सासाराम हिंसा: BJP नेता की गिरफ्तारी पर रविशंकर ने नीतीश को घेरा, कहा- एक महीने बाद आया ज्ञान h3>
ऐप पर पढ़ें
सासाराम हिंसा मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी के बाद से बिहार में सियासत तेज हो गई। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सासंद रविशंकर प्रसाद ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होने कहा कि एक महीने बाद गिरफ्तारी का क्या मतलब बनता है। इतनी देर बाद ज्ञान आया है कि बीजेपी के पूर्व विधायक की गिरफ्तारी करनी है। जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी साजिश के तहत हुई है। नीतीश कुमार के इस दोहरे मापदंड का जवाब बिहार की जनता देगी। और मैं इस गिरफ्तारी की निंदा करता हूं। इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भी नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि कि पहले हिंसा की साजिश रची गई। ताकि अमित शाह की रैली सासाराम में न हो सके। और अब जवाहर प्रसाद को एक महीने बाद गिरफ्तार किया गया। जबकि उनका नाम भी FIR में नहीं था।
जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी- नीतीश
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी पर कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिर चाहे वो किसी भी दल से हो। मैंने कभी कहा क्या इसे पकड़ो, इसे नहीं पकड़ो। पुलिस अपना काम कर रही है। बीजेपी को जो बोलना है बोलती रहे। आपको बता दें जवाहर प्रसाद सासाराम से 5 बार विधायक कर चुके हैं। 1990 में वह पहली बार विधायक बने थे। बीते चुनाव में सासाराम विधानसभा सीट जेडीयू के खाते में चले जाने के कारण चुनाव नहीं लड़ा था।
यह भी पढ़िए- रामनवमी हिंसा : सासाराम से पूर्व बीजेपी विधायक जवाहर प्रसाद समेत दो गिरफ्तार, पुलिस ने घर से उठाया
37 आरोपियों को मिली जमानत
आपको बता दें आज ही सासाराम हिंसा मामले में भाजपा नेता समेत 37 आरोपियों को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने आरोपितों को जमानत पर रिहा करने का आदेश जारी किया है। आरोपितों को इस आधार पर जमानत मिली है कि वो भविष्य में इस तरह के अपराध में शामिल नहीं होंगे। हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक करीब 65 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिसमें रोबिन केशरी, शिवनाथ चौधरी, सोनू सिन्हा समेत 37 लोगों को जमानत मिली है। हालांकि अभियोजन पक्ष द्वारा जमानत का पुरजोर विरोध किया गया।रामनवमी के अगले दिन शोभायात्रा के दौरान नालंदा और सासाराम में हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी। और कई घरों और गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। जिसके बाद दोनों जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई थी।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
ऐप पर पढ़ें
सासाराम हिंसा मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी के बाद से बिहार में सियासत तेज हो गई। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सासंद रविशंकर प्रसाद ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होने कहा कि एक महीने बाद गिरफ्तारी का क्या मतलब बनता है। इतनी देर बाद ज्ञान आया है कि बीजेपी के पूर्व विधायक की गिरफ्तारी करनी है। जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी साजिश के तहत हुई है। नीतीश कुमार के इस दोहरे मापदंड का जवाब बिहार की जनता देगी। और मैं इस गिरफ्तारी की निंदा करता हूं। इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भी नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि कि पहले हिंसा की साजिश रची गई। ताकि अमित शाह की रैली सासाराम में न हो सके। और अब जवाहर प्रसाद को एक महीने बाद गिरफ्तार किया गया। जबकि उनका नाम भी FIR में नहीं था।
जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी- नीतीश
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी पर कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिर चाहे वो किसी भी दल से हो। मैंने कभी कहा क्या इसे पकड़ो, इसे नहीं पकड़ो। पुलिस अपना काम कर रही है। बीजेपी को जो बोलना है बोलती रहे। आपको बता दें जवाहर प्रसाद सासाराम से 5 बार विधायक कर चुके हैं। 1990 में वह पहली बार विधायक बने थे। बीते चुनाव में सासाराम विधानसभा सीट जेडीयू के खाते में चले जाने के कारण चुनाव नहीं लड़ा था।
यह भी पढ़िए- रामनवमी हिंसा : सासाराम से पूर्व बीजेपी विधायक जवाहर प्रसाद समेत दो गिरफ्तार, पुलिस ने घर से उठाया
37 आरोपियों को मिली जमानत
आपको बता दें आज ही सासाराम हिंसा मामले में भाजपा नेता समेत 37 आरोपियों को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने आरोपितों को जमानत पर रिहा करने का आदेश जारी किया है। आरोपितों को इस आधार पर जमानत मिली है कि वो भविष्य में इस तरह के अपराध में शामिल नहीं होंगे। हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक करीब 65 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिसमें रोबिन केशरी, शिवनाथ चौधरी, सोनू सिन्हा समेत 37 लोगों को जमानत मिली है। हालांकि अभियोजन पक्ष द्वारा जमानत का पुरजोर विरोध किया गया।रामनवमी के अगले दिन शोभायात्रा के दौरान नालंदा और सासाराम में हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी। और कई घरों और गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। जिसके बाद दोनों जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई थी।