₹600 करोड़ की दौलत, फिर कैसे बिक गया शिप्रा मॉल, कौन हैं मोहित सिंह

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₹600 करोड़ की दौलत, फिर कैसे बिक गया शिप्रा मॉल, कौन हैं  मोहित सिंह

₹600 करोड़ की दौलत, फिर कैसे बिक गया शिप्रा मॉल, कौन हैं मोहित सिंह

नई दिल्ली: दिल्ली-नोएडा के बीच बना मशहूर शिप्रा मॉल (Shipra Mall) बिक गया है। जिन मॉल को साल 2005 में शिप्रा ग्रुप (Shipra Group) ने बनाया आज वो उसके हाथों से निकल गया है। बीते हफ्ते इंदिरापुरम स्थित शिप्रा मॉल की डील पूरी हो गई। 551 करोड़ रुपये में ये मॉल हिमरी एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड (Himri Estate Private Limited) ने खरीद लिया है। इंडियाबुल्स (Indiabulls) ने इस मॉल की नीलामी कर दी, जिसके बाद इसे हिमरी प्राइवेट लिमिटेड ने खरीद लिया।

क्यों बिका शिप्रा मॉल

गाजियाबाद के पॉश इलाके इंदिरापुरम में बना शिप्रा मॉल को शिप्रा रियल एस्टटे ने बनाया है। ये कंपनी बीते कुछ सालों से आर्थिक तंगी, कर्ज के बोझ से गुजर रही है। कंपनी के कई वेंचर फ्लॉप साबित हो रहे हैं। शिप्रा ग्रुप ने अपने कई प्रोजेक्ट्स के लिए इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस से करोड़ों रुपये का कर्ज लिया है। लोन के लिए शिप्रा ग्रुप ने शिप्रा मॉल समेत अपनी 6 प्रॉपर्टी को इंडिया बुल्स के पास गिरवी रखा था। जब शिप्रा ग्रुप लोन नहीं चुका पाया तो इंडिया बुल्स ने कंपनी को डिफाल्टर घोषित कर मॉल की नीलामी कर दी।

कैसे हुई शिप्रा ग्रुप की शुरुआत

साल 1987 में शिप्रा ग्रुप की नींव रखी गई। हरपाल सिंह (Harpal Singh) ने शिप्रा समूह की शुरुआत की। कंपनी ने दिल्ली, देहरादून, मसूरी, गाजियाबाद, नोएडा में अपना कारोबार शुरू किया। कई होटल, बिजनेस पार्क बनाए गए। साल 1996 में कंपनी ने रियल एस्टेट कंपनी के साथ शिप्रा अपार्टमेंट्स (Shipra apartments) की शुरुआत की। शिप्रा रिवेरा प्रोजेक्ट, शिप्रा सन सिटी जैसे प्रोजेक्ट के जरिए कंपनी ने रियल एस्टेट में अपने पांव जमा लिए। इसके बाद कंपनी ने ताबड़तोड़ मॉल बनाना शुरु किया। शिप्रा मॉल, नोएडा का सेंटरस्टेज मॉल इसी ग्रुप का हिस्सा है। होटल, मॉल्स, अपार्टमेंट के अलावा, बिजनेस /आईटी पार्क, होटल, मल्टीप्लेक्स, टाउनशिप कंपनी ने तैयार किया।

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कौन हैं मोहित सिंह

मोहित सिंह शिप्रा समूह के एमडी हैं। मोहित के नेतृत्व में कंपनी का टर्नओवर 36 करोड़ डॉलर से ऊपर पहुंच गया। कंपनी ने हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कई प्रोजेक्ट शुरू किए और ऑन टाइम हैंडओवर किया। मोहित सिंह के नेतृत्व में शिप्रा मॉल, 5-स्टार होटल, शिप्रा सन सिटी, जैसे प्रोजेक्ट को लॉन्च कर पूरा किया गया। शिप्रा कंपनी का नेटवर्थ 73 करोड़ डॉलर यानी करीब 6,00,95,64,400 रुपये तक पहुंच गया। 20 सालों के भीतर ही कंपनी को उन्होंने नई ऊंचाईयों पर पहुंचा दिया। कंपनी रियल एस्टेट की दिग्गज कंपनियों में शामिल हो गई। कंपनी ने अब तक 8200 रेसिडेंशियल यूनिट तैयार कर खरीदारों को हैंडओवर किया है।

कर्ज पड़ा भारी

कर्ज का बोझ एक और कंपनी पर भारी पड़ा। शिप्रा ने अपने कई प्रोजेक्ट्स के लिए भारी भरकम कर्ज लिया। लोन और संपत्ति कर विवाद के कारण कई बार कंपनी मुश्किल में आई। बकाया राशि का भुगतान नहीं करने के कारण मॉल को दो दिन के लिए सील तक कर दिया गया। वहीं इंडियाबुल्स ने बकाया कर्ज नहीं चुकाने पर कंपनी की गिरवी संपत्ति को नीलाम करने का फैसला कर लिया। शिप्रा मॉल भी इसी कारण बिका। इंडियाबुल्स से लोन मामला काफी चर्चा में रहा। लोन न चुका पाने की स्थिति में दोनों कंपनियों के बीच कानूनी जंग भी चली। कोर्ट की दखल के बाद इंडिया बुल्स ने शिप्रा मॉल्स की नीलामी कर दी।

क्यों फेसम है शिप्रा मॉल

दिल्ली-गाजियाबाद नेशनल हाईवे पर नोएडा बॉर्डर के पास बसे इंदिरापुरम स्थित शिप्रा मॉल काफी पॉपुलर है। इसकी पहचान दिल्ली-NCR की सबसे बड़ी कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के तौर पर है। यहां दुनियाभर के पॉपुलर ब्रैंड्स मौजूद हैं। शिप्रा मॉल में दुनिया के कई पॉपुलर ब्रांड है। युवाओं के बीच ये मॉल काफी पॉपुलर रहा है। क्लोदिंग ब्रांड स्टोर्स फुटवेयर ब्रांड, वांच, स्पोर्ट्स, फनीचर्स के पॉपुलर ब्रांड यहां एक छत के नीचे मिल जाते हैं। सबसे खास मॉल का ओपन एरिया है, जो लोगों को अपनी तरफ खींचता है। 4.5 लाख वर्गमीटर में फैला ये मॉल लोगों को शॉपिंग का अनोखा अनुभव देता है।

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