सफाई कर्मी को 33.88 करोड़ का नोटिस: अलीगढ़ में आयकर के नोटिस लगातार जारी, जूस विक्रेता और ताला कारीगर के बाद अब सफाईकर्मी से मांगा जवाब – Aligarh News h3>
पत्नी और पिता के साथ आयकर विभाग का नोटिस दिखाता करन
अलीगढ़ में आयकर विभाग के नोटिसों का सिलसिला लगातार जारी है। जूस विक्रेता और ताला कारीगर के बाद अब आयकर विभाग ने ठेके पर काम करने वाले सफाई कर्मी को नोटिस जारी किया है। आयकर विभाग ने सफाई कर्मी को 33.88 करोड़ का नोटिस दिया है, जिससे उसके पूरे परिवार के
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सफाई कर्मी को यह नोटिस सोमवार शाम को मिला है। जब वह देर शाम को अपने घर आया तो परिवार के लोगों ने उसे नोटिस दिया। सफाई कर्मी नोटिस देखकर कुछ समझ नहीं पाया तो उसने अपने परिचित के वकील को नोटिस की फोटो भेजी। जिसके बाद उन्होंने बताया कि आयकर विभाग ने उसे नोटिस जारी करके 33.88 करोड़ के टर्नओवर का जवाब मांगा है।
ठेके पर बैंक में काम करता है सफाई कर्मी
चंडौस कस्बा निवासी करन कुमार वाल्मीकि पुत्र सूरजपाल वाल्मीकि खैर तहसील की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बतौर सफाई कर्मी काम करता है। वह ठेकेदार के माध्यम से बैंक में नौकरी कर रहा है। बैंक में उसे 15000 रुपए का मासिक वेतन मिलता है। पहले उसे सिर्फ 14 हजार रुपए ही मिलते थे।
जब 14-15 हजार रुपए महीने कमाने वाले को 33.88 करोड़ रुपए का नोटिस मिला तो पूरा परिवार परेशान हो गया। यह बात पूरे गांव में फैल गई और चर्चा का विषय बन गई। आयकर विभाग से मिले नोटिस में यह साफ लिखा है कि करन ने करोड़ों रुपए का कारोबार किया है और विभाग को इसका हिसाब किताब नहीं दिया है।
परिवार के साथ कच्चे मकान में रहता है करन
सफाई कर्मी करन के घर में उसकी पत्नी के साथ माता-पिता भी रहते हैं। उनका संयुक्त परिवार है और करन की सेलरी के अलावा उसके पिता कुछ छोटा मोटा काम कर लेते हैं। घर की हालत यह है कि उनका पुराना और कच्चा मकान है और सालों से इसे रिपेयर भी नहीं कराया गया है। ऐसे में जब करन को करोड़ों का नोटिस मिला तो सभी सदमें में हैं।
31 मार्च 2025 तक देना था जवाब
करन के घर पर आयकर विभाग का नोटिस 31 मार्च को पहुंचा है। आयकर विभाग खंड तीन के आयकर अधिकारी नैन सिंह की ओर से यह नोटिस 22 मार्च 2025 को जारी किया गया था। आयकर विभाग के इनसाइट पोर्टल पर आई सूचना के आधार पर यह नोटिस जारी किया गया था।
नोटिस के संबंध में करन को 31 मार्च तक विभाग को अपना जवाब देना था। लेकिन यह नोटिस करन के परिवार को 31 मार्च को ही मिला। शाम को बैंक से घर आने पर करन को दिया गया। वकील से पढ़वाने के बाद परिवार के लोग इसके बारे में जान पाए। नोटिस के अनुसार 2018-19 में करन के 33.88 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है।
2018 में नौकरी करने गया था नोएडा
करन का कहना है कि उसके पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल किया गया है। वह 2018 में नौकरी करने के लिए नोएडा गया था। यहां पर एक ठेकेदार के माध्यम से उसे कागज बनाने की फैक्ट्री में नौकरी मिली थी। जहां पर उसे 8300 रुपए मासिक सेलरी मिलती थी।
फैक्ट्री में उसने दो साल काम किया था। इसके बाद वापस अलीगढ़ आ गया था। करन ने बताया कि नौकरी पाने के समय ही उसने अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज जमा कराए थे। उसे आशंका है कि उसके दस्तावेजों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है। इसकी जांच होनी चाहिए।
तहरीर देने साथ पहुंचे ग्रामीण
आयकर के नोटिस की जानकारी होने के बाद करन अपने परिवार के लोगों के साथ चंडौस थाने में तहरीर देने पहुंचा। यहां उसके साथ गांव के अन्य लोग भी थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। पुलिस को करन ने बताया कि उसके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया गया है। जिसके बाद पुलिस अब मामले की जांच करेगी।
सीओ खैर वरुण सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जाएगी। जांच के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।