सांसद ने लोकसभा में उठाया बाखासर बंदरगाह बनाने का मुद्दा: हनुमान बोले- 150KM लंबी नहर आने से राजस्थान के विकास को मिलेगी गति – Barmer News h3>
बाड़मेर जिले के बाखासर रण में बंदरगाह बनाने की मांग विधानसभा और लोकसभा में पुरजोर तरीके से हो रही है। विधानसभा के बाद एक बार फिर लोकसभा में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बाखासर बंदरगाह बनाने की मांग की।
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बेनीवाल ने लोकसभा में पोत परिवहन विधेयक 2024 पर चर्चा के दौरान बाखासर में बंदरगाह विकसित करने की मांग की। यह बाड़मेर के संसदीय क्षेत्र का मुद्दा है। केंद्र सरकार ने कहा भी था कि गुजरात के मुद्रा में निजी कंपनी अडाणी की ओर से निजी बंदरगाह बना रखा है। वहां समुद्र से एक नहर बाड़मेर के बाखासर तक लाई जाएगी।
बेनीवाल ने लोकसभा में कहा कि पूर्व में करवाए गए सर्वे के मुताबिक करीब 150 किलोमीटर लंबी नहर बनाने की आवश्यकता रहेगी। जिससे समुद्र के पानी में जहाज आसानी से चलाए जा सकें। राजस्थान के बाड़मेर में बंदरगाह विकसित कर सकते है। पूर्व में सरकार के पास प्रस्ताव आए हुए है। मंत्री जी इस पर विशेष ध्यान देवें, जिससे राजस्थान के विकास को गति मिले। जहां पेट्रोल बड़ी तादाद में निकलता है।
बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने बाखासर बंदरगाह बनाने की मांग की।
विधानसभा और लोकसभा में उठ चुकी है मांग
बाखासर में बंदरगाह बनाने की मांग समय-समय पर उठ रही है। इसको लेकर 2015 के तत्कालीन सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने लोकसभा में बंदरगाह का मामला उठाया था। इसके बाद सरकार की तरफ से सर्वे भी करवाया। लेकिन प्रोसेस आगे नहीं बढ़ पाया। इन दिनों में विधानसभा और लोकसभा में विधायक और सांसद लगातार मांग उठा रहे है। बीते दिनों बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने लोकसभा में सरकार से बंदरगाह की मांग की थी। वहीं एक माह पहले चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल ने बाखासर में बंदरगाह बनाने की मांग विधानसभा में रखी थी।
चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल ने एक माह पहले विधानसभा में उठाया था मुद्दा।
बाखासर रण भारतमाला परियोजना से उत्तर और दक्षिण भारत से जुड़ा हुआ
बाड़मेर जिले के बाखासर तक यदि समुद्र के पानी को नहर के जरिए जोड़ा जाए तो बंदरगाह विकसित किया जाता है। यह स्थान पश्चिमी भारत का प्रमुख व्यापारिक केंद्र बन सकता है। बाखासर क्षेत्र सड़क मार्ग से भारतमाला परियोजना से उत्तर भारत व दक्षिण भारत के अन्य राज्यों से सुगम राष्ट्रीय उच्च मार्ग से जुड़ा हुआ है। यहां की भौगोलिक परिस्थितियां समुद्री बंदरगाह जैसी है। इससे देश-विदेश से आयात-निर्यात संसाधनों को समुद्री जहाजों से लाया जा सकेगा। यहां के आसपास की सारी जमीन क्षारीय, बंजर व अनुपयोगी है।
गुजरात में निजी कंपनी का पोर्ट
गुजरात राज्य के मुंद्रा में निजी कम्पनी का बंदरगाह स्थापित है। वहां से कृत्रिम नहर बाड़मेर के बाखासर तक लाई जा सकती है। इस सम्बन्ध में निजी कंपनी की ओर से पूर्व में करवाए गए सर्वे के मुताबिक करीब 150 किलोमीटर लंबी नहर बनाने की आवश्यकता रहेगी।
2015 में तत्कालीन सांसद ने सूखा बंदरगाह बनाने की मांग उठाई थी
इस सम्बन्ध में वर्ष 2015 में भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन स्थानीय सांसद की ओर से भी सूखा बंदरगाह बनाए जाने का मामला संसद में उठाया गया। इस प्रस्ताव को पूर्व में सैद्धांतिक मंजूरी दी थी किंतु उक्त प्रस्ताव पर अभी तक कोई कार्यवाही अथवा परियोजना नहीं बनाई गई।