हिंदुजा ग्रुप: 1156 अरब की दौलत, 8 साल तक चला संपत्ति बंटवारे का विवाद

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हिंदुजा ग्रुप: 1156 अरब की दौलत, 8 साल तक चला संपत्ति बंटवारे का विवाद

हिंदुजा ग्रुप: 1156 अरब की दौलत, 8 साल तक चला संपत्ति बंटवारे का विवाद

नई दिल्ली: हिंदुजा ग्रुप (Hinduja Group) के चेयरमैन श्रीचंद परमानंद हिंदुजा (SP Hinduja) का निधन हो गया। ब्रिटेन में भारत का झंडा बुलंद करने वाले दिग्गज कारोबारी और हिंदुजा ग्रुप और चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन श्रीचंद परमानंद हिंदुजा लंबे वक्त से बीमार थे। 86 साल के श्रीचंद हिंदुजा डिमेंशिया से पीड़ित थे। श्रीचंद हिंदुजा ने लंबे वक्त तक हिंदुजा ग्रुप की कमान संभाली। जब वो 18 साल के थे तभी उन्होंने पिता के साथ कारोबार में सक्रिय रूप से काम करना शुरू कर दिया। हिंदुजा समूह की नींव आजादी से पहले की है। गुलाम भारत से लेकर आजादी के सूरज को इस कंपनी ने करीब से देखा है। कई उतार-चढ़ाव और विवाद के बाद आज कंपनी अरबों का कारोबार कर रही है।

​108 साल पुरानी कंपनी​

हिंदुजा ग्रुप की नींव साल 1914 में परमानंद हिंदुजा ने रखी। पिता के निधन के बाद साल 1952 में उन्होंने फैमिली बिजनस जॉइन कर लिया। साल 1935 में कराची में जन्मे एपसी हिंदुजा ने 18 साल में ही कारोबार की बागडोर संभाल ली थी।

​ड्राई फ्रूट का कारोबार​

​ड्राई फ्रूट का कारोबार​

कंपनी कपड़े, ड्राई फ्रूट और चाय आदि ईरान को बेचती थी। फिर धीरे-धीरे उनका कारोबार ईरान ही पहुंच गया। बाद में साल 1979 में ईरान में इस्लामिक क्रांति के बाद उन्होंने अपना कारोबार में ब्रिटेन में शिफ्ट कर लिया।

​कहां-कहां फैला कारोबार​

​कहां-कहां फैला कारोबार​

हिंदुजा ग्रुप का कारोबार 38 से ज्यादा देशों में फैला है। कंपनी ट्रक-बस, बैंकिंग, पावर , केबल-टीवी , मनोरंज के कारोबार से जुड़ी है। अशोक लेलैंड, गल्फ ऑयल, हिंदुजा बैंक स्विट्जरलैंड, इंडसइंड बैंक, हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस, हिंदुजा टीएमटी, हिंदुजा वेंचर्स, इंडसइंड मीडिया एंड कम्युनिकेशंस जैसी कंपनियां इसी समूह का हिस्सा है।

​ब्रिटेन की महारानी के पड़ोसी​

​ब्रिटेन की महारानी के पड़ोसी​

साल 1990 से हिंदुजा परिवार की गिनती ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवारों में होती है। साल 2022 में 2.9 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ अमीरों की लिस्ट में टॉप पर रहा।हिंदुजा ब्रदर्स ने लंदन के कार्लटन हाउस टेरेस स्ट्रीट पर 25-बेडरूम का मेंशन बनवाया। जिस पर 58 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

​बंटवारे पर विवाद​

​बंटवारे पर विवाद​

एसपी हिंदुजा और उनके चार भाइयों में संपत्ति को लेकर बंटवारे के विवाद ने खूब सूर्खियां बंटोरी। जब हिंदुजा समूह की कमान तीसरी पीढ़ी के पास पहुंची और बंटवारे की बात उठी तो विवाद भी शुरू हो गया। पहले सारे कारोबार एक साथ मिलकर चलते थे, लेकिन फिर चारों भाई अलग-अलग देशों में बस गए। श्रीचंद और गोपीचंद लंदन में बस गए। प्रकाश हिंदुजा जिनेवा चले गए और अशोक वापस मुंबई आ गए।

संपत्ति पर विवाद क्यों ​

संपत्ति पर विवाद क्यों ​

हिंदुजा परिवार के बीच झगड़े की जड़ साल 2014 का वो समझौता था, जिसमें लिखा गया था कि सबकुछ प्रत्येक व्यक्ति से संबंधित है। संपत्ति के बंटवारे को लेकर ग्रुप को काफी नुकसान हुआ। साल 2022 में आपसी सहमति से इस विवाद को निपटाने की बाद पर चारों भाई राजी हुए।

15.2 अरब डॉलर की संपत्ति

15-2-

फोर्ब्स की लिस्ट के मुताबिक साल 2022 में हिंदुजा समूह के पास 14 अरब डॉलर (12,55,03,36,00,000 रुपये) की संपत्ति है। हर भाई के पास कंपनी की अलग-अलग जिम्मेदारी है। श्रीचंद हिंदुजा पूरे ग्रुप के चेयरमैन थे। गोपीचंद हिंदुजा को-चेयरमैन हैं। तीसरे भाई प्रकाश यूरोप में हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन हैं। जबकि अशोक भारत में हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन है। श्रीचंद गोपीचंद लंदन में रहते थे। उनकी गिनती ब्रिटेन के सबसे मीर परिवारों में होती है।

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