12वीं बोर्ड परीक्षा के राजनीति विज्ञान पेपर में कांग्रेस ही कांग्रेस, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पर्चा, जानिए क्या है इसकी सच्चाई? h3>
रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Rajasthan Board) की ओर से आयोजित 12वीं कक्षा की राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा (RBSE 12th Political Science) का पेपर शुक्रवार को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इस प्रश्न पत्र में कांग्रेस से जुड़े सवालों को लेकर सीधे तौर पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार (rajasthan’s congress govt) को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रश्नपत्र में कुल 6 प्रश्न ऐसे हैं जो सीधे तौर पर कांग्रेस से जुड़े हैं। इन प्रश्नों को एक साथ जोड़ कर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल किया जा रहा है और प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि ‘महाराणा प्रताप के योगदान को शून्य कर देने पर तुली कांग्रेस के बोर्ड के परीक्षकों को सिर्फ़ कांग्रेस ही कांग्रेस नज़र आती है। इन्होंने परीक्षा का भी मज़ाक बना कर रख दिया है’।
सोशल मीडिया पर वायरल पेपर।
जानिए कौन कौन से प्रश्न पूछे गए थे प्रश्न पत्र में
1. 1984 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने कुल कितनी सीटें जीती थी ?
2. भारत के प्रथम 3 आम चुनावों में किस दल का प्रभुत्व रहा ?
3. ‘गरीबी हटाओ’ का नारा किसने दिया ?
4. कांग्रेस की सामाजिक एवं विचारधारात्मक गठबंधन के रूप में संक्षिप्त विवेचना कीजिए ।
5. कांग्रेस ने 1967 का आम चुनाव किन परिस्थितियों में लड़ा व इसका क्या जनादेश मिला ? विवेचना कीजिए ।
6. ‘आम चुनाव 1971 कांग्रेस की पुनर्स्थापना का चुनाव साबित हुआ। इस कथन की व्याख्या कीजिए ।
कुल 6 प्रश्न सीधे तौर पर कांग्रेस से जुड़े हुए पूछे गए। इसे लेकर सोशल मीडिया पर राजस्थान की प्रदेश कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। सीधे तौर पर आरोप लगाया जा रहा है कि जानबूझकर पॉलीटिकल साइंस के इस प्रश्न पत्र में कांग्रेस से जुड़े हुए सवाल ज्यादा पूछे गए।
अब जानिए इसकी वास्तविकता
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिरमी खालसा (राजगढ़,चूरू) के राजनीति विज्ञान के स्कूल व्याख्याता दिनेश महला ने बताया कि प्रश्न पत्र में कोई भी सवाल सिलेबस से बाहर का नहीं है। इस प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय, रिक्त स्थान, अतिलघु उत्तरात्मक, लघु उत्तरात्मक, दीर्घ उत्तरीय और निबंधात्मक प्रश्नों की कुल संख्या करीब 60 से ज्यादा है। कुल 60 प्रश्नों में से 6 प्रश्न कांग्रेस से जुड़े होना स्वाभाविक है। NCERT द्वारा तैयार किए गए सिलेबस में जो बिंदु दिए गए हैं। उन्हीं बिंदुओं में से प्रश्न पूछे गए हैं।
राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करना उचित?
प्रतियोगिता परीक्षाओं के एक्सपर्ट अरुण ढाका बताते हैं कि एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम राज्य सरकार से नहीं करती है। ऐसे में कांग्रेस से जुड़े इन सवालों को लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करना उचित नहीं है। 12वीं कक्षा की राजनीतिक विज्ञान की पुस्तक में ‘एक दल के प्रभुत्व का दौर’ और ‘कांग्रेस प्रणाली:- चुनौतियां एवं पुनर्स्थापना’ टॉपिक सिलेबस में है। इसी वजह से कांग्रेस से जुड़े ये प्रश्न पूछे गए हैं। इन 6 प्रश्नों में 3 प्रश्न 1-1 अंक के हैं। एक प्रश्न 2 अंक का है। दो अन्य प्रश्न जो कि अथवा में पूछे गए हैं वे 3 अंक का है। ऐसे में कुल 8 अंकों के प्रश्न पूछे गए हैं।
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सोशल मीडिया पर वायरल पेपर।
जानिए कौन कौन से प्रश्न पूछे गए थे प्रश्न पत्र में
1. 1984 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने कुल कितनी सीटें जीती थी ?
2. भारत के प्रथम 3 आम चुनावों में किस दल का प्रभुत्व रहा ?
3. ‘गरीबी हटाओ’ का नारा किसने दिया ?
4. कांग्रेस की सामाजिक एवं विचारधारात्मक गठबंधन के रूप में संक्षिप्त विवेचना कीजिए ।
5. कांग्रेस ने 1967 का आम चुनाव किन परिस्थितियों में लड़ा व इसका क्या जनादेश मिला ? विवेचना कीजिए ।
6. ‘आम चुनाव 1971 कांग्रेस की पुनर्स्थापना का चुनाव साबित हुआ। इस कथन की व्याख्या कीजिए ।
कुल 6 प्रश्न सीधे तौर पर कांग्रेस से जुड़े हुए पूछे गए। इसे लेकर सोशल मीडिया पर राजस्थान की प्रदेश कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। सीधे तौर पर आरोप लगाया जा रहा है कि जानबूझकर पॉलीटिकल साइंस के इस प्रश्न पत्र में कांग्रेस से जुड़े हुए सवाल ज्यादा पूछे गए।
अब जानिए इसकी वास्तविकता
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिरमी खालसा (राजगढ़,चूरू) के राजनीति विज्ञान के स्कूल व्याख्याता दिनेश महला ने बताया कि प्रश्न पत्र में कोई भी सवाल सिलेबस से बाहर का नहीं है। इस प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय, रिक्त स्थान, अतिलघु उत्तरात्मक, लघु उत्तरात्मक, दीर्घ उत्तरीय और निबंधात्मक प्रश्नों की कुल संख्या करीब 60 से ज्यादा है। कुल 60 प्रश्नों में से 6 प्रश्न कांग्रेस से जुड़े होना स्वाभाविक है। NCERT द्वारा तैयार किए गए सिलेबस में जो बिंदु दिए गए हैं। उन्हीं बिंदुओं में से प्रश्न पूछे गए हैं।
राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करना उचित?
प्रतियोगिता परीक्षाओं के एक्सपर्ट अरुण ढाका बताते हैं कि एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम राज्य सरकार से नहीं करती है। ऐसे में कांग्रेस से जुड़े इन सवालों को लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करना उचित नहीं है। 12वीं कक्षा की राजनीतिक विज्ञान की पुस्तक में ‘एक दल के प्रभुत्व का दौर’ और ‘कांग्रेस प्रणाली:- चुनौतियां एवं पुनर्स्थापना’ टॉपिक सिलेबस में है। इसी वजह से कांग्रेस से जुड़े ये प्रश्न पूछे गए हैं। इन 6 प्रश्नों में 3 प्रश्न 1-1 अंक के हैं। एक प्रश्न 2 अंक का है। दो अन्य प्रश्न जो कि अथवा में पूछे गए हैं वे 3 अंक का है। ऐसे में कुल 8 अंकों के प्रश्न पूछे गए हैं।
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