ससुराल जाने से इनकार पर पत्नी-साली को गोली मार खुदकुशी की

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ससुराल जाने से इनकार पर पत्नी-साली को गोली मार खुदकुशी की

ससुराल जाने से इनकार पर पत्नी-साली को गोली मार खुदकुशी की

पंडारक थाना क्षेत्र के बिहारीविगहा गांव में रविवार की सुबह एक सनकी युवक ने ससुराल जाने से इनकार करने पर पहले पत्नी और साली को गोली मारी। फिर खुद के सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली लगने से दीपक कुमार (30) और साली गुड़िया देवी (30) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पत्नी लक्ष्मी देवी (25) का गंभीर हालत में पीएमसीएच में इलाज चल रहा है। वह आठ महीने की गर्भवती है। फिलहाल लक्ष्मी की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने मौके से एक कट्टा और तीन खोखे बरामद किए हैं। हथियार को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। उधर, पोस्टमार्टम के बाद दीपक और गुड़िया का रविवार की शाम अंतिम संस्कार करा दिया गया। इस मामले में दीपक की सास रेखा देवी के बयान पर पुलिस ने आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज किया है।

बिहारीबीघा निवासी उमेश ठाकुर नाई का काम करते हैं। उनकी दूसरे नंबर की बेटी लक्ष्मी की शादी तीन वर्ष पहले नालंदा जिले के रहुई थाना अंतर्गत खजुरबन्ना गांव निवासी नित्यानंद ठाकुर के पुत्र दीपक कुमार से हुई थी। दीपक भी नाई का काम करता था। परिजनों के मुताबिक ससुराल में दीपक अपनी पत्नी से मारपीट करता था। इससे परेशान लक्ष्मी पांच महीने पहले बिहारी बिगहा स्थित मायके आ गई थी और यहीं रह रही थी। दीपक भी पत्नी को मनाने के लिए बीते दो महीने से अपने ससुराल में था। दीपक पत्नी को अपने घर ले जाना चाहता था। लेकिन वह नालंदा जाने के लिए तैयार नहीं हो रही थी।

बताया जाता है कि इसी बात को लेकर रविवार की सुबह करीब सात बजे दीपक की लक्ष्मी से कहासुनी हुई। उसके ससुराल जाने से इंकार करने पर दीपक ने कट्टा से लक्ष्मी के सिर में गोली मार दी। फायरिंग की आवाज सुनकर बड़ी साली गुड़िया देवी वहां आई और बीच-बचाव करने की कोशिश की तो आरोपित ने उसके सिर में भी गोली मार दी। गोली लगने से गुड़िया की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि घायल लक्ष्मी तड़प रही थी। पत्नी और साली को गोली मारने के बाद दीपक कुमार ने खुद के सिर में गोली मारकर अपनी जान दे दी। घटना के वक्त सास खेत और अन्य सदस्य बाहर गए हुए थे।

तीन को खून से लथपथ देख अवाक थे लोग

गोली की आवाज सुनने के बाद ससुराल वाले और पड़ोसी मौके पर पहुंचे तो वहां भयावह मंजर था। खून से लथपथ तीन लोगों को देख लोग अवाक रह गए। घर के प्रथम तल पर लक्ष्मी देवी घायल पड़ी थी। जबकि गुड़िया और दीपक का शव भूतल स्थित कमरे में था। बाद में घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को अस्पताल जबकि मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। तीनों को सिर में गोली लगी है। घटनास्थल से पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त कट्टा और तीन खोखे बरामद किए। एक खोखा कट्टा में फंसा था। बाद में मौके पर फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया।

गांव में पसरा मातम

बिहारीबीघा निवासी उमेश ठाकुर को पांच लड़की और तीन लड़के हैं। उनकी दो लड़कियों की शादी हुई है। बड़ी बेटी गुड़िया देवी की शादी नालंदा जिले के चंडी थाना अंतर्गत कैथी गांव निवासी नीतीश कुमार के साथ हुई थी। नीतीश गुजरात में रहकर मजदूरी करता है। उनका एक बेटा है। दीपक कुमार का भी दो वर्ष का एक बेटा है। गुड़िया रक्षाबंधन में अपने भाइयों को राखी बांधने मायके आई थी। लेकिन उसे शायद आभास नहीं था कि भाइयों को वह अंतिम बार राखी बांध रही है। गुड़िया के पति नीतीश ने बताया कि उसे घटना पर विश्वास नहीं हो रहा है। उधर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गुड़िया और लक्ष्मी के अबोध बच्चों को कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था। दोनों मां की गोद में जाने के लिए जिद कर रहे थे। इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। दोपहर बाद गुड़िया और दीपक की अंतिम यात्रा निकली तो प्रत्येक ग्रामीणों की आंखें नम थीं।

गुस्से में दिया घटना को अंजाम

सहायक पुलिस अधीक्षक अपराजित लोहान ने बताया कि घरेलू विवाद में घटना को अंजाम दिया गया। दीपक कुमार ने पत्नी व साली को गोली मारकर खुद की भी जान ले ले ली। उधर, ग्रामीण एसपी रोशन कुमार ने पुलिस अधिकारियों को हर पहलू की जांच का आदेश दिया। दीपक ने जिस तरह से घटना को अंजाम दिया है। उससे लगता है कि उसे हथियार चलाने के बारे में पहले से पता था। पुलिस उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। पंडारक पुलिस ने रहुई थाने से जानकारी मांगी है। दीपक को कट्टा कहां से मिला इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। ग्रामीण एसपी रोशन कुमार, सहायक पुलिस अधीक्षक अपराजित लोहान, पंडारक थानाध्यक्ष रवि शंकर आदि की टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल की।

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