100 करोड़ से अधिक की जमीनों पर कब्जे का मामला: SSP ने गठित की एसआईटी, लेखपाल के गैंग में शामिल चेहरे होंगे बेनकाब, अब तक 5 मुकदमे दर्ज – Bareilly News

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100 करोड़ से अधिक की जमीनों पर कब्जे का मामला:  SSP ने गठित की एसआईटी, लेखपाल के गैंग में शामिल चेहरे होंगे बेनकाब, अब तक 5 मुकदमे दर्ज – Bareilly News

100 करोड़ से अधिक की जमीनों पर कब्जे का मामला: SSP ने गठित की एसआईटी, लेखपाल के गैंग में शामिल चेहरे होंगे बेनकाब, अब तक 5 मुकदमे दर्ज – Bareilly News

बरेली में पुलिस की मिलीभगत से रातों रात करोड़ो की जमीनों पर कब्जे करने वाले लोगों के मामले में पुलिस जहां अब तक दो मुख्य आरोपियों को जेल भेज चुकी है तो वही पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसएसपी अनुराग आर्य ने इंस्पेक्टर क्राइम अ

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एसपी सिटी ने किया था पर्दाफाश

दरअसल इस मामले का पर्दाफाश आईपीएस ऑफिसर बरेली के एसपी सिटी मानुष पारीक ने किया था। उनके पास जब एक पीड़ित शिकायत लेकर पहुंचा और उसने उन्हें पूरा घटनाक्रम बताया कि किस तरह से बारादरी के तत्कालीन इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने रातों रात उसके करोड़ो के प्लॉट पर लेखपाल सावन कुमार जायसवाल का कब्जा करवाया गया। जिसके बाद एसपी सिटी ने पूरे मामले की छानबीन की और उनकी रिपोर्ट पर इंस्पेक्टर सुनील कुमार, चौकी इंचार्ज सेटेलाइट समेत 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया। जिसके बाद अब इस मामले में लगातार पीड़ित लोग अपनी शिकायतें लेकर आ रहे है। SSP ने एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। जिसमें बारादरी थाने के इंस्पेक्टर क्राइम अरविंद कुमार, एसएसआई रोहित कुमार, भोजीपुरा थाने के दारोगा हितेश देवल, और कैंट थाने के दारोगा सचिन और नितिन समेत मुख्य आरक्षी लोकेन्द्र बलियान को शामिल किया गया है। ये लोग अब इस पूरे प्रकरण की जांच करेंगे। जिसके बाद माना जा रहा है कि इस मामले में कई लोगों के नाम सामने आएंगे।

इस तरह किया था कब्जा

आकाश पुरम के रहने वाली इलियास ने एसपी सिटी को बताया कि आनंद विहार कॉलोनी में उनके पड़ोसी निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार जायसवाल ने उनके प्लॉट पर जबरन कब्जा कर लिया। जब उनके पति आसिम हुसैन को जब इस बात की जानकारी हुई तो वो अपने प्लॉट पर पहुंचे। तो वहां मौजूद अनुसूचित जाति के महिलाओं ने उनकी पिटाई कर दी। जिसके शिकायत लेकर जब वो थाना बारादरी पहुंचे तो पुलिस ने उनका हो शांति भंग में चालान कर दिया और रात भर थाने में बैठाए रखा। एसपी सिटी के निर्देश पर इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में 5 लोगों को नामजद करते हुए 35 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें अभी तक मुख्य आरोपी निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार जायसवाल और अमित कुमार राठौर को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इन लोगों का गिरोह काफी बड़ा है। इसमें नेता, वकील, अनुसूचित जाति की महिलाएं भी शामिल है।

दैनिक NEWS4SOCIALकी खबर देखकर पीड़ित न्याय के लिए पहुंच रहे थाने

लेखपाल और उसके साथी की खबर दैनिक NEWS4SOCIALमें आने के बाद लोगों को जानकारी हुई कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तो पुलिस के पास रोजाना शिकायतें आ रही है। इस मामले में अब तक 5 मुकदमे दर्ज किए का चुके है। जिसमें 3 मुकदमे बारादरी थाने में और 2 मुकदमे कैंट थाने में दर्ज किए गए है।

गरीब और बेसहारा लोगों को लालच देकर करवा देते थे किसी के भी प्लॉट को रजिस्ट्री

ये गैंग बड़ा ही शातिर है। और गरीब मजदूर, झोपड़ी में रहने वाले लोगों को अपना शिकार बनाता था। ये गैंग ऐसे लोगों को रुपयों का लालच देकर किसी भी बेशकीमती जमीन का मालिक बनकर खड़ा कर देते है और रजिस्ट्री करवा देते है। एक दिन पहले ही हरुनगला निवासी हरिओम एसएसपी ऑफिस पहुंचा। उसने पुलिसकर्मियों को बताया कि साहब मुझे 15 सौ रुपए देकर हिम्मत सिंह कोल्ड स्टोर का फर्जी बैनामा करा लिया। उस कोल्ड स्टोर की कीमत ही करीब 50 करोड़ के लगभग है। इसी तरह एक नेहा नाम की महिला है जो सड़क पर पन्नी डालकर रहती है। उसने 17 सौ गज के प्लॉट के 5 बैनामे किए। हालांकि मुकदमा दर्ज होने के बाद से वो महिला फरार है।

विस्तार से जाने पूरा मामला, कैसे एक लेखपाल बना करोड़ो की संपत्ति का मालिक

बरेली के एसपी सिटी ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जिसका बरेली में आतंक था। इस गैंग का इतना खौफ था कि लोग इसके खिलाफ थाने में शिकायत करने से भी डरते थे। ये गैंग जिसकी जमीन पर चाहता था कब्ज़ा ले लेता था। और जमीन का मालिक कुछ भी बोलता तो उसे बेरहमी से पीटते और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा देते थे। इस गैंग के अब तक कई मामले सामने आ चुके है। दैनिक NEWS4SOCIALने जब इस खबर को प्रकाशित किया तो लोगो को जानकारी हुई की गैंग का सरगना लेखपाल और उसका साथी अमित राठौर गिरफ्तार हो गया है। उसकी फोटो देखकर लोग अधिकारिओ के पास पहुचे, बोले साहब हमारी जमीन पर भी इन लोगो ने कब्ज़ा कर रखा है। पुलिस के पास अब तक करीब एक दर्जन मामले आ चुके है। एसपी सिटी मानुष पारीक ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी।

लेखपाल के गैंग की खुलने लगी परते

एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार जायसवाल और उसके साथी तिलकधारी अमित राठौर को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया की इस गैंग में करीब 30 से 40 लोग है। इन लोगो ने सेटेलाईट बस स्टैंड के पास 1700 गज के 25 करोड़ के प्लॉट पर कब्ज़ा किया। इसके आलावा आरटीओ ऑफिस के पास एक दिव्यांग के 22 सौ गज के प्लाट पर कब्ज़ा किया , जिसकी कीमत करीब 40 करोड़ के करीब बताई जा रही है। इसी तरह आनंद बिहार कालोनी में 300 गज के प्लाट पर कब्ज़ा किया। आरटीओ ऑफिस के पास जिस 22 सौ गज के प्लाट पर कब्ज़ा किया उस दिव्यांग बुजुर्ग ने सिर्फ इतना कहा की हमारे प्लाट पर कब्ज़ा क्यों कर रहे हो इस पर उन्हें बेरहमी से पीटा। बुजुर्ग से कहा की अगर पुलिस के पास गए तो तुम्हे जान से मार देंगे। इस गैंग का इतना खौफ था कि वो बुजुर्ग थाने में शिकायत तक करने नहीं गया। इतना ही नहीं पुलिस से साठगाठ के चलते बुजुर्ग के खिलाफ रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज करवा दिया।

एसपी सिटी के सामने सिसक-सिसक कर रोया बुजुर्ग

बोला साहब आप पहले अफसर है जिन्होंने इस गैंग के खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत जुटाई, वर्ना तो जाने कितने अफसर आये और चले गए। आपकी बदौलत मुझे मेरी जमीन वापिस मिल गई। उन्होंने बताया की इन लोगो ने कई सारे प्लाट पर कब्ज़ा कर रखा है। जैसे लोगो को इसकी जानकारी हो रही है लोग उसके पास शिकायते लेकर आ रहे है। उन्होंने बताया की मीडिया में खबरे आने के बाद लोगो को जानकारी हुई है जिसके बाद लगातार लोग उनके पास शिकायते लेकर पहुच रहे है। उन्होंने बताया की उनके पास अब तक 5 नए मामले इसी गैंग के खिलाफ शिकायत लेकर आ चुके है। वही एसएसपी अनुराग आर्य के पास भी करीब 8 लोग अपनी अपनी शिकायत लेकर पहुचे।

जिला अस्पताल के EMO के परिजन को भी ठगा, साल भर से लगा रहे थे थाने और सीओ ऑफिस के चक्कर

जिला अस्पताल के EMO डॉ हरीश के परिवार को भी इस गैंग ने ठग लिया। डॉ हरीश की सांस ने 2018 में एक प्लाट कोतवाली थाना क्षेत्र में 6 लाख का खरीदा था। उन्होंने अमित राठौर से प्लाट खरीदा था। लेकिन उन्हें पता चला अमित राठौर ने जिस प्लाट को उन्हें बेचा है वो उसका असली मालिक नहीं है बल्कि 2016 में भी अमित राठौर ने किसी अन्य व्यक्ति को यही प्लाट बेच दिया था। उनका कहना है की एक साल से वो कोतवाली थाने और सीओ के चक्कर लगा रहे थे लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। थाने और सीओ ऑफिस में गैंग की अच्छी पहुच की वजह से उनकी सुनवाई नहीं हुई और उनकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हुई। अब जब आपने इस गैंग का पर्दाफाश किया है तो हमारी रिपोर्ट भी दर्ज कर ली जाये। जिस पर एसपी सिटी ने कोतवाली थाने को एफआईआर दर्ज करने के आदेश किये है। बड़ा सवाल ये है की साल भर तक मामले को लटकाए रखने वाले पुलिसकर्मियों पर कब कार्यवाही होगी।

इस तरह होता है जमीनों पर कब्जा

इस गैंग में सबके काम बटे हुए थे। इसमें एक नेहा नाम की महिला है जिसने 17 सौ गज के प्लाट की 5 बैनामे किये। पुलिस अब उस महिला का पता लगा रही है लेकिन उस महिला का कोई पता नहीं लग सका। एसपी सिटी ने बताया की इनके गैंग में एक वकील और कई अनुसूचित जाति की महिलाएं है। ये लोग प्लाट पर कब्ज़ा करके उस पर CCTV कैमरे लगा देते है और अनुसूचित जाति की महिलाओं को प्लाट की देखरेख के लिए बैठा देते है। जब जमीन का मालिक अपनी जमीन पर पहुचता है तो ये महिलाये उसके साथ मारपीट करती है और उसे SCST एक्ट, रेप और छेड़खानी के फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देते है। इन लोगो की थाने चौकी में भी अच्छी पकड़ है। पुलिस की मिलीभगत से किसी भी प्लाट पर कब्ज़ा करना इनके लिए बहुत आसान होता है। पुलिस के पास जब पीड़ित पहुचता है तो पुलिस उसे हड़काती है, डराती है और उलटा पीड़ित के खिलाफ ही कानूनी शिकंजा कस देती है। बारादरी थाने के इन्स्पेक्टर सुनील कुमार, सेटेलाईट चौकी के प्रभारी समेत एक हेड कांस्टेबल को भूमाफिया से गैंग पैसे लेने और पीड़ित के खिलाफ कार्यवाही करने के आरोप में सस्पेंड किया जा चुका है। अभी कई और पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरना बाकी है।

एसपी सिटी के सीयूजी नंबर पर फोन करके दे सकते है सूचना

एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि इस गैंग के दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार जायसवाल और अमित राठौर है। ये दोनों इस गैंग के मुख्य आरोपी है। इस गैंग में वकील और अनुसूचित जाति की कई महिलाये और अन्य लोग शामिल है। सभी के खिलाफ गंभीर धाराओ में मुकदमा दर्ज किया गया है। जो भी लोग उनके पास शिकायत लेकर आ रहे है सभी के मुकदमे दर्ज किये जा रहे है। इस गैंग को रजिस्टर कर गैंगस्टर और भूमाफिया की कार्यवाही की जाएगी। इन सभी की संपत्ति भी कुर्क की जाएगी। उन्होंने कहा किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को भी कोई सूचना देनी हो तो वो उनके सीयूजी नंबर 9454401035 पर फोन करके दे सकता है।

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