होली को लेकर बाजारों में बढ़ी चहल-पहल, रंग गुलाल और पिचकारी से सजी दुकानें

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होली को लेकर बाजारों में बढ़ी चहल-पहल, रंग गुलाल और पिचकारी से सजी दुकानें

होली को लेकर बाजारों में बढ़ी चहल-पहल, रंग गुलाल और पिचकारी से सजी दुकानें


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गढ़पुरा, निज संवाददाता। रंगों का त्योहार होली को लेकर बाजारों में चहल पहल बढ़ गई है। पिचकारी, मुखौटों और रंग-गुलाल से बाजार सज चुके हैं। गढ़पुरा बाजार में रंग-गुलाल, पिचकारी, होली टी-शर्ट, कैप आदि बड़े पैमाने पर पहुंच चुके हैं। इस बार बाजार में फिल्मी हस्तियों के साथ-साथ नेताओं, खिलाड़ियों के मुखौटे, कार्टून फिल्मों के टाम एंड जेरी, फैडम, डोरेमोन आदि के मुखौटे बाजार में पहुंच चुके हैं। हर्बल रंग, गुलाल की डिमांड बढ़ रही है। प्राकृतिक चीजें से बनने वाले यह रंग-गुलाल त्वचा के लिए पूरी तरह से सुरक्षित रखते हैं। ऐसे में लोग जमकर होली खेलने के साथ चेहरे को सुरक्षित रखना भी पसंद करते हैं। ऐसे में हर्बल गुलाल की पूछ बढ़ गई है। बाजार में बड़े पैमाने पर इस तरह के रंग-गुलाल लाए गए हैं जो सुरक्षित होने के साथ खुशबूदार भी होता है।

मिठाई के रंग और चमक पर नहीं जाएं, सेहत हो सकती है खराब

होली को लेकर मिठाइयों का बाजार भी सजने लगा है। जैसे-जैसे त्योहार करीब आता जा रहा है, मिठाइयां की डिमांड बढ़ रही हैं। डिमांड बढ़ जाने से मिठाइयों में मिलावट भी बढ़ गई है, जो सेहत के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। होली में लोग रंगीन मिठाइयों की चमक पर जाते हैं और मिलावटी मिठाई की खरीदारी करते हैं। मिलावटी मिठाइयां पाचन तंत्र और आंतों को नुकसान पहुंचती है। इससे कब्ज, उल्टी, दस्त, पेट दर्द और गैस की दिक्कत हो सकती है। लंबे समय तक इन्हें खाने से शरीर में सूजन भी हो सकता है। आकर्षक पैकिंग और खुशबूदार मिठाइयों के डब्बे भी त्योहार में खूब बिकते हैं। होली में भी मिठाई के डब्बे का खूब इस्तेमाल होता है। इसके कारण मिठाइयों मे मिलावट भी बेतहाशा होती है और इसके कारण रखरखाव और बनाने का तरीका बहुत घटिया स्तर का होता है। अक्सर मिठाई की दुकानों में सफाई नहीं रहती है।

ऐसे करें मिलावटी मिठाई की पहचान

खोआ में मैदा सिंथेटिक दूध आर्टिफिशियल पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है, वहीं सिंथेटिक खोआ में डिटर्जेंट पाउडर, यूरिया और घटिया किस्म का तेल प्रयोग किया जाता है। सिंथेटिक खोआ का असर पानी में मिलाएंगे तो वह टुकड़े में बंट जाता है, जबकि असली खोआ पानी में धुल जाएगा। मिठाई में आयोडीन की 5 से 7 बुंदे और 5 से 7 दाने चीनी के डालें और उसे गर्म करें नकली मिठाई का रंग नीला हो जाएगा। हाइड्रोक्रिक एसिड की 5 से 6 बूंदें डालें या उस टुकड़े को इसमें कुछ देर के लिए डुबो दें। मिलावट होने पर रंग लाल या हल्का गुलाबी पड़ जाएगा।

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