स्टीव स्मिथ के तूफान में उड़ गया राहुल द्रविड़ का धाकड़ रिकॉर्ड, सचिन-लारा भी हैं पीछे

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स्टीव स्मिथ के तूफान में उड़ गया राहुल द्रविड़ का धाकड़ रिकॉर्ड, सचिन-लारा भी हैं पीछे


स्टीव स्मिथ के तूफान में उड़ गया राहुल द्रविड़ का धाकड़ रिकॉर्ड, सचिन-लारा भी हैं पीछे

लंदन: कहते हैं रिकॉर्ड बने ही टूटने के लिए होते हैं। कुछ ऐसा ही राहुल द्रविड़ के एक रिकॉर्ड के साथ हुआ। एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट के पहले दिन स्टीव स्मिथ ने 85 रनों की नाबाद पारी के दौरान लंदन के लॉर्ड्स स्टेडियम में 9,000 टेस्ट रन के आंकड़े को पूरा किया। वह यहां तक पहुंचने वाले दूसरे सबसे तेज खिलाड़ी बन गए। इंग्लैंड के खिलाफ एशेज के दूसरे टेस्ट के दौरान स्टीव स्मिथ ने 174 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की।कुमार संगकारा पारियों में नंबर वन, लेकिन मैचों के लिहाज से स्मिथ आगे
पहले नंबर पर श्रीलंका के महान कुमार संगकारा हैं, जिन्होंने 172 पारियों में ऐसा किया था। हालांकि, इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए लिए गए मैचों के मामले में स्मिथ सबसे तेज हैं। उन्होंने 99 मैच ही खेले हैं। स्मिथ ने 56.61 की औसत से 37 अर्धशतक और 31 शतक बनाए हैं। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने अर्धशतक के साथ इस अवसर पर शीर्ष स्थान हासिल किया और पहले दिन के अंत में 150 गेंदों पर 85 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन 5 विकेट पर 339 रन बनाए हैं।

राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड टूटा
इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए द्रविड़ ने 176 पारियां खेली थीं, जबकि स्मिथ ने उनसे 2 पारी कम खेली हैं। इस लिस्ट में भारत के महान द्रविड़ ही नहीं, वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, सचिन तेंदुलकर जैसे धाकड़ बल्लेबाज भी काफी पीछे हैं। लारा और रिकी पोंटिंग के नाम 177, जबकि सचिन तेंदुलकर के नाम 179 पारियों में 9000 रन बनाने का रिकॉर्ड है।

सबसे तेज 9000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज

  • कुमार संगकारा – 172 पारियां
  • स्टीव स्मिथ 174 पारी
  • राहुल द्रविड़ – 176 पारियां
  • ब्रायन लारा – 177 पारी
  • रिकी पोंटिंग – 177 पारियां

लायन के नाम खास उपलब्धि
ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लायन लगातार 100 टेस्ट खेलने वाले पहले स्पेशलिस्ट बोलर बन गए हैं। जुलाई 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले लायन क्रिकेट के इतिहास में लगातार 100 टेस्ट खेलने वाले छठे खिलाड़ी भी बन गए हैं। लिस्ट में अन्य खिलाड़ी एलिस्टर कुक (159), एलेन बॉर्डर (153), मार्क वॉ (107), सुनील गावस्कर (106) और ब्रेंडन मैकुलम (101) हैं। संयोगवश, लायन ने लॉर्ड्स में यह दुर्लभ उपलब्धि हासिल की है। यहीं उन्हें आखिरी बार इस टेस्ट इलेवन से हटाया गया था। यह लगभग एक दशक पहले 2013 एशेज सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया के इंग्लैंड दौरे के दौरान था। अपना 122वां टेस्ट खेल रहे लायन ने कहा, ‘यह कुछ ऐसा है जिस पर मुझे वास्तव में गर्व है।’

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