स्वतंत्रता दिवस पर अरविंद केजरीवाल ने बताया भारत को विश्वगुरु बनाने का ‘5 पॉइंट’ प्लान

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स्वतंत्रता दिवस पर अरविंद केजरीवाल ने बताया भारत को विश्वगुरु बनाने का ‘5 पॉइंट’ प्लान

स्वतंत्रता दिवस पर अरविंद केजरीवाल ने बताया भारत को विश्वगुरु बनाने का ‘5 पॉइंट’ प्लान

नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को विश्वगुरु बनाने का अपना प्लान बताया। उन्होंने कहा कि अगर भारत को विश्वगुरु बनाना है तो लोगों को सद्भाव के साथ रहना होगा। 140 करोड़ लोगों को एक टीम की तरह रहना होगा। सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा होनी चाहिए। स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हों। बिजली कटौती न हो। जीएसटी का ढांचा जटिल है जिसे आसान बनाया जाए ताकि व्यापारी जीएसटी पर कम, उद्योग पर ज्यादा ध्यान लगाएं।

अरविंद केजरीवाल का ‘विश्वगुरु प्लान’

समस्या समाधान
आज एक समुदाय दूसरे समुदाय से लड़ रहा है भारत के 140 करोड़ लोगों को एक टीम की तरह रहना होगा
देश के कोने कोने में आज भी 7-7, 8-8 घंटे के पावर कट लगते हैं भारत में 4.25 लाख करोड़ मेगा वाट की बिजली उत्पादन क्षमता है। हमारी पीक जरूरत केवल 2 लाख मेगा वाट है। इस मिस्मैनेजमेंट को ठीक करेंगे, केवल 1.5 लाख करोड़ के खर्च में देश भर में 24/7 + 200 यूनिट फ्री
हमारे देश के 17 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, उन स्कूलों की हालत खटारा है देश में सालाना 1.25 लाख करोड़ में, केवल 5 साल में देश के सारे 10 लाख सरकारी स्कूल वर्ल्ड क्लास हो जाएंगे। हमारे बच्चे पढ़-लिख जाएंगे। इन स्कूलों में अच्छे टीचर्स और यूनिफ़ॉर्म्स के लिए एक नया पैसा नहीं खर्चना, बस भ्रष्टाचार खत्म करना है।
इस देश में पैदा होने वाले हर आदमी को अच्छे से अच्छा सरकारी इलाज नहीं मिलता पूरे देश के कोने कोने में मोहल्ला क्लिनिक खोलने के लिए, बड़ी बीमारियों के लिए देश के हर जिले में सरकारी अस्पताल खोलने के लिए, और देश के हर नागरिक को फ्री इलाज देने के लिए कुल लागत केवल चार लाख करोड़ है।
देश के व्यापारी के लिए GST जटिल है जीएसटी को आसान बनाया जाएगा, ताकि व्यापारी जीएसटी में ध्यान कम, और उद्योग में ज़्यादा लगाएं

अरविंद केजरीवाल ने उत्तरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में के दौरान दिल्ली और देश के लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने दिल्ली में हाल में आए सैलाब का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र की मदद से दिल्ली सरकार और लोगों ने मिलकर इस प्राकृतिक आपदा का सामना किया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने मणिपुर में हुई घटनाओं पर दुख जताया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं आज थोड़ा उदास हूं। मणिपुर जल रहा है, दो समुदायों के लोग एक दूसरे के लोगों को मार रहे हैं। हरियाणा में भी एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय से लड़ रहे हैं। अगर हम आपस में ही लड़ते रहेंगे तो हम विश्वगुरु कैसे बनेंगे? यदि हमें विश्वगुरु और शीर्ष देश बनना है तो हमें एक परिवार की तरह रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य के 150 छात्रों को दिल्ली सरकार की तरफ से संचालित स्कूलों में प्रवेश दिया गया।

केजरीवाल ने देश के अन्य हिस्सों में बिजली कटौती का जिक्र करते हुए कहा कि इतने लंबे समय तक कटौती होने पर भारत ‘विश्वगुरु’ नहीं बन सकता। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास 4.25 लाख मेगावाट बिजली पैदा करने के लिए पर्याप्त बिजली संयंत्र हैं, हमारी अधिकतम मांग दो लाख मेगावाट है, इसके बावजूद बिजली कटौती होती है। बिजली कटौती कुप्रबंधन और दूरदर्शिता की कमी के कारण होती है। दिल्ली में कोई बिजली कटौती नहीं है और यहां चौबीसों घंटे विद्युत आपूर्ति होती है। अगर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन समाप्त हो जाए तो तीन से चार साल में देश में चौबीसों घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है।’

उन्होंने देश में सरकारी स्कूलों की खस्ता हालत पर अफसोस जताते हुए कहा कि जब तक हर बच्चे को अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी, देश ‘विश्वगुरु’ नहीं बन सकता। उन्होंने कहा, ‘मैंने हिसाब लगाया है कि 5 साल में देश के 10 लाख सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए 6 लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी। हर साल 1.20 लाख करोड़ रुपये का खर्च भारत जैसे देश के लिए कुछ भी नहीं है। देश में 17 करोड़ बच्चों को अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा देने के लिए 7.5 लाख करोड़ रुपये की जरूरत है और सभी सरकारें इस समय यह राशि खर्च कर रही हैं।’

केजरीवाल ने कहा कि लोगों को तमाम तरह की नि:शुल्क सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कई लोग उनका मजाक उड़ाते हैं और उनकी आलोचना करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैं लोगों के सामने दो विकल्प रख रहा हूं। अगर हम लोगों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त देते हैं, तो इसकी लागत केवल 1.5 लाख करोड़ रुपये होगी। क्या लोगों को मुफ्त बिजली दी जानी चाहिए या करोड़ों रुपए के चार मालिकों का ऋण माफ किया जाना चाहिए?’ उन्होंने कहा कि अगर गरीब व्यक्ति के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले तो हर व्यक्ति अमीर बन सकता है।

केजरीवाल ने कहा, ‘सिर्फ भाषणों से भारत विश्वगुरु नहीं बनेगा। जब तक देश के सभी लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध नहीं होगी, भारत विश्वगुरु नहीं बन पाएगा।’

उन्होंने कहा कि देश के हर हिस्से में एक लाख मोहल्ला क्लीनिक खोलने के लिए 10,000 करोड़ रुपये की जरूरत होगी और देश के सभी लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए दो लाख करोड़ रुपये के खर्च की आवश्यकता होगी।

केजरीवाल ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी हालिया कानून के बारे में कहा कि दिल्ली के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैं दिल्ली के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम आपके छीने गए अधिकार वापस दिलाएंगे। हम सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे हैं। अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने का काम जारी रहेगा। गति धीमी हो सकती है, लेकिन काम जारी रहेगा।’

उन्होंने सद्भाव से रहने की जरूरत दोहराते हुए कहा, ‘अगर हम आपस में लड़ेंगे तो भारत प्रगति नहीं कर सकेगा। अगर हम मिलकर काम करें तो कोई भी ताकत भारत को दुनिया का शीर्ष देश बनने से नहीं रोक सकती।’

उन्होंने सोशल मीडिया पर इन दिनों झगड़ों और नफरत की रिपोर्टों के मद्देनजर देश में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करने की जरूरत पर भी जोर दिया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली को एक साफ सुथरा शहर बनाने की योजना बनाई है।
(भाषा से इनपुट के साथ)

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