सरकारी टीचर बनना चाहती थी ये लेडी डॉन: लॉरेंस गैंग के हिस्ट्रीशीटर के घर किराएदार बनकर रही, मां ने टोका तो लिव-इन में रहने लगी – Sikar News h3>
लॉरेंस गैंग की लेडी डॉन सुधा कंवर को 15 जनवरी को इटली से गिरफ्तार किया गया है। सुधा गैंगस्टर रोहित गोदारा के दोस्त अमरजीत विश्नोई की पत्नी है। अमरजीत और सुधा एक-दूसरे को स्कूल टाइम से जानते थे। अमरजीत खुद गुनाह की दुनिया में कदम रख चुका था, लेकिन सुध
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अमरजीत ने इसके लिए सुधा को जयपुर में कोचिंग भी करवाई। इसी बीच, राजू ठेहट के मर्डर के दौरान अमरजीत ने सुधा को भी गुनाह की दुनिया में धकेल दिया। दोनों लंबे समय तक लिव इन में रहे। शादी की या नहीं ये किसी को नहीं पता, लेकिन सुधा को अमरजीत की पत्नी के रूप में देखा जाता है।
राजू ठेहट के मर्डर के दौरान अमरजीत का सुधा कंवर ने भी साथ दिया। इटली में बैठे अमरजीत के इशारे पर काम करती थी। फोटो राजू ठेहट के मर्डर के दौरान की है। ठेहट को उसके घर के बाहर ही मार दिया गया था।
दोनों स्कूल में साथ पढ़ते थे पुलिस सूत्रों के अनुसार, अमरजीत सिंह विश्नोई मूल रूप से बीकानेर के बीछवाल का रहने वाला है। सुधा कंवर का जन्म नागौर जिले के मेड़ता सिटी में हुआ था। सुधा के जन्म के बाद उसका परिवार बीकानेर (बीछवाल) आ गया था। यहां अमरजीत और सुधा एक ही स्कूल में पढ़ते थे। दोनों एक-दूसरे को चेहरे से पहचानते थे, लेकिन बोलचाल नहीं थी। 12वीं के बाद दोनों स्कूल से चले गए। दोनों अपनी जिंदगी में आगे बढ़ रहे थे और एक-दूसरे से कोई कॉन्टैक्ट नहीं था।
स्कूल के बाद सुधा का किसी और से चला अफेयर इस बीच सुधा ने शादी भी कर ली। बताया जाता है कि कॉलेज की पढ़ाई के दौरान सुधा की फेसबुक के जरिए एक लड़के से दोस्ती हुई थी। दोस्ती के बाद दोनों का मिलना-जुलना शुरू हुआ। बात शादी तक पहुंच गई, लेकिन दोनों के घरवाले नहीं माने। दोनों ने लव मैरिज कर ली।
शादी के बाद सुधा की अपने पति से अनबन रहने लगी। दोनों के झगड़े होने लगे। सुधा ने पति पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया। दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद सुधा वापस अपने पीहर बीकानेर आ गई। सुधा को उसके घरवालों ने स्वीकार नहीं किया। उससे हमेशा-हमेशा के लिए रिश्ता तोड़ दिया।
फोटो में लॉरेंस गैंग के अमरजीत विश्नोई और रोहित गोदारा हैं। अमरजीत से संपर्क में आने के बाद सुधा कंवर भी इनकी गैंग से जुड़ गई। तीनों बीकानेर के रहने वाले हैं।
अमरजीत के घर किराएदार बनकर रही सुधा के जीवन में यही से बड़ा बदलाव आया। साल 2020 में परिवार से रिश्ता खत्म होने के बाद सुधा कंवर ने बीएड की तैयारी शुरू की। उसने बीकानेर में ही एक घर में कमरा किराए पर लिया। ये घर था गैंगस्टर अमरजीत विश्नोई का। इस बात से सुधा कंवर अनजान थी। अमरजीत विश्नोई उन दिनों अपराध की दुनिया में आ चुका था और उस पर मुकदमे भी दर्ज थे।
एक दिन अमरजीत और सुधा कंवर का आमना-सामना हुआ। दोनों एक-दूसरे को देखते ही पहचान गए थे। जल्दी ही दोनों करीब आने लगे। दोनों के बीच घंटों-घंटों बात होने लगी थी। इस बात की भनक अमरजीत की मां को भी लग गई थी। उन्होंने सुधा को अमरजीत से दूर रहने को कहा, लेकिन वो नहीं मानी। इसके बाद दोनों अलग घर में लिव इन में रहने लगे।
जयपुर में लिव इन में रहे दोनों लॉरेन्स गैंग का वर्चस्व बढ़ रहा था। वहीं रोहित गोदारा भी जेल से बाहर आ चुका था। अमरजीत को एहसास हो गया था कि वो कभी भी पुलिस के हत्थे चढ़ सकता है। वह सुधा को बीकानेर से जयपुर अपने गैंगस्टर दोस्त की गर्लफ्रेंड के फ्लैट में लेकर आया। यहां अमरजीत ने उसे पटवारी सहित कई सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करवाई। इस फ्लैट पर अमरजीत, सुधा और इनकी गैंग के कई सदस्य पार्टी भी करते थे।
ठेहट मर्डर प्लान किया एक तरफ अमरजीत-सुधा की लव स्टोरी चल रही थी। दूसरी तरफ आनंदपाल गैंग और लॉरेंस गैंग ने राजू ठेहट के मर्डर की प्लानिंग शुरू कर दी थी। गैंग का इशारा मिलते ही 2023 में अमरजीत दुबई और फिर वहां से अक्टूबर 2023 में इटली पहुंच गया था। अमरजीत ने विदेश में अपने एक दोस्त के पास ठिकाना बना लिया था।
सुधा की क्राइम की दुनिया में एंट्री रोहित गोदारा और अमरजीत के इशारे पर ठेहट को मारने वाले शूटर सतीश के अकाउंट में रुपए ट्रांसफर करवाए गए थे। ये रुपए अमरजीत के भाई सरजीत विश्नोई के फोन-पे से ट्रांसफर हुए थे।
इसके बाद गैंग के शूटर जतिन और हिमांशु ठेहट मर्डर को मारने सीकर आए थे। यहां से सुधा की क्राइम की दुनिया में एंट्री हुई थी। प्लानिंग के तहत सीकर में जेईई की तैयारी के लिए एडमिशन लिया था। इसके लिए रुपए सुधा कंवर के जरिए भिजवाए गए थे। अमरजीत विश्नोई ने सुधा को 40 हजार से ज्यादा रुपए अपने दोस्त शकील खान को देने को कहा था। शकील खान ने सुधा से रुपए लेने के बाद ई-मित्र के जरिए शूटर जतिन वर्मा के अकाउंट में जमा करवाए थे।
अमरजीत के कहने पर सुधा ने ठेहट मर्डर के लिए भिजवाए हथियार शूटर जतिन और हिमांशु सीकर के होटल में रुके थे। कुछ दिन बाद शूटर सतीश भी उनके पास आ गया। इसके बाद भी शूटर्स को अमरजीत अपने दोस्तों के जरिए फंडिंग करवाता रहा। अमरजीत के कहने पर ही उसके मामा के लड़के विजयपाल के अलावा सुधा और धनराज गहलोत ने शूटर्स तक हथियार पहुंचाए थे।
साल 2022 की दीपावली के 5-6 दिन पहले विजयपाल अमरजीत के घर पर था। यहां सुधा ने सिग्नल एप डाउनलोड करवा कर अमरजीत से विजयपाल की बात करवाई थी। दोनों के बीच हथियार और कारतूस लाने को लेकर प्लानिंग हुई।
इसके बाद विजयपाल बीकानेर बस स्टैंड पर थैला लेकर गया और हथियार लेकर उसी दिन कमल डेलू, श्रवण खिंदासर को दिए। उन्होंने हथियार मनीष उर्फ बच्चिया को दिए। उससे एके 47 राइफल का बैग ले लिया। इसके बाद 3 दिसंबर 2022 को राजू ठेहट का मर्डर कर दिया गया।
ये राजू ठेहट को मारने वाले शूटर्स हैं। अमरजीत के कहने पर सुधा कंवर ने इनके पास रुपए और हथियार भिजवाए थे।
अकाउंट डिटेल से सुधा कंवर पकड़ी गई पुलिस ने जब शूटरों को पकड़ा तो उनके अकाउंट की डिटेल चेक की गई। अमरजीत के भाई बलजीत और उसकी पत्नी के अकाउंट का पता लगा। पुलिस ने इन अकाउंट की डिटेल खंगाली तो इनके दोस्तों और कई रिश्तेदारों का पुलिस को पता लगा। राजू ठेहट की हत्या के बाद पुलिस ने अमरजीत के भाई बलजीत और पत्नी सुधा कंवर को बीकानेर से ही 6 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। हालांकि सुधा कंवर जमानत पर बाहर आ गई थी। इसके बाद अमरजीत ने सुधा कंवर को भी दुबई बुला लिया था। वह शारजाह होते हुए इटली पहुंच गई। हालांकि यह पता नहीं चल पाया कि वह डंकी रूट से गई थी या और अन्य किसी तरीके से। सुधा कंवर पर बिजनेसमैन को धमकी देने और फायरिंग करवाने के भी आरोप हैं।
15 जनवरी को इटली से सुधा कंवर को पकड़ा राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने सुधा कंवर को 15 जनवरी को इटली के ट्रेपानी शहर से लोकल पुलिस की मदद से पकड़ा था। आरोपी महिला अपने पति की मदद से टूरिस्ट वीजा पर देश से भागी थी।
6 महीने पहले अमरजीत विश्नोई को इटली से गिरफ्तार किया गया था। अमरजीत का प्रत्यर्पण करवाने के लिए पुलिस पहले ही केंद्रीय एजेंसी के जरिए इटली पहुंच चुका है। अब सुधा के मामले में भी सेम प्रोसेस अपनाया जाएगा। विदेश में गिरफ्तारी होने के बाद यदि अमरजीत और सुधा को जमानत भी मिलती है तो दोनों अपनी लोकेशन नहीं बदल पाएंगे। उन्हें अपनी लोकेशन वहां की पुलिस को बतानी होगी।