संभल की जामा मस्जिद सदर जफर अली की बढ़ी मुश्किलें: अधिवक्ता भाई, बेटे और भतीजे पर पुलिस ने कसा शिकंजा, अधिवक्ताओं ने किया विरोध – Sambhal News h3>
सनी गुप्ता, संभल31 मिनट पहले
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संभल की जामा मस्जिद सदर जफर अली की बढ़ी मुश्किलें। अधिवक्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन।
संभल की जामा मस्जिद के सदर जफर अली की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रशासन ने उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसडीएम ने जफर अली के अधिवक्ता भाई ताहिर अली, बेटे हैदर और भतीजे दानिश व नादिश समेत कमर हुसैन को बीएनएस 130 के तहत पाबंद किया है।
जफर अली को 23 मार्च को संभल हिंसा मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उनकी गिरफ्तारी के बाद से वकील हड़ताल पर हैं। एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा के अनुसार, ईद और नवरात्रि को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है।
जफर अली की रिहाई तक काम नहीं करने का ऐलान
इस कार्रवाई के विरोध में संभल के अधिवक्ताओं ने कचहरी के बाहर प्रदर्शन किया। वकीलों का कहना है कि यह कार्रवाई भेदभाव पूर्ण है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। वकीलों ने जफर अली की रिहाई तक काम नहीं करने का ऐलान किया है।
शाहीन एडवोकेट ने बताया कि जफर साहब के पूरे परिवार के साथ आज असंवैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पूरा अधिवक्ता समाज इकसे खिलाफ है। जफर अली साहब का परिवार बेगुनाह है, उन्हें छोड़ा जाए, कोई भी पाबंदी उन पर न लगाई जाए। जब तक जफर अली साहब पर अन्याय होता रहेगा हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी।
अधिवक्ताओं ने किया कार्य बहिष्कार
शकील अहमद एडवोकेट ने कहा कि हमारे सीनियर अधिवक्ता जफर अली एडवोकेट को गलत तरीके से गिरफ्तार कर संभल पुलिस ने जेल भेज दिया है, उसके खिलाफ अधिवक्ताओं में रोष है। जिला बार एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से हाउस में सभी सदस्यों की राय लेकर यह निर्णय लिया है कि जब तक जफर अली एडवोकेट जेल के अंदर रहेंगे। हमारी बार का एक भी अधिवक्ता अदालत के अंदर नहीं जाएगा। कार्य का बहिष्कार रखेगा।
जिस दिन जफर अली जेल से बाहर आएंगे उससे अगले दिन हम अदालत में जाएंगे, कामकाज शुरू करेंगे तब तक हमारा धरना-प्रदर्शन कलम बंद हड़ताल जारी रहेगी।
आज एक नया काम प्रशासन ने किया है उनके बड़े भाई ताहिर अली एडवोकेट, उनके भतीजे उनके दूसरे भाई जफर अली एडवोकेट के परिवार को धारा 126/135 बीएनएस के तहत उनको पाबंद किया है, ऐसा लगता है पूरे परिवार को प्रताड़ित करने का प्रशासन का इरादा है।
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सनी गुप्ता, संभल31 मिनट पहले
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संभल की जामा मस्जिद सदर जफर अली की बढ़ी मुश्किलें। अधिवक्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन।
संभल की जामा मस्जिद के सदर जफर अली की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रशासन ने उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसडीएम ने जफर अली के अधिवक्ता भाई ताहिर अली, बेटे हैदर और भतीजे दानिश व नादिश समेत कमर हुसैन को बीएनएस 130 के तहत पाबंद किया है।
जफर अली को 23 मार्च को संभल हिंसा मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उनकी गिरफ्तारी के बाद से वकील हड़ताल पर हैं। एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा के अनुसार, ईद और नवरात्रि को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है।
जफर अली की रिहाई तक काम नहीं करने का ऐलान
इस कार्रवाई के विरोध में संभल के अधिवक्ताओं ने कचहरी के बाहर प्रदर्शन किया। वकीलों का कहना है कि यह कार्रवाई भेदभाव पूर्ण है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। वकीलों ने जफर अली की रिहाई तक काम नहीं करने का ऐलान किया है।
शाहीन एडवोकेट ने बताया कि जफर साहब के पूरे परिवार के साथ आज असंवैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पूरा अधिवक्ता समाज इकसे खिलाफ है। जफर अली साहब का परिवार बेगुनाह है, उन्हें छोड़ा जाए, कोई भी पाबंदी उन पर न लगाई जाए। जब तक जफर अली साहब पर अन्याय होता रहेगा हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी।
अधिवक्ताओं ने किया कार्य बहिष्कार
शकील अहमद एडवोकेट ने कहा कि हमारे सीनियर अधिवक्ता जफर अली एडवोकेट को गलत तरीके से गिरफ्तार कर संभल पुलिस ने जेल भेज दिया है, उसके खिलाफ अधिवक्ताओं में रोष है। जिला बार एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से हाउस में सभी सदस्यों की राय लेकर यह निर्णय लिया है कि जब तक जफर अली एडवोकेट जेल के अंदर रहेंगे। हमारी बार का एक भी अधिवक्ता अदालत के अंदर नहीं जाएगा। कार्य का बहिष्कार रखेगा।
जिस दिन जफर अली जेल से बाहर आएंगे उससे अगले दिन हम अदालत में जाएंगे, कामकाज शुरू करेंगे तब तक हमारा धरना-प्रदर्शन कलम बंद हड़ताल जारी रहेगी।
आज एक नया काम प्रशासन ने किया है उनके बड़े भाई ताहिर अली एडवोकेट, उनके भतीजे उनके दूसरे भाई जफर अली एडवोकेट के परिवार को धारा 126/135 बीएनएस के तहत उनको पाबंद किया है, ऐसा लगता है पूरे परिवार को प्रताड़ित करने का प्रशासन का इरादा है।