स्कूलों में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने की पद्धति पहले दिन रही साबित हुई फेल
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स्कूलों में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने की पद्धति पहले दिन रही साबित हुई फेल
जिले के कुल 2372 स्कूलों में से महज 695 स्कूलों के शिक्षकों ने ऑनलाइन तरीके से बनायी हाजिरी
जिले में 13 हजार 783 शिक्षक हैं तैनात पर 1713 ने ही बनायी नई पद्धति से हाजिरी
डीईओ ने कहा-तकनीकी समस्याओं का बीआरसी में जाकर समाधान कराएं शिक्षक
474 शिक्षकों ने स्वयं उपस्थिति तो 1239 ने मॉक ऑन ड्यूटी बनायी हाजिरी
फोटो :
गूगल मैप : नालंदा जिले का गूगल मैप।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
जिले के सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षकों का मंगलवार से ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप पर ऑनलाइन तरीके से हाजिरी बनाने की शुरुआत की गयी। लेकिन, पहले ही दिन यह पद्धति फेल साबित हुई। महज 12 फीसदी शिक्षकों ने ऑनलाइन तरीके से हाजिरी बनायी। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों में 13 हजार 783 शिक्षक कार्यरत हैं। लेकिन, इनमें महज एक हजार 713 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन तरीके से हाजिरी बनायी। इनमें सेल्फ एटेंडेंस 474 (स्कूल में उपस्थित होकर) तो मार्क ऑन ड्यूटी यानि, स्कूल के काम से बाहर ऑपरेशन से 1239 शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करायी। हद तो यह कि 23 सौ से अधिक सरकारी स्कूल चलाए जा रहे है, लेकिन पहले दिन महज 695 स्कूलों के 1713 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन हाजिरी बनायी।
डीईओ राजकुमार ने ऑनलाइन कम उपस्थिति पर नाराजगी जाहिर की है। शिक्षकों को स्पष्ट रूप से कहा है कि ऑनलाइन हाजिरी बनाने में जो भी तकनीकी समस्या आ रही है उसे तत्काल बीआरसी के डाटा ऑपरेटर से संपर्क कर सामाधान कराएं।
स्थापना शाखा में करें संपर्क :
एमआईएस के संभाग प्रभारी शरद कुमार ने बताया कि वैसे शिक्षक जिनका आईडी जेनरेट नहीं है या गलत दिखायी दे रहा है तो जिला शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा में आवेदन देकर समस्या का समाधान करा सकते हैं। या फिर वैसे शिक्षक जिनका दूसरे स्कूलों में तबादला होने के बावजूद पहले का स्कूल एप पर दिखायी दे रहा है तो स्थापना शाखा में संपर्क कर समस्या सामाधान करा सकते हैं।
ई-शिक्षाकोष एप पर कैसे बनाएं हाजिरी :
सबसे पहले मोबाइल में गूगल मैप ओपन करें। इसमें नीचे दाहिने तरफ एक डार्क डॉट बनी रहेगी। इस डॉट को टच करने से लोकेशन सेट हो जाता है और ये डॉट का कलर ब्लू हो जाता है। जहां आप रहेंगे उसके आस-पास का मैप दिखने लगेगा। ध्यान रहें, जब तक डॉट का कलर ब्लू नहीं हो जाए तब तक इंतजार करना है। डॉट का कलर ब्लू होने में कभी-कभार दो मिनट तक का समय लग जाता है। गूगल मैप में ब्लू डॉट हो जाने के बाद ही ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप खोलें। ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप खुलने के बाद दो तरह का यूजर ऑप्शन एक स्कूल और एक टीचर ऑप्शन दिखेगा।
स्कूल लॉगिन में स्कूल का यू-डायस और पासवर्ड, जिनसे बच्चों की इंट्री कर रहे हैं, उससे लॉगिन किया जा सकता है। इसी लॉगिन में मार्क अटेंडेंस में जाकर एक्टिव टीचर का आईडी देखकर सभी शिक्षकों को नोट कराया जा सकता है, जिससे कि वे अपने मोबाइल से लॉगिन कर उपस्थिति बना सकें। टीचर यूजर सेलेक्ट कर लॉगिन करेंगे तो अटेंडेंस बन जायेगा।
समस्या हो, तो इनसे करें संपर्क :
यदि, लॉगिन होने में दिक्कत आ रही हो तो बीआरसी के डाटा ऑपरेटर से संपर्क कर स्कूल या शिक्षक का पासवर्ड रिसेट कराया जा सकता है। साथ ही, स्कूल कैंपस में उपस्थित रहने के बावजूद, लोकेशन 500 मीटर से दूर बता रहा है तो बीआरसी में संपर्क कर लोकेशन सही करा सकते हैं।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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स्कूलों में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने की पद्धति पहले दिन रही साबित हुई फेल
जिले के कुल 2372 स्कूलों में से महज 695 स्कूलों के शिक्षकों ने ऑनलाइन तरीके से बनायी हाजिरी
जिले में 13 हजार 783 शिक्षक हैं तैनात पर 1713 ने ही बनायी नई पद्धति से हाजिरी
डीईओ ने कहा-तकनीकी समस्याओं का बीआरसी में जाकर समाधान कराएं शिक्षक
474 शिक्षकों ने स्वयं उपस्थिति तो 1239 ने मॉक ऑन ड्यूटी बनायी हाजिरी
फोटो :
गूगल मैप : नालंदा जिले का गूगल मैप।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
जिले के सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षकों का मंगलवार से ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप पर ऑनलाइन तरीके से हाजिरी बनाने की शुरुआत की गयी। लेकिन, पहले ही दिन यह पद्धति फेल साबित हुई। महज 12 फीसदी शिक्षकों ने ऑनलाइन तरीके से हाजिरी बनायी। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों में 13 हजार 783 शिक्षक कार्यरत हैं। लेकिन, इनमें महज एक हजार 713 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन तरीके से हाजिरी बनायी। इनमें सेल्फ एटेंडेंस 474 (स्कूल में उपस्थित होकर) तो मार्क ऑन ड्यूटी यानि, स्कूल के काम से बाहर ऑपरेशन से 1239 शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करायी। हद तो यह कि 23 सौ से अधिक सरकारी स्कूल चलाए जा रहे है, लेकिन पहले दिन महज 695 स्कूलों के 1713 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन हाजिरी बनायी।
डीईओ राजकुमार ने ऑनलाइन कम उपस्थिति पर नाराजगी जाहिर की है। शिक्षकों को स्पष्ट रूप से कहा है कि ऑनलाइन हाजिरी बनाने में जो भी तकनीकी समस्या आ रही है उसे तत्काल बीआरसी के डाटा ऑपरेटर से संपर्क कर सामाधान कराएं।
स्थापना शाखा में करें संपर्क :
एमआईएस के संभाग प्रभारी शरद कुमार ने बताया कि वैसे शिक्षक जिनका आईडी जेनरेट नहीं है या गलत दिखायी दे रहा है तो जिला शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा में आवेदन देकर समस्या का समाधान करा सकते हैं। या फिर वैसे शिक्षक जिनका दूसरे स्कूलों में तबादला होने के बावजूद पहले का स्कूल एप पर दिखायी दे रहा है तो स्थापना शाखा में संपर्क कर समस्या सामाधान करा सकते हैं।
ई-शिक्षाकोष एप पर कैसे बनाएं हाजिरी :
सबसे पहले मोबाइल में गूगल मैप ओपन करें। इसमें नीचे दाहिने तरफ एक डार्क डॉट बनी रहेगी। इस डॉट को टच करने से लोकेशन सेट हो जाता है और ये डॉट का कलर ब्लू हो जाता है। जहां आप रहेंगे उसके आस-पास का मैप दिखने लगेगा। ध्यान रहें, जब तक डॉट का कलर ब्लू नहीं हो जाए तब तक इंतजार करना है। डॉट का कलर ब्लू होने में कभी-कभार दो मिनट तक का समय लग जाता है। गूगल मैप में ब्लू डॉट हो जाने के बाद ही ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप खोलें। ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप खुलने के बाद दो तरह का यूजर ऑप्शन एक स्कूल और एक टीचर ऑप्शन दिखेगा।
स्कूल लॉगिन में स्कूल का यू-डायस और पासवर्ड, जिनसे बच्चों की इंट्री कर रहे हैं, उससे लॉगिन किया जा सकता है। इसी लॉगिन में मार्क अटेंडेंस में जाकर एक्टिव टीचर का आईडी देखकर सभी शिक्षकों को नोट कराया जा सकता है, जिससे कि वे अपने मोबाइल से लॉगिन कर उपस्थिति बना सकें। टीचर यूजर सेलेक्ट कर लॉगिन करेंगे तो अटेंडेंस बन जायेगा।
समस्या हो, तो इनसे करें संपर्क :
यदि, लॉगिन होने में दिक्कत आ रही हो तो बीआरसी के डाटा ऑपरेटर से संपर्क कर स्कूल या शिक्षक का पासवर्ड रिसेट कराया जा सकता है। साथ ही, स्कूल कैंपस में उपस्थित रहने के बावजूद, लोकेशन 500 मीटर से दूर बता रहा है तो बीआरसी में संपर्क कर लोकेशन सही करा सकते हैं।
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