हैदराबाद में हैवानियतः मेरे राजू को बचा लो… मुर्दा भीड़ से मदद की भीख मांगती रही आशरीन, लेकिन किसी का खून नहीं खौला h3>
‘तमाशबीन थी जनता तमाशबीन रही
नगर के डूब गए सब मकान पानी में’
हैदराबाद: अमित झा राही का ये शेर जेहन में तब कौंधा जब मैंने आशरीन सुल्ताना (Syed Ashrin Sultana (aka Pallavi)) का वो बयान पढ़ा जिसमें वह कह रही थीं कि जब उनके पति नागराजू (Nagaraju) को बीच चौराहे चाकूओं से गोदा जा रहा था, रॉड से सिर के टुकड़े किये जा रहे थे तो वहां खड़ी भीड़ खामोश थी। आशरीन मुर्दा भीड़ से मिन्नतें करती रहीं कि कोई तो बचा ले। लेकिन लोगों ने वीडियो तो बनाया, तस्वीरें खींची। लेकिन बचाने की कोशिश नहीं की।
यहं हम जिस घटना की चर्चा कर रहे, इसकी दरिंदगी की बात आज हर कोई कर रहा। पाशविक बर्बरता का वीडियो देखकर रूह कांप जाएगी। दराबाद के सरूरनगर में मुस्लिम लड़की से शादी करने वाले नागराजू को एक भीड़-भाड़ चौराहे पर मार डाला गया। घटना उस समय की है जब नागराजू अपनी पत्नी आशरीन सुल्ताना के साथ बाइक पर सरूरनगर की तरफ जा रहे थे। नागराजू को आशरीन के भाई और उसके दोस्तों ने मारा क्योंकि वे इस शादी के खिलाफ के थे।
नागराजू रंगारेड्डी जिले के मरपल्ली गांव के रहने वाले थे जबकि सुल्ताना उसके पड़ोसी गांव घानापुर में रहती थी। दोनों सात साल से रिलेशनशिप में थे। लेकिन सुल्ताना का परिवार नागराजू के खिलाफ था। 31 जनवरी को नागराजू और सुल्ताना ने भागकर लाल दरवाजा इलाके में आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और शादी के बाद सुल्ताना ने अपना नाम बदलकर पल्लवी रख लिया था।
‘पैरों में लिपटकर मांगी जान की भीख’
पाश की कविता है- सबसे खतरनाक है, उसका एक हिस्सा है- सबसे ख़तरनाक होता है मुर्दा शांति से भर जाना। जब नागराजू को मारा जा रहा था तो वहीं खड़ी भीड़ सच में मुर्दा ही थी। इसे आप पल्लवी के बयान से समझ सकते हैं। पल्लवी कहती हैं, ‘मैंने सिग्नल पर रुके लोगों के पैर पकड़े, उनसे मदद मांगी। उनसे कहा मेरे पति को बचा लो। लेकिन कोई मदद को नहीं आया। मैं बार-बार अपने भाई और लोगों के पास जाकर उन्हें छोड़ने को कह रही थी। मैंने उनसे कहा कि अगर इसे मार दिया तो मैं भी मर जाऊंगी अगर आप लोगों ने इसे मार दिया तो मैं भी जिंदा नहीं रहूंगी। लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। मैंने उसने यह भी कहा कि मैं इन्हें छोड़ दूंगी, किसी और से शादी कर लूंगी। जिससे कहेंगे उससे शादी कर लूंगी। लेकिन उन्होंने नहीं सुनी।’
‘मैंने वहां मौजूद लोगों से मदद मांगी। लेकिन कोई मदद करने नहीं आया। पुलिस भी वहां नहीं थी। मैं चीखती रही, मदद मांगती रही। मुझे इंसाफ चाहिए। मुझे इंसाफ चाहिए। मैं क्या कहूं…बस मुझे इंसाफ चाहिए।’ पल्लवी रोते हुए कहती हैं।
तब नागराजू ने कहा था-साथ जीएंगे या मरेंगे
इस मामले अब तक में दो आरोपियों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सैयद मोबिन अहमद (30) और मोहम्मद मसूद अब्दुल हमीद (29) ने बुधवार को नागराजू की बीच सड़क हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसकी पत्नी आशरीन सुल्ताना उर्फ पल्लवी ने मीडिया के सामने आकर अपने भाइयों और रिश्तेदारों पर इस हत्या का आरोप लगाया है। पल्लवी ने कहा कि मेरे पति की दिनदहाड़े बीच सड़क पर हत्या कर दी। वहां हमारी मदद के लिए कोई नहीं आया। उन्होंने मेरी आंखों के सामने मेरे पति को बड़ी निर्दयता से मार दिया। मेरा भाई पहले से ही इस शादी को लेकर आक्रामक था। लेकिन नागराजू ने कहा था कि वो उसी के साथ जीएगा या मर जाएगा।
प्रणय पेरुमला
प्रणय पेरुमला की याद जिंदा हुई
हैदराबाद में इस तरह की बर्बरता का यह कोई पहला मामला नहीं है। झूठी शान के नाम पर ऐसे ही 24 साल के प्रणय पेरुमला की हत्या कर दी गई थी। ये घटना 14 सितंबर 2018 की है। प्रणय की दिनदहाड़े धारदार हथियार से बेरहमी से काटकर हत्या कर दी गई थी। वह अपनी गर्भवती पत्नी और मां के साथ हॉस्पिटल से बाहर निकल रहे थे, जब सबके सामने ही एक हमलावर ने पीछे से उन पर हमला कर मार डाला। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। दलित समुदाय से आने वाले प्रणय ने अमृता के साथ अंतरजातीय विवाह किया था। अमृता ने इस मामले में अपने पिता टी. मूर्ति राव और चाचा टी. श्रवण पर ही पति को मारने का आरोप लगाया था।
नगर के डूब गए सब मकान पानी में’
हैदराबाद: अमित झा राही का ये शेर जेहन में तब कौंधा जब मैंने आशरीन सुल्ताना (Syed Ashrin Sultana (aka Pallavi)) का वो बयान पढ़ा जिसमें वह कह रही थीं कि जब उनके पति नागराजू (Nagaraju) को बीच चौराहे चाकूओं से गोदा जा रहा था, रॉड से सिर के टुकड़े किये जा रहे थे तो वहां खड़ी भीड़ खामोश थी। आशरीन मुर्दा भीड़ से मिन्नतें करती रहीं कि कोई तो बचा ले। लेकिन लोगों ने वीडियो तो बनाया, तस्वीरें खींची। लेकिन बचाने की कोशिश नहीं की।
यहं हम जिस घटना की चर्चा कर रहे, इसकी दरिंदगी की बात आज हर कोई कर रहा। पाशविक बर्बरता का वीडियो देखकर रूह कांप जाएगी। दराबाद के सरूरनगर में मुस्लिम लड़की से शादी करने वाले नागराजू को एक भीड़-भाड़ चौराहे पर मार डाला गया। घटना उस समय की है जब नागराजू अपनी पत्नी आशरीन सुल्ताना के साथ बाइक पर सरूरनगर की तरफ जा रहे थे। नागराजू को आशरीन के भाई और उसके दोस्तों ने मारा क्योंकि वे इस शादी के खिलाफ के थे।
नागराजू रंगारेड्डी जिले के मरपल्ली गांव के रहने वाले थे जबकि सुल्ताना उसके पड़ोसी गांव घानापुर में रहती थी। दोनों सात साल से रिलेशनशिप में थे। लेकिन सुल्ताना का परिवार नागराजू के खिलाफ था। 31 जनवरी को नागराजू और सुल्ताना ने भागकर लाल दरवाजा इलाके में आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और शादी के बाद सुल्ताना ने अपना नाम बदलकर पल्लवी रख लिया था।
‘पैरों में लिपटकर मांगी जान की भीख’
पाश की कविता है- सबसे खतरनाक है, उसका एक हिस्सा है- सबसे ख़तरनाक होता है मुर्दा शांति से भर जाना। जब नागराजू को मारा जा रहा था तो वहीं खड़ी भीड़ सच में मुर्दा ही थी। इसे आप पल्लवी के बयान से समझ सकते हैं। पल्लवी कहती हैं, ‘मैंने सिग्नल पर रुके लोगों के पैर पकड़े, उनसे मदद मांगी। उनसे कहा मेरे पति को बचा लो। लेकिन कोई मदद को नहीं आया। मैं बार-बार अपने भाई और लोगों के पास जाकर उन्हें छोड़ने को कह रही थी। मैंने उनसे कहा कि अगर इसे मार दिया तो मैं भी मर जाऊंगी अगर आप लोगों ने इसे मार दिया तो मैं भी जिंदा नहीं रहूंगी। लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। मैंने उसने यह भी कहा कि मैं इन्हें छोड़ दूंगी, किसी और से शादी कर लूंगी। जिससे कहेंगे उससे शादी कर लूंगी। लेकिन उन्होंने नहीं सुनी।’
‘मैंने वहां मौजूद लोगों से मदद मांगी। लेकिन कोई मदद करने नहीं आया। पुलिस भी वहां नहीं थी। मैं चीखती रही, मदद मांगती रही। मुझे इंसाफ चाहिए। मुझे इंसाफ चाहिए। मैं क्या कहूं…बस मुझे इंसाफ चाहिए।’ पल्लवी रोते हुए कहती हैं।
तब नागराजू ने कहा था-साथ जीएंगे या मरेंगे
इस मामले अब तक में दो आरोपियों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सैयद मोबिन अहमद (30) और मोहम्मद मसूद अब्दुल हमीद (29) ने बुधवार को नागराजू की बीच सड़क हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसकी पत्नी आशरीन सुल्ताना उर्फ पल्लवी ने मीडिया के सामने आकर अपने भाइयों और रिश्तेदारों पर इस हत्या का आरोप लगाया है। पल्लवी ने कहा कि मेरे पति की दिनदहाड़े बीच सड़क पर हत्या कर दी। वहां हमारी मदद के लिए कोई नहीं आया। उन्होंने मेरी आंखों के सामने मेरे पति को बड़ी निर्दयता से मार दिया। मेरा भाई पहले से ही इस शादी को लेकर आक्रामक था। लेकिन नागराजू ने कहा था कि वो उसी के साथ जीएगा या मर जाएगा।
प्रणय पेरुमला
प्रणय पेरुमला की याद जिंदा हुई
हैदराबाद में इस तरह की बर्बरता का यह कोई पहला मामला नहीं है। झूठी शान के नाम पर ऐसे ही 24 साल के प्रणय पेरुमला की हत्या कर दी गई थी। ये घटना 14 सितंबर 2018 की है। प्रणय की दिनदहाड़े धारदार हथियार से बेरहमी से काटकर हत्या कर दी गई थी। वह अपनी गर्भवती पत्नी और मां के साथ हॉस्पिटल से बाहर निकल रहे थे, जब सबके सामने ही एक हमलावर ने पीछे से उन पर हमला कर मार डाला। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। दलित समुदाय से आने वाले प्रणय ने अमृता के साथ अंतरजातीय विवाह किया था। अमृता ने इस मामले में अपने पिता टी. मूर्ति राव और चाचा टी. श्रवण पर ही पति को मारने का आरोप लगाया था।