18 फरवरी से होगी बच्चों में विटामिन की जांच: SDM ने अधिकारियों से कहा- 7 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराएं – Guna News

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18 फरवरी से होगी बच्चों में विटामिन की जांच:  SDM ने अधिकारियों से कहा- 7 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराएं – Guna News

18 फरवरी से होगी बच्चों में विटामिन की जांच: SDM ने अधिकारियों से कहा- 7 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराएं – Guna News

दस्तक अभियान को लेकर राघौगढ़ SDM ने अधिकारियों, कर्मचारियों की बैठक ली। इसमें अभियान के दूसरे चरण की रुपरेखा बनाई गई। बैठक में BMO, BPM, BCM के साथ ANM, आशा सुपरवाइजर और महिला बाल विकास की सुपरवाइजर मौजूद रहीं।

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SDM विकास कुमार आनंद ने बताया कि दस्तक अभियान का दूसरा चरण 18 फरवरी से 18 मार्च तक चलाया जाना है। इसमें 9 महीने से 5 वर्ष तक के बच्चों में विटामिन ए अनुपूरण और एनीमिया फॉलो अप टेस्टिंग की जाना है। साथ ही पिछले चरण में चिह्नित समस्त एनीमिक बच्चों की डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर के हीमोग्लोबिन की जांच भी की जानी है। उल्लेखनीय है कि बच्चों का हीमोग्लोबिन 7 से 9.9 होना चाहिए।

TB उन्मूलन के लिए बैठक की गई।

सर्वे सूची का डिजिटलाइज हो चुका उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता द्वारा सर्वे करने के बाद सर्वे सूची को डिजिटलाइज किया जा चुका है। उन्होंने निर्देशित किया कि BMO इस ड्यू लिस्ट की हार्ड कॉपी ANM को दें, जिसमें बच्चे की जन्मतिथि भी अंकित हो। ANM को ड्यू लिस्ट के साथ आवश्यक मेडिसिन, उपकरण 15 फरवरी तक दिलवा दिया जाए। बच्चों का हीमोग्लोबिन 7 ग्राम से कम होने पर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर रेफर किया जाए। यदि बच्चा गंभीर एनीमिया ग्रसित होने के साथ-साथ SAM भी है तब ऐसी स्थिति में NRC में एडमिट कराया जाए।

उन्होंने निर्देशित किया कि गतिविधियों के लिए ग्राम विजिट के दौरान पंपलेट भी दिया जाए, जिसमें सामान्य और सरल भाषा में विटामिन ए के संबंध में जानकारी हो। जैसे विटामिन ए से क्या लाभ है, इसकी कमी से क्या शरीर में लक्षण आते हैं, बचाव के लिए खान पान में क्या क्या शामिल किया जाए। ये सब जानकारी पंपलेट में होनी चाहिए।

TB उन्मूलन के लिए समीक्षा बैठक इस बैठक के बाद टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर DTO (जिला TB अधिकारी) और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। BMO द्वारा अवगत कराया गया कि ब्लॉक में अभी कुल 167 TB के रोगी चिह्नित किए गए हैं, जिनका डॉट्स के द्वारा ट्रीटमेंट किया जा रहा है।

समीक्षा के बाद निर्देशित किया गया कि टीबी उन्मूलन के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है मरीज की पहचान। इसके लिए टीबी के सेंसिटिव पॉकेट (जहां टीबी के पेशेंट ज्यादा हो सकते है) जैसे ईट भट्टे में आसपास, नगर पालिका का कबीर मोहल्ला, होली चौक, बरबट पुरा आदि जगहों में अच्छे से स्क्रीनिंग की जाए इसके लिए इन जगहों में कैंप भी लगाया जाए। CHO द्वारा 15 दिवस में एक बार टीबी रोगी के घर जाकर फॉलोअप लिया जाए। नगर पालिका के सभी सफाई मित्रों की भी स्क्रीनिंग कराई जाए। इसके किए नगर पालिका में कैंप लगाया जाए।

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