हर महीने 40 मौत पर 5 को भी मुआवजा नहीं, थानेदारों की सुस्ती पर SSP सख्त; जारी किया फरमान

8
हर महीने 40 मौत पर 5 को भी मुआवजा नहीं, थानेदारों की सुस्ती पर SSP सख्त; जारी किया फरमान

हर महीने 40 मौत पर 5 को भी मुआवजा नहीं, थानेदारों की सुस्ती पर SSP सख्त; जारी किया फरमान

बिहार के मुजफ्फर जिले में दुर्घटनाओं में हर माह औसतन 35 से 40 मौतें हो रही है। इसमें पांच मृतकों के आश्रितों को भी मुआवजा दिलाने का प्रस्ताव थानों से परिवहन ट्रिब्यूनल में नहीं पहुंच रहा है। मुआवजे के लिए आश्रित थाना और ट्रिब्यूनल का चक्कर काट रहे हैं। जांच के नाम पर थाना में मुआवजे का प्रस्ताव महीनों लटकाकर रखा जा रहा है। लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए एसएसपी राकेश कुमार ने सभी थानेदारों को इस बाबत निर्देश जारी किया है। थानेदारों को दुर्घटना के मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद एक सप्ताह में डीटीओ और परिवहन ट्रिब्यूनल को मुआवजे का प्रस्ताव भेजने को कहा है।

दरअसल, दुर्घटना में मौत पर आश्रितों को दो तरह से मुआवजा मिलता है। यदि अज्ञात वाहन की ठोकर से मौत होती है तो थाने में केस के बाद मृतक के आश्रित परिवहन कार्यालय में आवेदन करेंगे। पुलिस की जांच रिपोर्ट आने के साथ मृतक के आश्रित को परिवहन कार्यालय से दो लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। यदि दुर्घटना में वाहन चिह्नित हैं तो मृतक के आश्रित को ट्रिब्यूनल में सुनवाई के बाद चार लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। इसमें भी पुलिस की जांच रिपोर्ट अनिवार्य है।

सीतामढ़ी जाने वाले हाइवे पर बीते साल एक मई को अज्ञात वाहन की ठोकर से सड़क पर मार्किंग कर रहे मजदूर सकरा थाने के मेथउरा निवासी राजदेव राम की मौत हो गई। पत्नी पितरी देवी ने बताया कि मुआवजे के लिए परिवहन कार्यालय में आवेदन दिया गया। वहां बताया गया है कि थाना से कागजात नहीं आया है। अबतक मुआवजा नहीं मिला।

एतवारपुर की जन्नतून परवीन ने बताया कि उसके पति की सड़क हादसे में बीते साल मौत हो गई थी। बोचहां थाने में एफआईआर कराई गई। परिवहन कार्यालय में मुआवजे के लिए आवेदन दिया, लेकिन अब तक पुलिस रिपोर्ट नहीं भेजे जाने के कारण मुआवजे का भुगतान नहीं हो सका। कई बार थाने गई पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अंतत घर बैठ गई।

पियर थाना के बड़गांव निवासी मदन साह की दरभंगा फोरलेन पर गरहां चौक पर बीते साल नौ फरवरी को अज्ञात वाहन की ठोकर से मौत हो गई। उसके पुत्र अनुप साह के बयान पर एफआईआर हुई। अब तक आश्रितों को मुआवजा नहीं मिला है। अनुप ने बताया कि कई बार परिवहन कार्यालय गया। बताया गया कि मौत 10 दिन बाद होती तो मुआवजा मिलता।

मौतों का आंकड़ा

इस साल अप्रैल महीने में 55 दुर्घटनाए हुई हैं। इनमें 50 लोगों की मौत हुई है जबकि 20 घायल हुए हैं।

मई के महीने में 47 सड़क हादसे हुए। इनमें 34 लोगों की मौत हुई जबकि 36 लोग घायल हुए।

जून के महीने में 74 हादसे हुए। इनमें 56 लोगों की मौत हुई जबकि 35 लोग घायल हुए।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News