सपा को कष्ट में याद आई कास्ट, MLC चुनाव में करारी हार के बाद कहा- जीतने वाले 18 योगी की जाति से h3>
उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है तो समाजवादी पार्टी (सपा) को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। 36 सीटों पर हुए चुनाव में मुख्य विपक्षी पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाया। सपा ने इस पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में जाति को लेकर सवाल उठाया है। सपा ने कहा है कि एमएलसी चुनाव में जिन 36 उम्मीदवारों की जीत हुई है, उनमें से 18 ठाकुर हैं।
सपा ने एससी, एसटी और ओबीसी को दरकिनार लगाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह सामाजिक न्याय को मजबूत करने के लिए लड़ाई लड़ती रहेगी। सपा के ट्विटर हैंडल पर लिखा गया, ”दूसरों को जातिवादी बताने वाली भाजपा की ये है सच्चाई! एमएलसी चुनाव की 36 सीटों में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री के स्वजातीय जीतकर बने एमएलसी। एससी, एसटी, ओबीसी को दरकिनार कर ये कैसा “सबका साथ, सबका विकास”? सामाजिक न्याय को लोकतंत्र के जरिए मजबूत करने की लड़ाई लड़ते रहेंगे समाजवादी।”
दूसरों को जातिवादी बताने वाली भाजपा की ये है सच्चाई!
एमएलसी चुनाव की 36 सीटों में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री के स्वजातीय जीतकर बने एमएलसी।
एससी, एसटी, ओबीसी को दरकिनार कर ये कैसा “सबका साथ, सबका विकास”?
सामाजिक न्याय को लोकतंत्र के जरिए मजबूत करने की लड़ाई लड़ते रहेंगे समाजवादी।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 12, 2022
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गढ़ में भी हार गई सपा
विधान परिषद चुनाव में भाजपा ने 9 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी, जबकि 27 सीटों पर वोटिंग हुई थी। मंगलवार को घोषित हुए नतीजों में भाजपा ने 24 सीटें जीत लीं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी, आजमगढ़ और प्रतापगढ़ सीट पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में 111 सीटें जीतने वाली सपा का विधान परिषद चुनाव में खाता तक नहीं खुला। उसे अपने गढ़ माने जाने वाले इटावा-फर्रुखाबाद और आजमगढ़ में भी शिकस्त का मुंह देखना पड़ा।
इन सीटों पर बीजेपी की जीत
भाजपा ने मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली, पीलीभीत-शाहजहांपुर, सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, सुल्तानपुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, फैजाबाद, बस्ती-सिद्धार्थनगर, गोरखपुर-महराजगंज, देवरिया—कुशीनगर, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, इलाहाबाद, झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फर्रुखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, मेरठ-गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर सीटें जीत लीं।
जीत पर क्या बोले सीएम योगी?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद चुनाव में भाजपा की कामयाबी पर सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट में कहा, ”आज उत्तर प्रदेश के स्थानीय प्राधिकारी विधान परिषद चुनावों में भाजपा की प्रचंड विजय ने पुन: स्पष्ट कर दिया है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन और नेतृत्व में प्रदेश की जनता राष्ट्रवाद, विकास और सुशासन के साथ है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार भारी बहुमत से जीती भाजपा का अब विधान परिषद में भी बहुमत हो गया है। इस जीत के साथ ही 100 सदस्यीय उच्च सदन में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है तो समाजवादी पार्टी (सपा) को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। 36 सीटों पर हुए चुनाव में मुख्य विपक्षी पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाया। सपा ने इस पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में जाति को लेकर सवाल उठाया है। सपा ने कहा है कि एमएलसी चुनाव में जिन 36 उम्मीदवारों की जीत हुई है, उनमें से 18 ठाकुर हैं।
सपा ने एससी, एसटी और ओबीसी को दरकिनार लगाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह सामाजिक न्याय को मजबूत करने के लिए लड़ाई लड़ती रहेगी। सपा के ट्विटर हैंडल पर लिखा गया, ”दूसरों को जातिवादी बताने वाली भाजपा की ये है सच्चाई! एमएलसी चुनाव की 36 सीटों में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री के स्वजातीय जीतकर बने एमएलसी। एससी, एसटी, ओबीसी को दरकिनार कर ये कैसा “सबका साथ, सबका विकास”? सामाजिक न्याय को लोकतंत्र के जरिए मजबूत करने की लड़ाई लड़ते रहेंगे समाजवादी।”
दूसरों को जातिवादी बताने वाली भाजपा की ये है सच्चाई!
एमएलसी चुनाव की 36 सीटों में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री के स्वजातीय जीतकर बने एमएलसी।
एससी, एसटी, ओबीसी को दरकिनार कर ये कैसा “सबका साथ, सबका विकास”?
सामाजिक न्याय को लोकतंत्र के जरिए मजबूत करने की लड़ाई लड़ते रहेंगे समाजवादी।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 12, 2022
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गढ़ में भी हार गई सपा
विधान परिषद चुनाव में भाजपा ने 9 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी, जबकि 27 सीटों पर वोटिंग हुई थी। मंगलवार को घोषित हुए नतीजों में भाजपा ने 24 सीटें जीत लीं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी, आजमगढ़ और प्रतापगढ़ सीट पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में 111 सीटें जीतने वाली सपा का विधान परिषद चुनाव में खाता तक नहीं खुला। उसे अपने गढ़ माने जाने वाले इटावा-फर्रुखाबाद और आजमगढ़ में भी शिकस्त का मुंह देखना पड़ा।
इन सीटों पर बीजेपी की जीत
भाजपा ने मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली, पीलीभीत-शाहजहांपुर, सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, सुल्तानपुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, फैजाबाद, बस्ती-सिद्धार्थनगर, गोरखपुर-महराजगंज, देवरिया—कुशीनगर, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, इलाहाबाद, झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फर्रुखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, मेरठ-गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर सीटें जीत लीं।
जीत पर क्या बोले सीएम योगी?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद चुनाव में भाजपा की कामयाबी पर सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट में कहा, ”आज उत्तर प्रदेश के स्थानीय प्राधिकारी विधान परिषद चुनावों में भाजपा की प्रचंड विजय ने पुन: स्पष्ट कर दिया है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन और नेतृत्व में प्रदेश की जनता राष्ट्रवाद, विकास और सुशासन के साथ है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार भारी बहुमत से जीती भाजपा का अब विधान परिषद में भी बहुमत हो गया है। इस जीत के साथ ही 100 सदस्यीय उच्च सदन में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है।