श्वेतांबर जैन धर्मावलंबियों का महा पर्यूषण पर्व कल से शुरू

4
श्वेतांबर जैन धर्मावलंबियों का महा पर्यूषण पर्व कल से शुरू

श्वेतांबर जैन धर्मावलंबियों का महा पर्यूषण पर्व कल से शुरू

श्वेतांबर जैन धर्मावलंबियों का महा पर्यूषण पर्व कल से शुरू 31 अगस्त से 7 सितंबर तक चलेगा पर्यूषण पर्व फोटो : जैन 01 : पावापुरी जैन श्वेतांबर मंदिर में विराजमान भगवान महावीर स्वामी। जैन 02 : अग्नि संस्कार भूमि जल मंदिर में भगवान महावीर स्वामी जी की अतिप्राचीन चरण पादुका। पावापुरी, निज संवाददाता। जैन श्वेतांबर धर्मावलंबियों के लिए पर्यूषण महापर्व कल यानी शनिवार से शुरू होगा। पावापुरी के जैन श्वेतांबर मंदिर में महापर्व मनाने की भव्य रूप से तैयारी चल रही है। इस आठ दिवसीय पर्व के दौरान, श्रद्धालु वीर प्रभु की आराधना करेंगे और आत्मशुद्धि के मार्ग पर चलेंगे। पर्यूषण पर्व जैन धर्मावलंबियों का महापर्व होता है। यह एक ऐसा पर्व है जब जैन धर्म को मानने वाले सभी लोग अपने जीवन पर चिंतन करते हैं और उन लोगों से क्षमा मांगते हैं, जिनके साथ उन्होंने गलत किया है। यह पर्व जैन धर्म के श्वेतांबर और दिगंबर दोनों संप्रदायों द्वारा मनाया जाता है। इस साल 31 अगस्त से सात सितंबर तक श्वेतांबर जैन धर्मावलंबी पर्यूषण पर्व को मनाएंगे। पर्यूषण का शाब्दिक अर्थ चारों ओर से धर्म की आराधना करना होता है। जैन श्वेतांबर मंदिर के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार पारसान व सचिव शांतिलाल बोथरा ने बताया कि इस पर्व को जैन धर्म में विशेष महत्व प्राप्त है। यह आत्मशुद्धि, आत्मनिरीक्षण और तपस्या का समय माना जाता है। महा पर्यूषण पर्व के दौरान श्रद्धालु मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करेंगे और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगे। यह पर्व विशेष रूप से आत्मसंयम, सत्य, अहिंसा और क्षमा की भावना को जागृत करने का समय है। प्रबंधक गीतम मिश्रा व हेमचंद भूरा ने कहा कि मंदिर प्रबंधन ने सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। पूरा मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया है। भक्तों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं के बीच उत्साह और धार्मिक आस्था की भावना चरम पर है। वे वीर प्रभु की आराधना में लीन होकर आत्मिक शांति और मोक्ष की कामना कर रहे हैं। महा पर्यूषण पर्व के अवसर पर मंदिर में विशेष धार्मिक आयोजन होंगे। आठ दिन तक चलने वाले इस पर्व का समापन सात सितंबर को होगा। इसमें श्रद्धालु क्षमापना दिवस मनाएंगे और एक-दूसरे से अपने विचारों और कर्मों के लिए क्षमा मांगेंगे। यह जैन धर्म का एक प्रमुख सिद्धांत है। श्रद्धालु इस पर्व का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। पावापुरी का जैन श्वेतांबर मंदिर इन दिनों धार्मिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बना रहेगा। यहां हर दिन वीर प्रभु की आराधना के साथ-साथ अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News