सिटी मजिस्ट्रेट दफ्तर में महिला को खून की उल्टी: कैंसर पीड़िता की नाक से बहने लगा खून, मजिस्ट्रेट ने अपनी कार से भिजवाया अस्पताल – Muzaffarnagar News h3>
वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर37 मिनट पहले
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महिला की हालत खराब होने की जानकारी पर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप तुरंत बाहर आए और अपनी गाड़ी से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया।
मुजफ्फरनगर में मंगलवार दोपहर सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस के बाहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जबकि मंसूरपुर थाना क्षेत्र के नरा गांव की रहने वाली सुरभि पत्नी भोला को अचानक खून की उल्टी होने लगी और उसकी नाक से भी खून बह निकला। महिला की हालत खराब होने की जानकारी पर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप तुरंत बाहर आए और अपनी गाड़ी से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया।
उम्मीद टूटी तो बह निकले आंसू
दरअसल, सुरभि को डूडा द्वारा काशीराम आवास योजना के तहत घर आवंटित किया गया था, लेकिन उस समय वो दिल्ली के एम्स में भर्ती थी, जिसके कारण घर का आवंटन नहीं हो सका। पिछले चार महीनों से वह लगातार अधिकारियों के पास चक्कर काट रही है। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। बुधवार को आस टूटी तो वो सिटी मजिस्ट्रेट के दफ्तर के बाहर बैठकर फफक पड़ी, जिस कारण उसका बीपी बढ़ गया।
जानलेवा कैंसर से पीड़ित है सुरभि
सुरभि ने बताया कि वो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से पीड़ित है। महज 8 हजार रुपये महीना पगार की नौकरी करती है। उसने 2021 में काशीराम आवास योजना के तहत आवेदन किया था। जिस वक्त उसे छत मिलना था, वो एम्स में भर्ती थी। बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट से इसी बाबत मिलने आई थी।
उपचार के बाद मिली छुट्टी
सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप के निर्देश पर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे उनके कर्मचारियों ने उसे इमरजेंसी में दिखाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। चिकित्सकों ने बताया कि उसका ब्लड प्रेशर हाई होने की वजह से ऐसा हुआ था।
डूडा अधिकारियों को छूटे पसीने
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट ने डूडा विभाग के अधिकारियों को तत्काल तलब किया। महिला की हालत देखकर डूडा विभाग के अधिकारियों को भी पसीने छूट गए। वो उस वक्त एक सुर में बस इतना कहते देखे गए कि मैडम आप टेंशन ना लें। आपका काम हो जाएगा। आपको घर जरूर आवंटित होगा। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने आश्वासन दिया कि सुरभि की हर संभव मदद की जाएगी और उसकी समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा।
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वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर37 मिनट पहले
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महिला की हालत खराब होने की जानकारी पर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप तुरंत बाहर आए और अपनी गाड़ी से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया।
मुजफ्फरनगर में मंगलवार दोपहर सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस के बाहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जबकि मंसूरपुर थाना क्षेत्र के नरा गांव की रहने वाली सुरभि पत्नी भोला को अचानक खून की उल्टी होने लगी और उसकी नाक से भी खून बह निकला। महिला की हालत खराब होने की जानकारी पर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप तुरंत बाहर आए और अपनी गाड़ी से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया।
उम्मीद टूटी तो बह निकले आंसू
दरअसल, सुरभि को डूडा द्वारा काशीराम आवास योजना के तहत घर आवंटित किया गया था, लेकिन उस समय वो दिल्ली के एम्स में भर्ती थी, जिसके कारण घर का आवंटन नहीं हो सका। पिछले चार महीनों से वह लगातार अधिकारियों के पास चक्कर काट रही है। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। बुधवार को आस टूटी तो वो सिटी मजिस्ट्रेट के दफ्तर के बाहर बैठकर फफक पड़ी, जिस कारण उसका बीपी बढ़ गया।
जानलेवा कैंसर से पीड़ित है सुरभि
सुरभि ने बताया कि वो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से पीड़ित है। महज 8 हजार रुपये महीना पगार की नौकरी करती है। उसने 2021 में काशीराम आवास योजना के तहत आवेदन किया था। जिस वक्त उसे छत मिलना था, वो एम्स में भर्ती थी। बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट से इसी बाबत मिलने आई थी।
उपचार के बाद मिली छुट्टी
सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप के निर्देश पर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे उनके कर्मचारियों ने उसे इमरजेंसी में दिखाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। चिकित्सकों ने बताया कि उसका ब्लड प्रेशर हाई होने की वजह से ऐसा हुआ था।
डूडा अधिकारियों को छूटे पसीने
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट ने डूडा विभाग के अधिकारियों को तत्काल तलब किया। महिला की हालत देखकर डूडा विभाग के अधिकारियों को भी पसीने छूट गए। वो उस वक्त एक सुर में बस इतना कहते देखे गए कि मैडम आप टेंशन ना लें। आपका काम हो जाएगा। आपको घर जरूर आवंटित होगा। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने आश्वासन दिया कि सुरभि की हर संभव मदद की जाएगी और उसकी समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा।