सीएम गहलोत ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, ‘अगर दो अलग-अलग ज्योति जलती तो सरकार को क्या परेशानी थी’ | amar jawan jyoti news Cm Ashok Gehlot | Patrika News h3>
अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में विलय के बाद अब राजनीति में तेज होने लगी है।
जयपुर
Published: January 22, 2022 06:08:30 pm
जयपुर। अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में विलय के बाद अब राजनीति में तेज होने लगी है। राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने इसे लेकर केंद्र के मोदी सरकार को जमकर घेरा है तो अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस मामले को लेकर केंद्र के मोदी सरकार भाजपा को निशाने पर लिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा, इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को बुझाकर दो ज्योतियों को एक करने का औचित्य हर किसी की समझ से बाहर है। अगर शहीदों के सम्मान में दो अलग-अलग ज्योति जलती रहतीं तो मोदी सरकार को क्या परेशानी थी?
यह भी पढ़ें ः राजस्थान से राज्यसभा जाने की जुगतः कतार में कांग्रेस के कई केंद्रीय नेता, जून में 4 सीटों पर होगा चुनाव सीएम अशोक गहलोत ने लिखा कि 50 वर्षों से शहीदों को नमन कर रही अमर जवान ज्योति को बन्द करना शहादत का अपमान है। ऐसे कुकृत्य करना इतिहास बदलने का प्रयास है। परन्तु मोदी सरकार को ये समझ लेना चाहिए कि ऐसे प्रयासों से इतिहास नहीं बदलता बल्कि महान कार्य कर स्वर्णिम इतिहास बनाना पड़ता है।
यह भी पढ़ें ः छात्रावास के शिलान्यास कार्यक्रम में बोले मुख्यमंत्री, ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना सरकार की प्राथमिकता’ अमर जवान ज्योति पाकिस्तान के दो टुकड़े करने वाले सैनिकों की स्मृति थी। इसको बंद कर ‘मर्जर’ का नाम देना उस ज्योति की पवित्रता को कमतर करने का प्रयास है। सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बांग्लादेश युद्ध विजय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ऐसा कृत्य करना घोर निंदनीय है।
इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को बुझाकर दो ज्योतियों को एक करने का औचित्य हर किसी की समझ से बाहर है। अगर शहीदों के सम्मान में दो अलग-अलग ज्योति जलती रहतीं तो मोदी सरकार को क्या परेशानी थी? 50 वर्षों से शहीदों को नमन कर रही अमर जवान ज्योति को बन्द करना शहादत का अपमान है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 22, 2022
ऐसे कुकृत्य करना इतिहास बदलने का प्रयास है परन्तु मोदी सरकार को ये समझ लेना चाहिए कि ऐसे प्रयासों से इतिहास नहीं बदलता बल्कि महान कार्य कर स्वर्णिम इतिहास बनाना पड़ता है।— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 22, 2022
अमर जवान ज्योति पाकिस्तान के दो टुकड़े करने वाले सैनिकों की स्मृति थी। इसको बन्द कर ‘मर्जर’ का नाम देना उस ज्योति की पवित्रता को कमतर करने का प्रयास है। बांग्लादेश युद्ध विजय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ऐसा कृत्य करना घोर निंदनीय है। — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 22, 2022
अगली खबर

अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में विलय के बाद अब राजनीति में तेज होने लगी है।
जयपुर
Published: January 22, 2022 06:08:30 pm
जयपुर। अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में विलय के बाद अब राजनीति में तेज होने लगी है। राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने इसे लेकर केंद्र के मोदी सरकार को जमकर घेरा है तो अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस मामले को लेकर केंद्र के मोदी सरकार भाजपा को निशाने पर लिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा, इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को बुझाकर दो ज्योतियों को एक करने का औचित्य हर किसी की समझ से बाहर है। अगर शहीदों के सम्मान में दो अलग-अलग ज्योति जलती रहतीं तो मोदी सरकार को क्या परेशानी थी?
इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को बुझाकर दो ज्योतियों को एक करने का औचित्य हर किसी की समझ से बाहर है। अगर शहीदों के सम्मान में दो अलग-अलग ज्योति जलती रहतीं तो मोदी सरकार को क्या परेशानी थी? 50 वर्षों से शहीदों को नमन कर रही अमर जवान ज्योति को बन्द करना शहादत का अपमान है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 22, 2022
ऐसे कुकृत्य करना इतिहास बदलने का प्रयास है परन्तु मोदी सरकार को ये समझ लेना चाहिए कि ऐसे प्रयासों से इतिहास नहीं बदलता बल्कि महान कार्य कर स्वर्णिम इतिहास बनाना पड़ता है।— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 22, 2022
अमर जवान ज्योति पाकिस्तान के दो टुकड़े करने वाले सैनिकों की स्मृति थी। इसको बन्द कर ‘मर्जर’ का नाम देना उस ज्योति की पवित्रता को कमतर करने का प्रयास है। बांग्लादेश युद्ध विजय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ऐसा कृत्य करना घोर निंदनीय है। — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 22, 2022
अगली खबर