हमारे अफसर जाएंगे दूसरे प्रदेश, सीखेंगे पेयजल नेटवर्क के गुर | WATER SUPPLY DEPARTMENT DRINKING WATER NETWORK | Patrika News h3>
Water Supply Department जयपुर। जलदाय विभाग के अधिकारी अन्य प्रदेशों से पेयजल नेटवर्क के गुर सीखेंगे। drinking water network इसके लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल अन्य प्रदेशों में भेजा जाएगा, जो अन्य राज्यों के शहरी और ग्रामीण पेयजल नेटवर्क की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करेंगे।
जयपुर
Updated: April 20, 2022 07:07:52 pm
Water Supply Department जयपुर। जलदाय विभाग के अधिकारी अन्य प्रदेशों से पेयजल नेटवर्क के गुर सीखेंगे। drinking water network इसके लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल अन्य प्रदेशों में भेजा जाएगा, जो अन्य राज्यों के शहरी और ग्रामीण पेयजल नेटवर्क की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करेंगे।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि अन्य राज्यों के शहरी और ग्रामीण पेयजल नेटवर्क की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करने के लिए राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों के दल को अन्य प्रदेशों में भेजा जाएगा। प्रदेशवासियों को समुचित मात्रा में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हमारी पहली प्राथमिकता है, इसे अधिक बेहतर बनाने के लिए दूसरे प्रदेशों के अनुभवों का लाभ लिया जाएगा।
हमारे अफसर जाएंगे दूसरे प्रदेश, सीखेंगे पेयजल नेटवर्क के गुर
विभागीय योजनाओं को पूरा करने के प्रयास
डॉ. अग्रवाल बुधवार को सचिवालय में जलदाय विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जल जीवन मिशन सहित विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा कर रहे थे। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में विषम भौगोलिक स्थितियों के साथ ही सतही पेयजल स्रोत और भूजल की कमी को देखते हुए हमें इस तरह की रणनीति बनानी होगी, जिससे प्रदेशवासियों की पेयजल की आवश्यकता पूरी की जा सके। इसके लिए विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के साथ ही उन्हें समय पर पूरा कराने के प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि कोविड व रुस-यूक्रेन युद्ध के कारण उपजी परिस्थितियों में विभाग की ओर से संचालित विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन में देरी को कवर करने के लिए अब योजनाबद्ध तरीके से कार्य जरूरी है। परियोजनाओं की लागत में वृद्धि को लेकर आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए सभी संभावित विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
‘प्रो-एक्टिव’ तरीके से कार्य करने के निर्देश
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने विभाग के फील्ड में तैनात अधिकारियों को गर्मियों में पेयजल वितरण व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए ‘प्रो-एक्टिव’ तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में लम्बित मुद्दों के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली और इस संबंध में आवश्यक निर्देश प्रदान किए। संयुक्त सचिव जलदाय एवं मिशन निदेशक जेजेएम प्रताप सिंह ने परियोजनाओं की जानकारी देते हुए प्रगति के बारे में बताया।
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Water Supply Department जयपुर। जलदाय विभाग के अधिकारी अन्य प्रदेशों से पेयजल नेटवर्क के गुर सीखेंगे। drinking water network इसके लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल अन्य प्रदेशों में भेजा जाएगा, जो अन्य राज्यों के शहरी और ग्रामीण पेयजल नेटवर्क की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करेंगे।
जयपुर
Updated: April 20, 2022 07:07:52 pm
Water Supply Department जयपुर। जलदाय विभाग के अधिकारी अन्य प्रदेशों से पेयजल नेटवर्क के गुर सीखेंगे। drinking water network इसके लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल अन्य प्रदेशों में भेजा जाएगा, जो अन्य राज्यों के शहरी और ग्रामीण पेयजल नेटवर्क की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करेंगे।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि अन्य राज्यों के शहरी और ग्रामीण पेयजल नेटवर्क की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करने के लिए राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों के दल को अन्य प्रदेशों में भेजा जाएगा। प्रदेशवासियों को समुचित मात्रा में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हमारी पहली प्राथमिकता है, इसे अधिक बेहतर बनाने के लिए दूसरे प्रदेशों के अनुभवों का लाभ लिया जाएगा।
हमारे अफसर जाएंगे दूसरे प्रदेश, सीखेंगे पेयजल नेटवर्क के गुर
विभागीय योजनाओं को पूरा करने के प्रयास
डॉ. अग्रवाल बुधवार को सचिवालय में जलदाय विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जल जीवन मिशन सहित विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा कर रहे थे। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में विषम भौगोलिक स्थितियों के साथ ही सतही पेयजल स्रोत और भूजल की कमी को देखते हुए हमें इस तरह की रणनीति बनानी होगी, जिससे प्रदेशवासियों की पेयजल की आवश्यकता पूरी की जा सके। इसके लिए विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के साथ ही उन्हें समय पर पूरा कराने के प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि कोविड व रुस-यूक्रेन युद्ध के कारण उपजी परिस्थितियों में विभाग की ओर से संचालित विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन में देरी को कवर करने के लिए अब योजनाबद्ध तरीके से कार्य जरूरी है। परियोजनाओं की लागत में वृद्धि को लेकर आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए सभी संभावित विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
‘प्रो-एक्टिव’ तरीके से कार्य करने के निर्देश
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने विभाग के फील्ड में तैनात अधिकारियों को गर्मियों में पेयजल वितरण व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए ‘प्रो-एक्टिव’ तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में लम्बित मुद्दों के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली और इस संबंध में आवश्यक निर्देश प्रदान किए। संयुक्त सचिव जलदाय एवं मिशन निदेशक जेजेएम प्रताप सिंह ने परियोजनाओं की जानकारी देते हुए प्रगति के बारे में बताया।
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