हमले के बाद भी नहीं रुके रामजीलाल, आज फतेहाबाद निकले: एक दिन पहले किया गया था हाउस अरेस्ट, 38 दिन से छावनी बना सपा सांसद का घर – Agra News h3>
फतेहाबाद में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए घर से निकले सपा सांसद रामजीलाल सुमन।
काफिले पर हमले के बाद भी सपा सांसद रामजीलाल सुमन के कदम नहीं रुके हैं। विरोध-प्रदर्शन के बीच रामजीलाल शनिवार को आगरा के फतेहाबाद के लिए रवाना हुए हैं। यहां दलित परिवार का एक बच्चा पिछले 3 दिन से लापता है। उसके परिजनों से मिलने के लिए वे फतेहाबाद गए ह
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काफिले के साथ फतेहाबाद के लिए निकले सपा सांसद रामजीलाल सुमन।
एक बार घर और एक बार काफिले पर हमला राणा सांगा पर विवादित बयान देने के बाद सपा सांसद रामजीलाल के खिलाफ करणी सेना ने मोर्चा खोल रहा है। 26 मार्च को रामजीलाल सुमन के हरीपर्वत स्थित एचआईजी फ्लैट्स स्थित उनके घर पर करणी सेना ने हमला बोला। इसके बाद 27 अप्रैल को अलीगढ़-बुलंदशहर रोड पर उनके काफिले पर हमला बोला गया। इस हमले के बाद 2 मई को एक बार फिर अलीगढ़ जाने के लिए घर से निकले सपा सांसद को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। उन्हें घर से नहीं निकलने दिया। मगर, शाम को वे आगरा के खेरागढ़ के लिए निकले, जहां कुछ युवकों ने उनका विरोध किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
समर्थकों के बीच अपने आवास पर बैठे सपा सांसद।
छावनी बना हुआ है सुमन का घर 26 मार्च से ही रामजीलाल सुमन के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उनके घर को जाने वाले रास्तों पर 100 मीटर पहले ही बैरियर लगा दिए गए हैं। यहां 24 घंटे पुलिस बल तैनात रहता है। उनके घर पर 10 से 15 पुलिसकर्मी हर वक्त मुस्तैद रहते हैं। सपा सांसद के काफिले में पुलिस की एक एस्कार्ट भी शामिल कर दी गई है। इस तरह से घर से लेकर उनके आने-जाने के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहती है। इसके अतिरिक्त सुमन ने लगभग 10 निजी सुरक्षाकर्मी भी रखे हुए हैं। सपा सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ भी दावे करें लेकिन उत्तर प्रदेश में पुलिस-प्रशासन और शासन का कोई इकबाल नहीं है। इसकी वजह से ये सब हो रहा है।
कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना होते सपा सांसद रामजीलाल सुमन।
हमले के आरोपियों पर मामूली कार्रवाई उन्होंने कहा कि अलीगढ़-बुलंदशहर रोड पर हुए हमले के आरोपियों पर भी पुलिस-प्रशासन ने कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की है। हमले के आरोपियों को सिर्फ शांतिभंग की धारा 151 में पकड़ा गया। उन्हें उसी समय एसडीएम कोर्ट से जमानत भी दे दी गई। यदि पुलिस-प्रशासन चाहता तो इस धारा के अंतर्गत भी आरोपियों को भी लंबे समय तक हिरासत में लिया जा सकता है। 26 मार्च को जो हमला हुआ, उस मामले में भी पुलिस ने अब तक कोई कोई कार्रवाई नहीं की है। 29 युवकों ने पुलिस ने पकड़ा था लेकिन उन्हें उसी रात छोड़ दिया गया।