हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों और पुलिस में झड़प: विपक्ष का आरोप- स्टूडेंट्स को बाल पकड़कर घसीटा, लड़कियों के कपड़े फाड़ दिए h3>
हैदराबाद8 मिनट पहले
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यूनिवर्सिटी छात्रसंघ का कहना है कि वे शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे थे। पुलिस ने छात्रों को जबरन हिरासत में लिया और दुर्व्यवहार किया।
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पास आईटी पार्क बनाने के का विरोध कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच रविवार को खूब हंगामा हुआ। छात्र पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं की वजह से प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे थे। इस घटना के बाद राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है।
विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों के बाल पकड़कर घसीटा और उनकी पिटाई की। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में पुलिस छात्रों को घसीटकर वैन में डालती नजर आई। छात्रों ने कहा- बुलडोजर आते देख वे मौके पर पहुंचे थे।
मामले में तेलंगाना CM रेवंत रेड्डी ने कहा- छात्रों को भड़काया जा रहा है। जमीन शहर के आईटी हब के तहत आती है। इसका यूनिवर्सिटी से कोई संबंध नहीं है। यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने भी कहा कि 1974 से जमीन का मालिकाना हक सरकार के पास है।
5 जिफ के जरिए पूरा मामला समझिए…
जमीन को समतल करने और पेड़-पौधे हटाने के लिए कई बुलडोजर आए थे।
इस पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
छात्र बुलडोजर पर चढ़कर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस उन्हें वहां से हटाने की कोशिश करने लगी।
पुलिस और छात्रों के बीच खींचतान शुरू हुई। पुलिस प्रदर्शनकारी छात्रों को घसीटकर ले गई।
पुलिस छात्रों को वैन में डालकर पुलिस स्टेशन ले गई।
BRS बोली- लड़कियों के कपड़े फाड़े गए पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी BRS ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में जमीन को समतल करने के लिए दर्जनों बुलडोजर लाए गए थे। इस दौरान पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को डंडों से पीटा।
लड़कियां रो रही थीं कि उनके कपड़े फाड़ दिए गए हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें पुलिस स्टेशन ले गई। करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
हालांकि, पुलिस ने कहा कि सरकारी काम में बाधा डालने वाले 53 छात्रों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। उनमें से कुछ छात्रों ने पुलिस पर हमला भी किया था। उन पर केस दर्ज किया जाएगा।
विपक्ष बोला- मोहब्बत की दुकान नहीं, विश्वासघात का बाजार विपक्षी पार्टी BRS ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा- कांग्रेस की ‘मोहब्बत की दुकान’ अब हैदराबाद यूनिवर्सिटी तक पहुंच गई है। राहुल गांधी हाथ में संविधान लेकर उपदेश देते फिर रहे हैं, जबकि उनकी सरकार इसके विपरीत काम कर रही है। यह मोहब्बत की दुकान नहीं विश्वासघात का बाजार है।
वहीं, यूनिवर्सिटी छात्रसंघ ने कहा कि हमने शांतिपूर्ण रैली निकाली थी। विरोध करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। पुलिस ने छात्रों को जबरन हिरासत में लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
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पुलिस-छात्र झड़प की यह खबर भी पढ़ें…
शेखावाटी यूनिवर्सिटी में पुलिस ने छात्रों को लात-घूंसों से पीटा, कैलाशानंद गिरि के आने पर हंगामा
राजस्थान के सीकर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी यूनिवर्सिटी के 5वें दीक्षांत समारोह में 28 मार्च को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के मंच पर आते ही छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने पहले छात्रों को शांत करने की कोशिश की। ब छात्र नहीं माने तो पुलिसकर्मियों ने उनके बाल पकड़कर लात-घूंसों से पिटाई की। पूरी खबर पढ़ें…
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हैदराबाद8 मिनट पहले
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यूनिवर्सिटी छात्रसंघ का कहना है कि वे शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे थे। पुलिस ने छात्रों को जबरन हिरासत में लिया और दुर्व्यवहार किया।
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पास आईटी पार्क बनाने के का विरोध कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच रविवार को खूब हंगामा हुआ। छात्र पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं की वजह से प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे थे। इस घटना के बाद राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है।
विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों के बाल पकड़कर घसीटा और उनकी पिटाई की। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में पुलिस छात्रों को घसीटकर वैन में डालती नजर आई। छात्रों ने कहा- बुलडोजर आते देख वे मौके पर पहुंचे थे।
मामले में तेलंगाना CM रेवंत रेड्डी ने कहा- छात्रों को भड़काया जा रहा है। जमीन शहर के आईटी हब के तहत आती है। इसका यूनिवर्सिटी से कोई संबंध नहीं है। यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने भी कहा कि 1974 से जमीन का मालिकाना हक सरकार के पास है।
5 जिफ के जरिए पूरा मामला समझिए…
जमीन को समतल करने और पेड़-पौधे हटाने के लिए कई बुलडोजर आए थे।
इस पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
छात्र बुलडोजर पर चढ़कर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस उन्हें वहां से हटाने की कोशिश करने लगी।
पुलिस और छात्रों के बीच खींचतान शुरू हुई। पुलिस प्रदर्शनकारी छात्रों को घसीटकर ले गई।
पुलिस छात्रों को वैन में डालकर पुलिस स्टेशन ले गई।
BRS बोली- लड़कियों के कपड़े फाड़े गए पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी BRS ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में जमीन को समतल करने के लिए दर्जनों बुलडोजर लाए गए थे। इस दौरान पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को डंडों से पीटा।
लड़कियां रो रही थीं कि उनके कपड़े फाड़ दिए गए हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें पुलिस स्टेशन ले गई। करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
हालांकि, पुलिस ने कहा कि सरकारी काम में बाधा डालने वाले 53 छात्रों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। उनमें से कुछ छात्रों ने पुलिस पर हमला भी किया था। उन पर केस दर्ज किया जाएगा।
विपक्ष बोला- मोहब्बत की दुकान नहीं, विश्वासघात का बाजार विपक्षी पार्टी BRS ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा- कांग्रेस की ‘मोहब्बत की दुकान’ अब हैदराबाद यूनिवर्सिटी तक पहुंच गई है। राहुल गांधी हाथ में संविधान लेकर उपदेश देते फिर रहे हैं, जबकि उनकी सरकार इसके विपरीत काम कर रही है। यह मोहब्बत की दुकान नहीं विश्वासघात का बाजार है।
वहीं, यूनिवर्सिटी छात्रसंघ ने कहा कि हमने शांतिपूर्ण रैली निकाली थी। विरोध करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। पुलिस ने छात्रों को जबरन हिरासत में लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
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