संजय वर्मा बने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के नए अध्यक्ष | Now Sanjay Verma is new president of High Court Bar Association | Patrika News h3>
अध्यक्ष पद के लिए शाम सात बजे मतगणना आरम्भ हुई। पहले चरण से ही अधिवक्ता संजय वर्मा ने बढ़त बना ली थी, जो अंत तक बरकरार रही। मतगणना में संजय वर्मा को 1039 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंद्वी मनीष तिवारी को 571, निर्मला नायक को 125 और उमाकांत शर्मा को 75 वोट मिले। इस तरह वर्मा की 468 मतों से जीत हुई। जीत की घोषणा होते ही वर्मा के समर्थक उन्हें उठाकर हनुमान मंदिर पूजन के लिए ले गए। इसके बाद सेलिब्रेशन और बधाइयों का दौर शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा।
कुल 1883 वोट पड़े
25 अप्रैल को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक 69 प्रतिशत मतदान हुआ था। कुल 2730 मतदाताओं में से 1883 ने मताधिकार का प्रयोग किया। अध्यक्ष पद की तात्कालिक मतगणना व शेष पदों की मतगणना को मंगलवार से प्रारंभ किए जाने की व्यवस्था दी गई। सभी मतपेटियाें को सीलबंद कर स्ट्राॅन्ग रूम में सुरक्षित कर दिया गया। मतपेटियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
मुख्य चुनाव अधिकारी दिनेश उपाध्याय ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट बार चुनाव के इतिहास में पहली बार लंच के बिना सात घंटे तक अनवरत मतदान को गति दी गई। इस दौरान पारदर्शिता सुनिश्चित कर किसी भी तरह की गड़बड़ी पर पूर्ण विराम लगा दिया गया।
पोलिंग बूथ पर हुई वीडियाेग्राफी
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सिल्वर जुबली सभागार के चप्पे-चप्पे में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी रही। पोलिंग बूथ पर वीडियोग्राफी व वाॅइस रिकाॅर्डिंग जारी रही। फर्जी मतदान पर ठोस अंकुश के लिए परिचय-पत्र देखकर ही मतदाताओं को प्रवेश दिया गया। कम्प्यूटर पर वेरीफिकेशन डाटा मौजूद था, जिससे जांच को गति दी जाती रही। मतदान के बाद केंटीन से लगे रास्ते से वकील बाहर निकले।
हर चीज की थी व्यवस्था
गर्मी में मतदाता परेशान न हों, इसका ध्यान रखते हुए सिल्वर जुबली सभागार के बाहर टेंट लगाकर कुर्सियों व कूलर-पंखे की सुविधा दी गई। पेयजल भी मुहैया कराया गया।
उत्सव का माहौल
लोकतंत्र का सबसे बड़ा महोत्सव चुनाव होता है। यह नजारा हाईकोर्ट बार चुनाव में भी नजर आया। प्रत्याशी व उनके समर्थक हनुमान मंदिर से कमानिया तक पंक्तिबद्ध होकर मतदाताओं से अपने हक में मतदान का निवेदन करते नजर आए। खास बात यह रही कि सुबह से शाम तक सात घंटे प्रत्येक प्रत्याशी व उनके समर्थक डटे रहे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने भी किया मतदान
मध्य प्रदेश के महाधिवक्ता प्रशांत सिंह, पूर्व महाधिवक्ता रविनंदन सिंह व रवीश अग्रवाल के अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया सहित अन्य बार चुनाव में मतदान करने आए। कुछ मतदाता शारीरिक अक्षमता के बावजूद व्हीलचेयर पर मतदान करने पहुंचे। पुलिस बल किसी भी तरह की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के लिए पूरे समय हाई कोर्ट परिसर में तैनात रहा।
अध्यक्ष पद के लिए शाम सात बजे मतगणना आरम्भ हुई। पहले चरण से ही अधिवक्ता संजय वर्मा ने बढ़त बना ली थी, जो अंत तक बरकरार रही। मतगणना में संजय वर्मा को 1039 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंद्वी मनीष तिवारी को 571, निर्मला नायक को 125 और उमाकांत शर्मा को 75 वोट मिले। इस तरह वर्मा की 468 मतों से जीत हुई। जीत की घोषणा होते ही वर्मा के समर्थक उन्हें उठाकर हनुमान मंदिर पूजन के लिए ले गए। इसके बाद सेलिब्रेशन और बधाइयों का दौर शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा।
कुल 1883 वोट पड़े
25 अप्रैल को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक 69 प्रतिशत मतदान हुआ था। कुल 2730 मतदाताओं में से 1883 ने मताधिकार का प्रयोग किया। अध्यक्ष पद की तात्कालिक मतगणना व शेष पदों की मतगणना को मंगलवार से प्रारंभ किए जाने की व्यवस्था दी गई। सभी मतपेटियाें को सीलबंद कर स्ट्राॅन्ग रूम में सुरक्षित कर दिया गया। मतपेटियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
मुख्य चुनाव अधिकारी दिनेश उपाध्याय ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट बार चुनाव के इतिहास में पहली बार लंच के बिना सात घंटे तक अनवरत मतदान को गति दी गई। इस दौरान पारदर्शिता सुनिश्चित कर किसी भी तरह की गड़बड़ी पर पूर्ण विराम लगा दिया गया।
पोलिंग बूथ पर हुई वीडियाेग्राफी
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सिल्वर जुबली सभागार के चप्पे-चप्पे में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी रही। पोलिंग बूथ पर वीडियोग्राफी व वाॅइस रिकाॅर्डिंग जारी रही। फर्जी मतदान पर ठोस अंकुश के लिए परिचय-पत्र देखकर ही मतदाताओं को प्रवेश दिया गया। कम्प्यूटर पर वेरीफिकेशन डाटा मौजूद था, जिससे जांच को गति दी जाती रही। मतदान के बाद केंटीन से लगे रास्ते से वकील बाहर निकले।
हर चीज की थी व्यवस्था
गर्मी में मतदाता परेशान न हों, इसका ध्यान रखते हुए सिल्वर जुबली सभागार के बाहर टेंट लगाकर कुर्सियों व कूलर-पंखे की सुविधा दी गई। पेयजल भी मुहैया कराया गया।
उत्सव का माहौल
लोकतंत्र का सबसे बड़ा महोत्सव चुनाव होता है। यह नजारा हाईकोर्ट बार चुनाव में भी नजर आया। प्रत्याशी व उनके समर्थक हनुमान मंदिर से कमानिया तक पंक्तिबद्ध होकर मतदाताओं से अपने हक में मतदान का निवेदन करते नजर आए। खास बात यह रही कि सुबह से शाम तक सात घंटे प्रत्येक प्रत्याशी व उनके समर्थक डटे रहे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने भी किया मतदान
मध्य प्रदेश के महाधिवक्ता प्रशांत सिंह, पूर्व महाधिवक्ता रविनंदन सिंह व रवीश अग्रवाल के अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया सहित अन्य बार चुनाव में मतदान करने आए। कुछ मतदाता शारीरिक अक्षमता के बावजूद व्हीलचेयर पर मतदान करने पहुंचे। पुलिस बल किसी भी तरह की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के लिए पूरे समय हाई कोर्ट परिसर में तैनात रहा।