10 स्कूलों के 4 लाख बेटी के खाते में डाले: खंडवा में महिला जनशिक्षक सस्पेंड, सीईओ ने दिए गबन की राशि वसूली के आदेश – Khandwa News h3>
शिक्षा विभाग में पदस्थ जनशिक्षक ने प्राचार्यों के जिओ टैग का उपयोग कर सामग्री के भुगतान सहित अन्य खर्च के 4 लाख रु. अपने मोबाइल फोन से बेटी के खाते में ट्रांसफर कर दिए। जांच में वित्तीय अनियमितता सामने आने पर कलेक्टर के आदेश पर सीईओ जिला पंचायत ने जन
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लोक शिक्षण संचालनालय के आदेश हैं कि समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत आईए व एसएमसी स्तर वाले भुगतान एक ही मोबाइल नंबर से एक से ज्यादा एजेंसियों में उपयोग नहीं किए जा सकते। अगर कोई ऐसा करता है तो वह वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है। ऐसे मोबाइल नंबर की जांच कर उक्त व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है। निर्देशों के परिपालन में जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनाई गई।
टीम ने जांच में पाया कि दीपाली दुबे प्रभारी जनशिक्षक जनपद शिक्षा केंद्र डुल्हार विकासखंड छैगांवमाखन के मोबाइल नंबर से उनके द्वारा 10 शालाओं की राशि 65 हजार 544 रूपए, साथ ही विकासखंड की अन्य शालाओं की राशि 3 लाख 40 हजार 807 रूपए इस प्रकार कुल 4 लाख 6 हजार 351 रूपए उनकी बेटी के खाते में ट्रांसफर की गई। जनशिक्षक द्वारा इस राशि का ट्रांसफर इन स्कूलों के प्राचार्यों के जिओ टैग पासवर्ड लेकर एक ही मोबाइल नंबर से किया गया।
जनशिक्षक ने नया काम बताया, गलती स्वीकार की
मामले में जनशिक्षक को 27 दिसंबर को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया। जनशिक्षक ने जवाब में बताया कि शून्य शिक्षकीय शालाओं में मेरी मेकर की भूमिका थी। साथ ही बेटी कम्प्यूटर के समस्त ऑनलाइन कार्य कर लेती थी। प्रधान अध्यापकों द्वारा बेटी से कार्य करवाए गए जिसका भुगतान उसके खाते में कार्य के एवज में किया गया। कार्य नया व अधिक जानकारी नहीं होने से शीघ्रता में किया गया।
गबन का आरोप तय, जनशिक्षक निलंबित
जिला शिक्षा अधिकारी पीएस सोलंकी ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर एक ही व्यक्ति के नाम एवं मोबाइल नंबर एक से अधिक आईए में उपयोग होने से वित्तीय अनियमितता एवं भुगतान नियमानुसार नहीं किया गया है। जो कि शासकीय धन को अपने निजी संबंधित के खाते में ट्रांसफर करना घोर वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है। प्रभारी जनशिक्षक दीपाली दुबे को निलंबित कर राशि वसूली के आदेश जारी किए गए है।