सपा नेता ने भड़काई हल्द्वानी में हिंसा, पुलिस का सनसनीखेज खुलासा | SP leader instigated Haldwani violence sensational revelation by uttarakhand police | News 4 Social h3>
Haldwani Violence: सीएम पुष्कर सिंह धामी(CM Pushkar Singh Dhami) के निर्देश के बाद पुलिस हल्द्वानी हिंसा में सख्त ऐक्शन ले रही है। अभी तक पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें समाजवादी पार्टी के नेता का एक भाई, दो निर्वतमान पार्षद, एक खनन कारोबारी व एक अन्य शख्श शामिल हैं।
इन सभी से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, करीब 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। इसकी जानकारी एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी।
आइए एक बार 8 फरवरी से अब तक क्या-क्या हुआ हल्द्वानी हिंसा(Haldwani Violence) में जानते हैं पूरी कहानी…
8 फरवरी का दिन
उत्तराखंड के हल्द्वानी में अवैध मदरसे और मस्जिद पर बुलडोजर एक्शन को लेकर भड़की हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई। जबकि 300 के करीब लोग घायल हो गए। घायलों में 100 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। तीन दिन बाद यानि 11 फरवरी तक इस घटना को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। इसमें पेट्रोल बम, रोहिंग्या के बाद अब मामले में एक राजनीतिक पार्टी का कनेक्शन भी सामने आया है।
9 फरवरी का दिन
पुलिस को जांच में पता चला था कि हिंसा के दौरान 6-7 उपद्रवी पट्रोल बम बना रहे थे। प्रशासन ने बताया कि जो घटना हुई वो सोची समझी साजिश थी। जिस तरह से नगर निगम की टीम और पुलिस टीम पर हमला हुआ वो साजिश का ही हिस्सा है।
साथ ही एक और जानकारी सामने आई। जांच के दौरान पता चला कि हिंसा वाले दिन बनभूलपुरा के बाहरी इलाके में रेलवे लाइन के आसपास की झुग्गियों से भी कुछ लोग उपद्रवियों के झुंड में देखे गए थे, जहां पर रोहिंग्या मुस्लिम आबादी रहती है। सूत्रों के मुताबिक, दावा किया जा रहा है कि हल्द्वानी हिंसा में रोहिंग्या मुस्लिम और अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी लोगों की भूमिका भी है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस का चौकाने वाला खुलासा
लेकिन इस मामले में अब एक और चौंकाने वाली खबर ये सामने आई है। मामले में जिन पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनमें समाजवादी पार्टी के(Samajwadi Party) उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी के भाई लाइन नंबर 17 के सपा कार्यकर्ता जावेद सिद्दीकी, निर्वतमान पार्षद लाइन नंबर 16 के महबूब आलम, लाइन नंबर 14 इंद्रानगर निवासी जीशान परवेज को गिरफ्तार किया गया है।
इनके साथ ही लाइन नंबर 12 के खनन कारोबारी अरशद अय्यूब और लाइन नंबर 3 निवासी असलम उर्फ असलम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। पांचो को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
5000 लोगों पर FIR
एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीना ने बताया कि पुलिस ने 19 नामजद और 5,000 अज्ञात पर मामला दर्ज किया है। हिंसा का मुख्य मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक है। अब्दुल का ही मलिक बगीचा पर कब्जा था, जहां पर अवैध निर्माण ध्वस्त करने प्रशासन की टीम गई थी। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने अब्दुल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कई और मुख्य साजिशकर्ताओं की तलाश कर रही है।