकता, दर्शनार्थियों की सुविधा तथा पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए डीपीआर बने। देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत भी कुछ समय पूर्व मंदिर परिसर का दौरा कर चुके हैं। बता दें कि पिछले साल नीमज माता की रेलिंग टूट जाने से एक महिला चोटिल हो गई थी।