व्यापमं व्हिसलब्लोअर आनंद राय की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, सोमवार को होगी सुनवाई | Police brought Vyapam whistle blower Anand Rai to Bhopal | Patrika News h3>
MP-TET के पेपर के स्क्रीनशॉट वायरल मामले में दर्ज कराया गया था केस
भोपाल
Updated: April 08, 2022 08:55:42 pm
भोपाल। व्यापमं व्हिसलब्लोअर आनंद राय की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है.
मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गुरुवार रात दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तारी के बाद आनंद राय की ओर से शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई। इस मामले में अब सोमवार को सुनवाई होगी. आनंद ने हाल ही में मध्यप्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (एमपी-टीईटी) के कथित पेपर लीक मामले का पर्दाफाश किया था। मामले के उनपर एफआइआर दर्ज की गई जिसके बाद आनंद को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार कर भोपाल ले जाया गया।
इधर शुक्रवार को उनकी ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए.उन्होंने प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ को बताया कि मामले का मुख्य आरोपित जमानत पर है जबकि व्हिसलब्लोअर राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तन्खा ने याचिका पर शीघ्र सुनवाई की मांग की, जिसपर सहमति व्यक्त करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने सोमवार को सुनवाई करने को कहा।
व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर डॉक्टर आनंद राय को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें भोपाल लेकर आई जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने डॉ. राय को एक दिन की रिमांड पर क्राइम ब्रांच को सौंपा हालांकि क्राइम ब्रांच ने उनसे पूछताछ करने के लिए कोर्ट से चार दिन की रिमांड मांगी थी। अब डॉ. राय को शनिवार को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। गुरुवार रात दिल्ली के एक होटल से आनंद राय की गिरफ्तारी हुई थी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें निलंबित भी कर दिया।
आनंद राय की गिरफ्तारी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के OSD लक्षमण सिंह मरकाम की दर्ज शिकायत के आधार पर की गई है। मरकाम ने कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा व आनंद राय पर 27 मार्च को अजाक थाने में मामला दर्ज कराया था। सोशल मीडिया पर PEB के कथित पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री के उप सचिव मरकाम ने मिश्रा व राय पर एट्रोसिटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया। मामले को बाद में क्राइम ब्रांच में शिफ्ट कर दिया गया था।
क्या है मामला
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यालय में उपसचिव के पद पर पदस्थ लक्ष्मणसिंह मरकाम ने आनंद राय पर उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से गलत और भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर जारी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मरकाम के अनुसार 26 मार्च को आनंद राय ने फेसबुक पर एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए उनाि नाम कथित पेपर लीक मामले से जोड़ा था। पोस्ट में आनंद राय ने लिखा था कि— ‘वर्ग 3 का पेपर, लक्ष्मण मरकाम के मोबाइल तक कैसे पहुंचा, इसकी जांच होनी चाहिए। व्यापमं के कई अभ्यर्थियों के वॉट्सएप ग्रुप पर यह फोटो उपलब्ध कराई गई। इस घोटाले की CBI जांच होनी चाहिए। कुछ दिनों पहले राजस्थान में इसी तरह REET घोटाला हुआ था।’
मरकाम का कहना है कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन से मप्र प्राथमिक शिक्षा पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा के संबंध में किसी भी प्रकार का टेक्स्ट मैसेज, फोटो या स्क्रीनशॉट किसी को भी नहीं भेजा। उनका आरोप है कि आनंद राय ने मेरे नाम का दुरुपयोग कर यह कूटरचित स्क्रीनशॉट तैयार कराया है।
मरकाम की शिकायत पर पुलिस ने आनंद राय व कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ धारा 419, 469, 470, 500, 504, 120बी भादवि 3 (1), क्यूआर 3(2) 5 क एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। दोनों को जवाब देने के लिए नोटिस भी जारी किया था। अब उनकी गिरफ्तारी की गई है।
बीजेपी ने नक्सलियों से जोड़ा – इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने आनंद राय को गिरफ्तार करने की निंदा की है। इधर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने डॉ. राय के आर्थिक स्त्रोतों, बैंक खातों की जांच की मांग की। शर्मा के मुताबिक वे वामपंथी आंदोलन से प्रेरित हैं जो नक्सलवाद के निकट है।
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MP-TET के पेपर के स्क्रीनशॉट वायरल मामले में दर्ज कराया गया था केस
भोपाल
Updated: April 08, 2022 08:55:42 pm
भोपाल। व्यापमं व्हिसलब्लोअर आनंद राय की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है.
मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गुरुवार रात दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तारी के बाद आनंद राय की ओर से शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई। इस मामले में अब सोमवार को सुनवाई होगी. आनंद ने हाल ही में मध्यप्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (एमपी-टीईटी) के कथित पेपर लीक मामले का पर्दाफाश किया था। मामले के उनपर एफआइआर दर्ज की गई जिसके बाद आनंद को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार कर भोपाल ले जाया गया।
इधर शुक्रवार को उनकी ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए.उन्होंने प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ को बताया कि मामले का मुख्य आरोपित जमानत पर है जबकि व्हिसलब्लोअर राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तन्खा ने याचिका पर शीघ्र सुनवाई की मांग की, जिसपर सहमति व्यक्त करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने सोमवार को सुनवाई करने को कहा।
व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर डॉक्टर आनंद राय को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें भोपाल लेकर आई जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने डॉ. राय को एक दिन की रिमांड पर क्राइम ब्रांच को सौंपा हालांकि क्राइम ब्रांच ने उनसे पूछताछ करने के लिए कोर्ट से चार दिन की रिमांड मांगी थी। अब डॉ. राय को शनिवार को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। गुरुवार रात दिल्ली के एक होटल से आनंद राय की गिरफ्तारी हुई थी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें निलंबित भी कर दिया।
आनंद राय की गिरफ्तारी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के OSD लक्षमण सिंह मरकाम की दर्ज शिकायत के आधार पर की गई है। मरकाम ने कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा व आनंद राय पर 27 मार्च को अजाक थाने में मामला दर्ज कराया था। सोशल मीडिया पर PEB के कथित पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री के उप सचिव मरकाम ने मिश्रा व राय पर एट्रोसिटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया। मामले को बाद में क्राइम ब्रांच में शिफ्ट कर दिया गया था।
क्या है मामला
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यालय में उपसचिव के पद पर पदस्थ लक्ष्मणसिंह मरकाम ने आनंद राय पर उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से गलत और भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर जारी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मरकाम के अनुसार 26 मार्च को आनंद राय ने फेसबुक पर एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए उनाि नाम कथित पेपर लीक मामले से जोड़ा था। पोस्ट में आनंद राय ने लिखा था कि— ‘वर्ग 3 का पेपर, लक्ष्मण मरकाम के मोबाइल तक कैसे पहुंचा, इसकी जांच होनी चाहिए। व्यापमं के कई अभ्यर्थियों के वॉट्सएप ग्रुप पर यह फोटो उपलब्ध कराई गई। इस घोटाले की CBI जांच होनी चाहिए। कुछ दिनों पहले राजस्थान में इसी तरह REET घोटाला हुआ था।’
मरकाम का कहना है कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन से मप्र प्राथमिक शिक्षा पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा के संबंध में किसी भी प्रकार का टेक्स्ट मैसेज, फोटो या स्क्रीनशॉट किसी को भी नहीं भेजा। उनका आरोप है कि आनंद राय ने मेरे नाम का दुरुपयोग कर यह कूटरचित स्क्रीनशॉट तैयार कराया है।
मरकाम की शिकायत पर पुलिस ने आनंद राय व कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ धारा 419, 469, 470, 500, 504, 120बी भादवि 3 (1), क्यूआर 3(2) 5 क एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। दोनों को जवाब देने के लिए नोटिस भी जारी किया था। अब उनकी गिरफ्तारी की गई है।
बीजेपी ने नक्सलियों से जोड़ा – इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने आनंद राय को गिरफ्तार करने की निंदा की है। इधर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने डॉ. राय के आर्थिक स्त्रोतों, बैंक खातों की जांच की मांग की। शर्मा के मुताबिक वे वामपंथी आंदोलन से प्रेरित हैं जो नक्सलवाद के निकट है।
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