सफाईकर्मी की नौकरी के नाम पर ठगे 12 लाख: अपर नगर आयुक्त के ड्राइवर पर उनकी रसोइया ने कराई FIR, पहले से जेल में है आरोपी – Aligarh News h3>
पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
अलीगढ़ में सफाई कर्मी की नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। अपर नगर आयुक्त के घर में खाना बनाने वाली महिला ने उनके ड्राइवर पर ठगी करने का आरोप लगाया है।
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पीड़ित महिला ने बताया कि आरोपी अनुसूचित जाति से है। आरोपी ने उसकी और उसकी बहन की नगर निगम में सफाई कर्मी की स्थाई नौकरी लगवाने के नाम पर 6-6 लाख रुपए लिए थे। जो उन्होंने अपने रिश्तेदार से उधार लेकर उसे दिए थे। लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि आरोपी ऐसे ही कई लोगों के साथ जालसाजी कर चुका है।
अक्टूबर में आरोपी को दिए थे रुपए
गांधीपार्क थाना क्षेत्र के शिशियापाड़ा निवासी सोनिया पत्नी विकास ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सोनिया ने बताया कि वह अपर नगर आयुक्त के घर पर खाना बनाती थी। वहीं पर प्रदीप पाठक उनकी गाड़ी चलाता था। एक ही अधिकारी के यहां नौकरी करने के कारण दोनों के बीच में अच्छी जान पहचान हो गई थी।
सोनिया ने बताया कि वह प्राइवेट तौर पर खाना बनाने का काम करती थी। 5 अक्टूबर 2024 को प्रदीप ने उसे कहा कि नगर निगम में सफाई कर्मियों की स्थाई नौकरी निकल रही है। इसमें कुल 7 पद हैं। अगर वह उन्हें 12 लाख रुपए देगी तो वह सोनिया और उसकी बहन दोनों की नगर निगम में स्थाई नौकरी लगवा देगा। जिसके बाद पीड़ितों ने उसे रुपए दे दिए।
आरोपी जेल गया तब हुई ठगी की जानकारी
सोनिया ने बताया कि आरोपी के झांसे में आकर उसने अपनी बहन के ससुर से 9 अक्टूबर को 9 लाख रुपए लिए और आरोपी को दे दिए। इसके बाद 23 अक्टूबर को 3 लाख रुपए और आरोपी को दिए। आरोपी ने जनवरी 2025 तक दोनों की नौकरी लगवाने की बात कही थी।
आरोपी 20 जनवरी को इनके घर गया और 5 लाख रुपए की और मांग की। जिस पर पीड़ित के पति ने रुपए वापस करने को कहा। आरोपी ने कहा कि उनके रुपए अधिकारी को दे दिए हैं और 15 दिन में वापस करेगा। जिसके बाद सोनिया 14 फरवरी को अपने रुपए लेने आरोपी के घर गई। तो उसे पता चला कि आरोपी ने कई लोगों से रुपए लिए थे और वह जेल में है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
सिविल लाइंस थाना प्रभारी राजवीर परमार ने बताया कि पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।