सहारनपुर में रेलकर्मियों ने खोला मोर्चा: महंगाई बढ़ी पर एलाउंस नहीं, स्टाफ की कमी और ग्रेड पे सुधार की मांग उठाई – Saharanpur News h3>
नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन अंबाला मंडल के पदाधिकारी जानकारी देते हुए।
सहारनपुर नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन अंबाला मंडल द्वारा मंडलीय लोको रनिंग स्टाफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यूनियन पदाधिकारियों ने लोको रनिंग स्टाफ से जुड़ी 22 प्रमुख मांगों को प्रमुखता से उठाया और उन्हें जल्द पूरा किए जाने की मांग की।
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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे शिव गोपाल मिश्र का यूनियन के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। उन्होंने अपने संबोधन में संगठन से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम में डिवीजन अध्यक्ष हरनाम सिंह, डिवीजन सचिव निर्मल सिंह, यूनियन के अन्य पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कर्मचारीगण उपस्थित रहे। यूनियन पदाधिकारियों ने सरकार और रेलवे बोर्ड से अपील की कि लोको रनिंग स्टाफ की इन आवश्यक मांगों को शीघ्र पूरा किया जाए ताकि कर्मचारियों को राहत मिल सके और कार्य संचालन में भी सुधार हो।
ये रखी प्रमुख मांगें
- यूपीएस (UPS) में सुधार किया जाए और 10 प्रतिशत की कटौती को तत्काल बंद किया जाए।
- डीए (महंगाई भत्ता) 20 प्रतिशत हो जाने के बावजूद रनिंग एलाउंस में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई है, जिसे तुरंत बढ़ाया जाए।
- लोको रनिंग स्टाफ के ग्रेड पे / पे लेवल में सुधार किया जाए।
- उन्हें एमएसीपी (MACP) का लाभ सुनिश्चित किया जाए।
- लोको पायलट के एडिशनल अलाउंस में सुधार हो और सहायक लोको पायलट को रिस्क अलाउंस दिया जाए।
- रनिंग एलाउंस को आयकर से पूर्णतः मुक्त किया जाए।
- AIRF और रेलवे बोर्ड के बीच 22/23 जून 2018 को लिए गए निर्णय के अनुसार रनिंग स्टाफ को 36 घंटे के भीतर मुख्यालय वापस बुलाया जाए।
- विभाग की सभी रिक्तियां शीघ्र भरी जाएं और नई रेलगाड़ियों के संचालन हेतु अतिरिक्त पदों की स्वीकृति दी जाए।
- मालगाड़ी में अधिकतम ड्यूटी 8 घंटे और कोचिंग गाड़ियों में 6 घंटे निर्धारित की जाए।
- हर पखवाड़े में दो रेस्ट और लगातार तीन रात्रि ड्यूटी पर रोक की मांग।
- एफएसडी व टूल-किट को लोको कैब में लगाया जाए और फुट प्लेटिंग अधिकारियों के बैठने की अलग व्यवस्था की जाए।
- स्पेयर वर्किंग के लिए रनिंग स्टाफ को आउट ऑफ टर्न बर्थ उपलब्ध कराई जाए।
- एसपीएडी (SPAD) मामलों में निष्पक्ष जांच हो और स्टाफ को बिना जांच व उचित अवसर के बर्खास्त न किया जाए।
- रात्रि ड्यूटी के दौरान रिफ्रेशमेंट व चाय का प्रावधान हो और रनिंग रूम में अनावश्यक रोके जाने की प्रथा को बंद किया जाए।