21 साल में IPS, मां की चाहत के लिए पांच साल बाद IAS… IRS पत्नी के आरोपों पर घिरे मोहित बुंदस कौन h3>
भोपाल : मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी (ias mohit bundas kaun hai) की आईआरएस पत्नी ने दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इसके बाद भोपाल के महिला थाने में केस दर्ज हुआ है। इसके बाद वन विभाग के डेप्युटी सेक्रेटरी मोहित बुंदस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनकी पत्नी ने अपनी शिकायत में मारपीट का भी आरोप लगाया है। मोहित बुंदस ने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष किया है। सबसे पहले अपने करियर में वह आईपीएस (mohit bundas became ips in 21 years) बने थे। बाद में मां की इच्छा पूरी करने करने लिए आईएएस अफसर बने हैं।
मोहित बुंदस यूपीएससी के एग्जाम पास करने के बाद करीब 5 साल तक आईपीएस अधिकारी रहे हैं। आईपीएस बनने के बाद इन्होंने झारखंड कैडर में अपनी सेवाएं दी थी। प्रशिक्षण के दौरान मोहित बुंदस दूसरों की एफआईआर लिखा करते थे, अब उनकी पत्नी उनके खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करवाई है। पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार पत्नी उनसे अलग रह रही है। आरोप है कि इन्होंने पत्नी के ऑफिस में घुसकर गाली गलौज की थी।
बताया जाता है जब मोहित बुंदस छतरपुर कलेक्टर थे तो उन्होंने एक युवती को संघर्ष की कहानी सुनाई थी। युवती ने जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की मांग की थी। इस दौरान बुंदस युवती को समझाने उसके घर गए थे। उन्होंने इस दौरान बताया था कि उनके पिता का निधन तब हो गया था, जब मैं 10 साल का था। उसके कुछ दिनों बाद एक्सीडेंट में बड़े भाई को भी खो दिया। इसके बाद पूरा परिवार बिखर गया।
आईएएस मोहित बुंदस ने युवती को समझाया था कि उनकी मां भी इस तरह का कदम उठा लेती तो वह आईएएस अधिकारी नहीं बनते। उनकी मां ने उनके चारों भाई बहन समेत संघर्ष के साथ उन्हें पाला और इस लायक बनाया।
मां की करते हैं पूजा
मोहित बुंदस आज भी अपनी मां की पूजा भगवान की तरह करते हैं। उन्होंने कहा था कि मैं अपनी दिन की शुरुआत मां का ममता भरा चेहरा देखकर करती हूं। छतरपुर कलेक्टर रहते हुए बुंदस ने कहा था कि मैं मां के बिना नहीं रह सकता हूं। यही वजह है कि मां उनके साथ रहती है। मोहित बुंदस ने कहा था कि मैं भगवान से पहले अपनी मां को देखता हूं।
21 साल की उम्र में बने आईपीएस
मोहित बुंदस मूल रूप से जयपुर के रहने वाले हैं। वह 21 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पासकर आईपीएस बन गए थे। 2006 से 2011 तक झारखंड कैडर में आईपीएस अधिकारी रहे हैं। 2011 में मोहित बुंदस का चयन आईएएस के रूप में हो गया। इसके बाद एमपी कैडर आवंटित हुआ। 11 साल से वह एमपी में ही पदस्थ है। इस दौरान शासन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
भोपाल में भी दे चुके हैं अपनी सेवाएं
मोहित बुंदस आईएएस अधिकारी रहते हुए भोपाल में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। पूरे भोपाल में प्रशिक्षण के समय एसडीएम का पदभार ग्रहण कर चुके हैं। इसके अलावा वे छतरपुर और डिंडोरी में कलेक्टर भी रह चुके हैं। वर्तमान में फॉरेस्ट विभाग में डेप्युटी सेक्रेटरी के पद पर रहते हुए सेवाएं दे रहे हैं।
पत्नी भी आईआरएस अधिकारी
मोहित बुंदस की पत्नी शोभना मीना भी आईआरएस अधिकारी है। मंगलवार को उन्होंने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने में उन्होंने कहा है कि पति मोहित बुंदस, सास पुष्पा बुंदस और दो ननद शादी के बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं। मंगलवार को दोपहर में पति ने ऑफिस में आकर गाली गलौज की है। शोभना ने कहा है कि सगाई के बाद से ही ससुराल के लोग नगद के लिए उलाहना देना शुरू कर दी थी। दोनों की सगाई 24 अक्टूबर 2011 को हुई थी।
शादी में किया अपमानित
शोभाना ने अपनी ननदों पर आरोप लगाया है कि छह फरवरी 2022 को जयपुर में एक शादी समारोह के दौरान सभी के सामने ननदों ने मेरे साथ अभद्रता की है। पति ने अपने परिवार का ही पक्ष लिया। शोभना का एक बेटा भी है, ससुराल के लोगों के व्यवहार से वह बेटे को लेकर भी चिंतित हैं।
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मोहित बुंदस यूपीएससी के एग्जाम पास करने के बाद करीब 5 साल तक आईपीएस अधिकारी रहे हैं। आईपीएस बनने के बाद इन्होंने झारखंड कैडर में अपनी सेवाएं दी थी। प्रशिक्षण के दौरान मोहित बुंदस दूसरों की एफआईआर लिखा करते थे, अब उनकी पत्नी उनके खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करवाई है। पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार पत्नी उनसे अलग रह रही है। आरोप है कि इन्होंने पत्नी के ऑफिस में घुसकर गाली गलौज की थी।
बताया जाता है जब मोहित बुंदस छतरपुर कलेक्टर थे तो उन्होंने एक युवती को संघर्ष की कहानी सुनाई थी। युवती ने जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की मांग की थी। इस दौरान बुंदस युवती को समझाने उसके घर गए थे। उन्होंने इस दौरान बताया था कि उनके पिता का निधन तब हो गया था, जब मैं 10 साल का था। उसके कुछ दिनों बाद एक्सीडेंट में बड़े भाई को भी खो दिया। इसके बाद पूरा परिवार बिखर गया।
आईएएस मोहित बुंदस ने युवती को समझाया था कि उनकी मां भी इस तरह का कदम उठा लेती तो वह आईएएस अधिकारी नहीं बनते। उनकी मां ने उनके चारों भाई बहन समेत संघर्ष के साथ उन्हें पाला और इस लायक बनाया।
मां की करते हैं पूजा
मोहित बुंदस आज भी अपनी मां की पूजा भगवान की तरह करते हैं। उन्होंने कहा था कि मैं अपनी दिन की शुरुआत मां का ममता भरा चेहरा देखकर करती हूं। छतरपुर कलेक्टर रहते हुए बुंदस ने कहा था कि मैं मां के बिना नहीं रह सकता हूं। यही वजह है कि मां उनके साथ रहती है। मोहित बुंदस ने कहा था कि मैं भगवान से पहले अपनी मां को देखता हूं।
21 साल की उम्र में बने आईपीएस
मोहित बुंदस मूल रूप से जयपुर के रहने वाले हैं। वह 21 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पासकर आईपीएस बन गए थे। 2006 से 2011 तक झारखंड कैडर में आईपीएस अधिकारी रहे हैं। 2011 में मोहित बुंदस का चयन आईएएस के रूप में हो गया। इसके बाद एमपी कैडर आवंटित हुआ। 11 साल से वह एमपी में ही पदस्थ है। इस दौरान शासन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
भोपाल में भी दे चुके हैं अपनी सेवाएं
मोहित बुंदस आईएएस अधिकारी रहते हुए भोपाल में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। पूरे भोपाल में प्रशिक्षण के समय एसडीएम का पदभार ग्रहण कर चुके हैं। इसके अलावा वे छतरपुर और डिंडोरी में कलेक्टर भी रह चुके हैं। वर्तमान में फॉरेस्ट विभाग में डेप्युटी सेक्रेटरी के पद पर रहते हुए सेवाएं दे रहे हैं।
पत्नी भी आईआरएस अधिकारी
मोहित बुंदस की पत्नी शोभना मीना भी आईआरएस अधिकारी है। मंगलवार को उन्होंने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने में उन्होंने कहा है कि पति मोहित बुंदस, सास पुष्पा बुंदस और दो ननद शादी के बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं। मंगलवार को दोपहर में पति ने ऑफिस में आकर गाली गलौज की है। शोभना ने कहा है कि सगाई के बाद से ही ससुराल के लोग नगद के लिए उलाहना देना शुरू कर दी थी। दोनों की सगाई 24 अक्टूबर 2011 को हुई थी।
शादी में किया अपमानित
शोभाना ने अपनी ननदों पर आरोप लगाया है कि छह फरवरी 2022 को जयपुर में एक शादी समारोह के दौरान सभी के सामने ननदों ने मेरे साथ अभद्रता की है। पति ने अपने परिवार का ही पक्ष लिया। शोभना का एक बेटा भी है, ससुराल के लोगों के व्यवहार से वह बेटे को लेकर भी चिंतित हैं।