सावधान ! वाट्सऐप कॉल पर अनजान हसीनाओं से की गुफ्तगू तो जाना पड़ सकता है जेल | Patrika Exclusive Interview Of Rajasthan Intelligence ADG Sengathir On Vicious Women Trapping Army Men In Honeytrap | News 4 Social

19
सावधान ! वाट्सऐप कॉल पर अनजान हसीनाओं से की गुफ्तगू तो जाना पड़ सकता है जेल | Patrika Exclusive Interview Of Rajasthan Intelligence ADG Sengathir On Vicious Women Trapping Army Men In Honeytrap | News 4 Social

सावधान ! वाट्सऐप कॉल पर अनजान हसीनाओं से की गुफ्तगू तो जाना पड़ सकता है जेल | Patrika Exclusive Interview Of Rajasthan Intelligence ADG Sengathir On Vicious Women Trapping Army Men In Honeytrap | News 4 Social

प्रदेशवासियों के पास सीमा पार पाकिस्तान से छदम नाम से हसीनाओं के वाट्सऐप कॉल आ रहे हैं। इन युवतियों के जाल में फंसने वाले लोगों को यह पता नहीं होता है कि वह इंटेलीजेंस की भी नजर में आ गए हैं और भारी मुसीबत में पड़ सकते हैं।

ललित तिवारी/जयपुर. प्रदेशवासियों के पास सीमा पार पाकिस्तान से छदम नाम से हसीनाओं के वाट्सऐप कॉल आ रहे हैं। इन युवतियों के जाल में फंसने वाले लोगों को यह पता नहीं होता है कि वह इंटेलीजेंस की भी नजर में आ गए हैं और भारी मुसीबत में पड़ सकते हैं। राजस्थान इंटेलीजेंस सबूत मिलते ही हनीट्रैप में फंसे ऐसे व्यक्ति को जासूसी के मामले में गिरफ्तार कर लेती है।

पाकिस्तान कैसे जासूसी करवा रहा है और आम लोगों को कैसे बचना चाहिए। इस संबंध में राजस्थान इंटेलीजेंस के एडीजी एस. सेंगाथिर से संवाददाता ललित तिवारी ने विशेष बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश…।

Q. किस तरह से जवानों को फंसाया जा रहा है?
A. कभी सर्वेयर, कभी वैज्ञानिक तो कभी शोध छात्रा बनकर जवानों से संपर्क किया जाता है। इसमें उन लोगों को फंसाया जाता है जो सेना से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए होते है। पैरा मेडिकल, ठेकेदार, कैन्टीन संचालक, सप्लाई करने वाले और सेना में काम करने वाले लोग इनके टारगेट पर होते हैं।

यह भी पढ़ें

अनजान नंबर से महिला का फोन आया, रात भर प्यार भरी बातें करने लगी, फिर एक दिन हुआ ऐसा जो आप सोच नहीं सकते

Q. जवानों से हथियारों के बारे में किस तरह जानकारी लेती हैं?
A. जवानों से फ्यूचर प्लानिंग के बारे में जानकारी जुटाई जाती है। इसी के साथ कितने टैंक आ रहे है, कितने टैंक अभी तैनात है। कौन कौन से हथियार सेना में शामिल किए जा रहे हैं। उपकरण और ड्रोन कितने हैं, किस जगह रखे गए हैं आदि जानकारी मांगी जाती है।

Q. तीन साल में अब तक जासूसी के कितने मामले सामने आए है?
A. तीन साल के आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2021 में 7, वर्ष 2022 में 10 और वर्ष 2023 में अभी तक 2 मामले सामने आए है।

यह भी पढ़ें

जमीनी विवाद के चलते भतीजों ने लठ मारकर फाड़ा ताऊ का सिर

Q. जासूसी के लिए क्या प्रलोभन दिया जाता है?
A. जासूस जानकारी देने वालों को मोटा पैसा देते हैं। कई बार तो स्थानीय लोग कम पैसों में लोकेशन सहित कई जानकारी भिजवा देते हैं। सेना के जवान आसानी से फंसते नहीं है। उन्हें युवती के जरिए इमोशनल करके हनीट्रैप में फंसाकर जानकारी मांगी जाती है।

Q. मोबाइल को किस तरह हैक करवाया जाता है, जिससे पूरा डेटा दुश्मन के पास चला जाता है?
A. इसके लिए एपीके ऐप डाउनलोड करवाया जाता है। इससे सामने वाले व्यक्ति का पूरा मोबाइल दूसरे के कब्जे में हो जाता है। यह सबसे ज्यादा चिंता की बात है।

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News