हाय रे फूटी किस्मत, दिल्ली की लुटिया डुबोने वाले प्लेयर बने पृथ्वी शॉ, कोच ने भी बताया ‘दगाबाज’ h3>
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग 2023 दिल्ली कैपिटल्स के ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के पूरी तरह से खराब रहा। सीजन के आखिरी लीग मैच में पृथ्वी को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला लेकिन वह सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि इस मैच से पहले उन्होंने पंजाब किंग्स के लिए धर्मशाला में जरूर एक अर्धशतकीय पारी खेली थी। इस पारी को देखकर लगा था कि वह अपने लय में वापस लौट चुके हैं लेकिन तीन दिन के भीतर ही फिर से फ्लॉप हो गए।आईपीएल 2023 में लगातार खराब बैटिंग के कारण उन्हें प्लेइंग इलेवन से भी बाहर रखा गया। वहीं इस सीजन में उन्हें कुल 8 मैचों में खेलने का मौका मिला जिसमें वह सिर्फ 108 रन बना सके। पृथ्वी शॉ के ये आंकड़े ही आईपीएल 2023 में दिल्ली की नाकामी का सबूत पेश करते हैं। पृथ्वी ने इससे पहले घरेलू क्रिकेट में दमदार खेल दिखाया था लेकिन आईपीएल के शुरू होते ही वह अपने लय से भटक गए।
हालांकि सीएसके के खिलाफ पृथ्वी ने पारी की शुरुआत करते हुए कुछ आकर्षक शॉट लगाने की कोशिश जरूर की थी लेकिन तुषार देशपांडे की गेंद पर अंबाती रायडू के हाथों लपके गए। पृथ्वी की यह खराब किस्मत ही कही जाएगी कि रायुडु ने हवा में छलांग लगाकर वह कैच पकड़ा और दिल्ली कैपिटल्स को पहला झटका दिया।
कोच ने भी बनाया ‘विलेन’
दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच शेन वॉटसन का भी मानना है कि 16वें सीजन में पृथ्वी शॉ की खराब बल्लेबाजी टीम की नाकामी का वजह बनी है। हालांकि उनका ये भी मानना है कि पृथ्वी को अपनी अद्भुत प्रतिभा के दम पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर राज करना चाहिए था। इस आईपीएल सीजन से पहले मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने उम्मीद जताई थी कि पृथ्वी के लिए यह सत्र सबसे सफल होगा लेकिन यह प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज बुरी तरह विफल रहा है।
शुरुआती छह मैचों के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया जिससे दिल्ली की बल्लेबाजी की समस्या और बढ़ गई। वॉटसन ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टीम के आखिरी लीग मैच से पहले कहा था कि, ‘इस सत्र में दिल्ली कैपिटल्स के सबसे निराशाजनक चीजों में से पृथ्वी एक रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी देखने में शानदार लगती है। वह अपने कौशल से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों का सामना आसानी से कर सकते है।’
हालांकि सीएसके के खिलाफ पृथ्वी ने पारी की शुरुआत करते हुए कुछ आकर्षक शॉट लगाने की कोशिश जरूर की थी लेकिन तुषार देशपांडे की गेंद पर अंबाती रायडू के हाथों लपके गए। पृथ्वी की यह खराब किस्मत ही कही जाएगी कि रायुडु ने हवा में छलांग लगाकर वह कैच पकड़ा और दिल्ली कैपिटल्स को पहला झटका दिया।
कोच ने भी बनाया ‘विलेन’
दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच शेन वॉटसन का भी मानना है कि 16वें सीजन में पृथ्वी शॉ की खराब बल्लेबाजी टीम की नाकामी का वजह बनी है। हालांकि उनका ये भी मानना है कि पृथ्वी को अपनी अद्भुत प्रतिभा के दम पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर राज करना चाहिए था। इस आईपीएल सीजन से पहले मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने उम्मीद जताई थी कि पृथ्वी के लिए यह सत्र सबसे सफल होगा लेकिन यह प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज बुरी तरह विफल रहा है।
शुरुआती छह मैचों के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया जिससे दिल्ली की बल्लेबाजी की समस्या और बढ़ गई। वॉटसन ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टीम के आखिरी लीग मैच से पहले कहा था कि, ‘इस सत्र में दिल्ली कैपिटल्स के सबसे निराशाजनक चीजों में से पृथ्वी एक रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी देखने में शानदार लगती है। वह अपने कौशल से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों का सामना आसानी से कर सकते है।’