सेक्सेस मंत्र-क्वेश्चन प्रैक्टिस पर फोकस करें; कृषिव का 379वां, भाविका का 568वां रैंक – Ludhiana News h3>
जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन(जेईई) मेन 2025 के दूसरे सेशन का रिजल्ट घोषित किया गया। इस रिजल्ट में इस बार लड़कियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है जिन्होंने 99 पर्सेंटाइल या इससे अधिक अंक हासिल किए हैं। 2022 में सिर्फ 8 फीसदी ही लड़कियां 99 पर्सेंटाइल ह
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सेल्फ स्टडी पर 7 घंटे का समय दिया
सान्वी चोपड़ा ने पहले सेशन में 99.94 और 99.87 पर्सेंटाइल लेकर 981 रैंक हासिल किया है। सान्वी ने बताया कि कोचिंग के लिए 6 घंटे और सेल्फ स्टडी के लिए 7 घंटे का समय दिया। सान्वी ने बताया कि उसने थ्योरी पर ज्यादा फोकस नहीं किया बल्कि क्वेश्चन प्रैक्टिस पर ध्यान दिया जिससे मेमोरी डेवलप हो। अब वो एडवांस्ड के लिए तैयारी कर रही है। पढ़ाई से ब्रेक लेकर उसे जिम जाना या फिजिकल एक्टिविटी करना पसंद है। कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करना चाहती है। पेरेंट्स डॉ. संदीप चोपड़ा(कार्डियोलॉजिस्ट), डॉ. रुपाली चोपड़ा(अॉफ्थलमालॉजिस्ट) का सपोर्ट हमेशा रहा है।
कम अंक आने पर भी स्ट्रेस नहीं लिया
डीएवी पब्लिक स्कूल पक्खोवाल रोड की स्टूडेंट भाविका कंवर ने बताया कि पहले सेशन में 99.91 और दूसरे में 99.96 पर्सेंटाइल हासिल कर 568वां रैंक हासिल किया । उसने सुधा मूर्ति से इंस्पिरेशन लेने के बाद ही इंजीनियरिंग में जाने का सोचा। टेस्ट सीरिज पर सबसे ज्यादा फोकस किया और उसमें जो कमी रही उसे सही किया। अगर कभी स्कोर कम भी आए तो भी स्ट्रेस नहीं लिया और डिमोटिवेट नहीं हुई, पढ़ाई रोजाना की। नोट्स अपनी भाषा में तैयार किए और उदाहरण के साथ बनाए। एडवांस्ड के लिए रोजाना टेस्ट प्रैक्टिस कर रही है। पेरेंट्स राजीव कंवर(प्राइवेट कंपनी में मर्चेंडाइजर), अमिता राणा( इंग्लिश टीचर) मोटिवेट करते हैं।
मॉक टेस्ट में पहचानी अपनी गलतियां
वैभव जैन ने पहले सेशन में 99.97 और दूसरे में 99.98 पर्सेंटाइल हासिल कर 437वां रैंक हासिल किया। वैभव ने बताया कि मॉक टेस्ट में की गलतियों या समय पर सॉल्व न कर पाने पर उन्हें दोबारा से प्रैक्टिस की। मैथ्स पर ज्यादा ध्यान दिया। रोजाना तकरीबन 8 घंटे पढ़ाई की। खाली समय में मैथ्स और यू-ट्यूब पर वीडियो देखना पसंद है। वैभव ने बताया कि उसने आकाश अकेडमी से कोचिंग की। जबकि 12वीं में वो इंडस वर्ल्ड स्कूल में पढ़ रहे हैं। आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। पेरेंट्स अरुण ओसवाल(कोराबारी) और प्रेरणा जैन(हाउसवाइफ) की गाइडेंस रही है।
खुद के नोट्स से काफी मदद मिली
कृषिव गुप्ता ने बताया कि पहले सेशन में 99.98 और दूसरे सेशन में 99.8 पर्सेंटाइल लेकर 379वां रैंक पाया। उन्होंने खुद के नोट्स बनाए थे जिससे काफी मदद मिली। शेड्यूल कभी फिक्स नहीं किया। लेकिन, कोचिंग के अलावा सेल्फ स्टडी की और रोजाना 7-8 घंटे पढ़ाई की। अब वो जेईई एडवांस्ड के एग्जाम पर पूरा फोकस होकर तैयारी कर रहे हैं जोकि 18 मई को होगा। इसके लिए पिछले साल के क्वेश्चन पेपर को सॉल्व कर प्रैक्टिस कर रहे हैं। बाबा ईशर सिंह स्कूल से 12वीं के एग्जाम दिए हैं। । वो आईआईटी मद्रास से मेकेनिकल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। पेरेंट्स पुनीत गुप्ता(एडवोकेट), नेहा गुप्ता(एचआर) की गाइडेंस हमेशा रही है।