स्पीकर बदलेगा तब बजट सत्र बुलाएंगे नीतीश? कैबिनेट में तारीख तय करने के लिए सीएम अधिकृत, चार एजेंडा पास

7
स्पीकर बदलेगा तब बजट सत्र बुलाएंगे नीतीश? कैबिनेट में तारीख तय करने के लिए सीएम अधिकृत, चार एजेंडा पास

स्पीकर बदलेगा तब बजट सत्र बुलाएंगे नीतीश? कैबिनेट में तारीख तय करने के लिए सीएम अधिकृत, चार एजेंडा पास

ऐप पर पढ़ें

बिहार में गठबंधन बदलकर रविवार को नौंवी बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की पहली कैबिनेट बैठक सोमवार को हुई। बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा समेत दूसरे मंत्रियों ने हिस्सा लिया जिन्होंने एक दिन पहले ही नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है। बैठक में कैबिनेट ने चार एजेंडा को पास किया और साथ ही बिहार विधानसभा का बजट सत्र बुलाने की तारीख तय करने के लिए सीएम नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया है। कैबिनेट के बाद बीजेपी के तीन मंत्री एक ही गाड़ी से रवाना हुए। गाड़ी की पिछली सीट पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और प्रेम कुमार बैठे नजर आए।

महागठबंधन सरकार की आखिरी कैबिनेट बैठक साबित हुई 18 जनवरी की मीटिंग में बजट सत्र 5 फरवरी से बुलाने का फैसला हुआ था जो सरकार बदलने के बाद स्वतः निष्प्रभावी हो गया है। राजनीतिक घटनाक्रम से संकेत मिल रहा है कि स्पीकर पद से आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी को हटाने और भाजपा विधायक को विधानसभा अध्यक्ष बनाने के बाद ही सीएम बजट सत्र बुलाने की तारीख तय करेंगे। 

सरकार बदलते ही आरजेडी के खिलाफ एक्शन, बीजेपी ने अवध बिहारी को स्पीकर से हटाने का नोटिस दिया

रविवार को नीतीश के महागठबंधन छोड़ने के बाद सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने अवध बिहारी चौधरी को स्पीकर पद छोड़ने का संकेत दिया है। लेकिन अवध बिहारी पद पर बने हुए हैं। एचटी ने जब स्पीकर के अवास से संपर्क किया तो बताया गया कि वो बीमार हैं और अभी बात नहीं कर सकते।

2 और 21 नवंबर को ऐसा क्या हुआ, जिसने लिख दी नीतीश कुमार के EXIT की कहानी; इनसाइड स्टोरी

2020 की तरह इस बार भी एनडीए सरकार में स्पीकर का पद बीजेपी को मिलना तय है। पिछली बार विजय सिन्हा विधानसभा अध्यक्ष थे। सोमवार की सुबह-सुबह बीजेपी नेता नंदकिशोर यादव, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी और पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद समेत एनडीए के कई विधायकों ने अवध बिहारी चौधरी को स्पीकर पद से हटाने का नोटिस विधानसभा सचिवालय को दे दिया है। यादव ने कहा कि परंपरा के अनुसार स्पीकर सत्ता पक्ष से होना चाहिए। अगर चौधरी खुद इस्तीफा दे देते हैं तो ठीक नहीं तो 14 दिन बाद इस नोटिस पर चर्चा होगी।

विश्लेषण: बिहार की सियासत में दो माह पहले से लिखी पटकथा का मंचन हुआ

चर्चा है कि नंदकिशोर यादव बीजेपी की तरफ से स्पीकर कैंडिडेट हो सकते हैं। सदन में एनडीए के पास 128 विधायकों के समर्थन के साथ स्पष्ट बहुमत है इसलिए अवध बिहारी चौधरी इस्तीफा नहीं देते हैं तो नोटिस पर चर्चा के बाद वोटिंग से उनकी बाइज्जत विदाई नहीं हो पाएगी। 2022 में जब नीतीश एनडीए छोड़कर महागठबंधन में चले गए थे तब तत्कालीन स्पीकर और अब डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने पद छोड़ने से इनकार कर दिया था। विजय सिन्हा ने सदन में भाषण के बाद इस्तीफा दिया था। 2020 में जब सिन्हा चुने भी गए थे तब भी मतदान हुआ था और 126 वोट लेकर वो अध्यक्ष बने थे।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News