हमें सिर्फ योगी-मोदी से उम्मीद, पिछली हुकूमतों ने तो ज्यादती की… भगवा दल पर फिर रीझे मौलाना कल्बे जवाद
लखनऊ में आयोजित इस शिया महासम्मेलन में देश भर से शिया समुदाय के लोग हिस्सा लेने के लिए आए थे। इस दौरान मौलाना कल्बे जवाद ने कहा, ‘पिछली सरकारों ने शिया समुदाय के लिए कोई काम नहीं किया है। आज पसमांदा मुसलमानों की बात हो रही है। शिया सबसे ज्यादा पिछड़ी कैटिगरी में आते हैं।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हमारे समुदाय के लोगों को बहुत उम्मीदें हैं।
कल्बे जवाद ने कहा कि योगी-मोदी जी तक हमारी बात पहुंचे। इनसे ज्यादा हमारी मुश्किलें कोई हल नहीं कर सकता। इससे पहले हर हुकूमत में हमारे साथ ज्यादती की गई। हमारे अधिकारों को कुचला गया। ऐसे में हमें सबसे ज्यादा उम्मीद किसी से है तो इसी पार्टी से है जो सत्ता में है कि ये हमें हमारा अधिकार देंगे जो किसी हुकूमत ने नहीं दिया। जवाद ने कहा कि पसमांदा के नाम पर जो चीजें आ रही हैं, स्पेशल पैकेज आ रहा है, वो शियाओं तक पहुंचना चाहिए क्योंकि सबसे ज्यादा पसमांदा शिया लोग हैं। सच्चर कमिटी के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा पिछड़े मुसलमान हैं और मुसलमानों में सबसे ज्यादा पिछड़े शिया हैं।
जवाद ने कहा कि हम इस हुकूमत के साथ हैं और रहेंगे। ये हमारा वादा है लेकिन इस हुकूमत को भी हमारा साथ देना चाहिए। शियाओं को सरकारी योजनाओं में शामिल करना चाहिए। इससे पहले भी जवाद ने कहा था कि शिया समुदाय के युवाओं को सरकारी नौकरियों में आरक्षण, आर्थिक पैकेजों में आरक्षण, संसद और विधानसभा में आरक्षण मिलना चाहिए और सरकार को वक्फ संपत्ति से सभी अतिक्रमण को हटाना चाहिए। जवाद ने कहा था कि शिया समुदाय को सरकार का फायदा लेने के लिए राजनीतिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है। जो समुदाय सियासी रूप से मजबूत नहीं होता उसे कोई लाभ नहीं मिलता।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब कल्बे जवाद ने बीजेपी की शान में कसीदे पढ़े हों। इससे पहले भी वह योगी सरकार और भाजपा की सराहना में आवाज बुलंद करते रहे हैं। जब मुस्लिम समुदाय के लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, तब शिया धर्मगुरु ने कहा था कि इसे मुसलमानों को कई खतरा नहीं है। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि पूरी (मुसलमान) कौम को योगी का शुक्रिया अदा करना चाहिए कि पिछली हुकूमतों में जो जुल्म-ओ-सितम हर पर हुए योगी ने उसकी भरपाई की है।