हिंदू राष्ट्र की मांग पर बागेश्वर सरकार के साथ रहेंगे कमलनाथ? h3>
छिंदवाड़ा: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham News) के सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का हिंदू राष्ट्र पसंदीदा टॉपिक है। बीजेपी नेताओं की तरफ से उनके एजेंडे को समर्थन मिलता रहता है। बाबा इन दिनों छिंदवाड़ा में राम कथा सुना रहे हैं। यजमान सांसद नकुनाथ हैं। वह मध्यप्रदेश में कांग्रेस के इकलौते सांसद हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ भी बाबा के मंच पर कथा सुनने गए थे और अपनी बात रखी थी। बाबा रविवार को जब कथा सुना रहे थे तो मंच से हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे थे। ऐसे में सवाल है कि क्या कमलनाथ हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर बागेश्वर सरकार के साथ रहेंगे।
दरअसल, छिंदवाड़ा के सिमरिया में बागेश्वर सरकार राम कथा सुना रहे हैं। कथा की पीठ से वह हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं। बाबा के साथ यहां आए भक्त भी हिंदू राष्ट्र के नारे लगा रहे हैं। जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा छिंदवाड़ा गूंज रहा है। बागेश्वर सरकार के मंच पर कमलनाथ जब शनिवार को पहुंचे थे तो उन्होंने कहा था कि भारत एक अध्यात्मिक शक्ति है।
हिंदू राष्ट्र पर बाबा के साथ हैं क्या कमलनाथ?
दरअसल, एक समय में बाबा बागेश्वर कांग्रेस नेताओं के निशाने पर हैं। हालांकि कमलनाथ उनके प्रति हमेशा सॉफ्ट रहे हैं। शायद यही वजह से बाबा उनके गढ़ में कथा कह रहे हैं। कमलनाथ के सामने फिर से एक उलझन है। बाबा उनके इलाके में मंच से हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि बाबा की इस मांग पर कमलनाथ उनके साथ रहेंगे क्या? इस कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने कहा कि देश संविधान से चलेगा।
हालांकि अभी तो इस मसले पर कमलनाथ का कोई बयान नहीं आया है लेकिन पूर्व में उन्होंने ने भी यही बात कही थी कि देश संविधान के अनुसार से चलता है। कमलनाथ बागेश्वर सरकार की कथा को लेकर विरोधियों के निशाने पर हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर बीजेपी के अन्य नेता उन पर निशाना साध रहे हैं। कमलनाथ ने उन नेताओं को जवाब देते हुए कहा कि मैं मंदिर जाता हूं तो उनके पेट में दर्द होता है।
हिंदुतत्व को बनाया हथियार
वहीं, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए कमलनाथ ने हिंदुत्व को सहारा लिया है। वह बीजेपी को उसी के हथियार से टक्कर दे रहे हैं। छिंदवाड़ा में रामकथा से पहले वह पार्टी ऑफिस का भगवाकरण भी कर चुके हैं। हालांकि सियासी जानकारों का कहना है कि बागेश्वर सरकार के कट्टर बातों से कमलनाथ को नुकसान भी हो सकता है।
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दरअसल, छिंदवाड़ा के सिमरिया में बागेश्वर सरकार राम कथा सुना रहे हैं। कथा की पीठ से वह हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं। बाबा के साथ यहां आए भक्त भी हिंदू राष्ट्र के नारे लगा रहे हैं। जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा छिंदवाड़ा गूंज रहा है। बागेश्वर सरकार के मंच पर कमलनाथ जब शनिवार को पहुंचे थे तो उन्होंने कहा था कि भारत एक अध्यात्मिक शक्ति है।
हिंदू राष्ट्र पर बाबा के साथ हैं क्या कमलनाथ?
दरअसल, एक समय में बाबा बागेश्वर कांग्रेस नेताओं के निशाने पर हैं। हालांकि कमलनाथ उनके प्रति हमेशा सॉफ्ट रहे हैं। शायद यही वजह से बाबा उनके गढ़ में कथा कह रहे हैं। कमलनाथ के सामने फिर से एक उलझन है। बाबा उनके इलाके में मंच से हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि बाबा की इस मांग पर कमलनाथ उनके साथ रहेंगे क्या? इस कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने कहा कि देश संविधान से चलेगा।
हालांकि अभी तो इस मसले पर कमलनाथ का कोई बयान नहीं आया है लेकिन पूर्व में उन्होंने ने भी यही बात कही थी कि देश संविधान के अनुसार से चलता है। कमलनाथ बागेश्वर सरकार की कथा को लेकर विरोधियों के निशाने पर हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर बीजेपी के अन्य नेता उन पर निशाना साध रहे हैं। कमलनाथ ने उन नेताओं को जवाब देते हुए कहा कि मैं मंदिर जाता हूं तो उनके पेट में दर्द होता है।
हिंदुतत्व को बनाया हथियार
वहीं, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए कमलनाथ ने हिंदुत्व को सहारा लिया है। वह बीजेपी को उसी के हथियार से टक्कर दे रहे हैं। छिंदवाड़ा में रामकथा से पहले वह पार्टी ऑफिस का भगवाकरण भी कर चुके हैं। हालांकि सियासी जानकारों का कहना है कि बागेश्वर सरकार के कट्टर बातों से कमलनाथ को नुकसान भी हो सकता है।