समाज सेविका नीलम चतुर्वेदी के इकलौते बेटे ने किया सुसाइड: लिखा…जब तक तुम यह पढ़ोगी, मैं जा चुका होऊंगा, मां बोलीं…अतुल सुभाष की तरह मेरे बेटे का भी सुसाइड कांड – Kanpur News h3>
नीलम चतुर्वेदी, बहू अपूर्वा और बेटा निशांत। (फाइल फोटो)
कानपुर की चर्चित समाज सेविका नीलम चतुर्वेदी के इकलौते बेटे निशांत सुमनराज ने पत्नी से आजिज होकर मुंबई के एक होटल में सुसाइड कर लिया। मामले की जानकारी मिलते ही परिवार के लोग कानपुर से मुंबई के लिए रवाना हुए। यह घटना 28 फरवरी की है। परिवार के लोगों ने
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मां बोलीं…शादी के बाद से ही बेटे की हंसी हो गई थी गायब
यू-ब्लॉक निराला नगर राम मानस मंदिर जूही कला में रहने वाली सखी केंद्र की संचालिका नीलम चतुर्वेदी शहर की चर्चित समाज सेविका हैं। नीलम ने बताया कि उनके घर में पति सुमनराज त्रिपाठी हैं। बेटी की शादी के बाद इकलौता बेटा निशांत सुमनराज त्रिपाठी (41) के साथ रहते थे। बेटे निशांत की शादी तीन साल पहले 9 फरवरी 2022 को कैंट त्रिवेणी नगर निवासी अपूर्वा पारीक से हुई थी। शादी के बाद से ही अपूर्वा ने निशांत के साथ ही पूरे परिवार को टॉर्चर करना शुरू कर दिया था।
मृतक निशांत। (फाइल फोटो)
नीलम ने बताया कि बहू से पूरा परिवार त्रस्त हो गया था। बेटा मुंबई में रहकर फिल्म प्रोडक्शन का काम करता था, लेकिन शादी के बाद से कानपुर शिफ्ट हुआ। दोनों में विवाद के बाद मुंबई रहने लगा और फिर वहां के होटल में 28 फरवरी को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। जानकारी मिलने के बाद पूरा परिवार लखनऊ से फ्लाइट से मुंबई रवाना हुआ। 2 फरवरी को शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार हुआ।
परिवार के लोगों ने मुंबई में ही बहू अपूर्वा अनिल पारीक और मौसी प्रार्थना मिश्रा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। केस की जांच करने के लिए मामले को मुंबई से संबंधित थाने में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। कानपुर लौटने के बाद उन्होंने अपना दर्द मीडिया से साझा किया।
पति के सुसाइड की आरोपी अपूर्वा के पिता अनिल पारीक और उनकी पत्नी।
सुसाइड नोट में लिखा…‘Hi babe, जब तक तुम यह पढ़ोगी, मैं जा चुका होऊंगा
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान निशांत के मोबाइल में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें पत्नी अपूर्वा पारिक और प्रार्थना मिश्रा (मौसी) को इसने अपनी मौत के लिए जिम्मेदार बताया। साथ ही, अंग्रेजी में लिखे संदेश में लिखा था ‘Hi babe, जब तक तुम यह पढ़ोगी, मैं जा चुका होऊंगा। मैं तुमसे नफरत कर सकता था, लेकिन मैं ऐसा नहीं करता। इस पल में, मैंने प्यार को चुना। मैंने तुम्हें तब भी प्यार किया था, अब भी करता हूं। मैंने जो वादा किया था, वह कभी खत्म नहीं होगा। मेरी मां जानती है कि जिन हालात से मैं गुजरा, उनमें तुम और प्रार्थना मौसी भी ज़िम्मेदार हो। कृपया अब उन्हें परेशान मत करना, वह पहले ही टूट चुकी हैं।