वेतन 58 हजार और इनकम टैक्स 113 करोड़, भिंड के युवक का अजीबोगरीब मामला

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वेतन 58 हजार और इनकम टैक्स 113 करोड़, भिंड के युवक का अजीबोगरीब मामला

वेतन 58 हजार और इनकम टैक्स 113 करोड़, भिंड के युवक का अजीबोगरीब मामला


भिंडः मध्य प्रदेश के भिंड जिले के एक युवक की अजीब परेशानी है। रवि गुप्ता नाम के इस युवक को हर महीने 58 हजार रुपये की तनख्वाह मिलती है, लेकिन उन्हें 113 करोड़ रुपये इनकम टैक्स जमा करने का नोटिस विभाग ने दिया है। ताज्जुब यह कि उन्हें यह नोटिस दूसरी बार मिला है। इससे पहले 2019 में भी उन्हें साढ़े तीन करोड़ रुपये का जुर्माना भरने का नोटिस विभाग दे चुका है। राजस्थान के अजमेर में एक फोटोकॉपी दुकानदार को भी 12 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स नोटिस मिला है।

इनकम विभाग के नोटिस में कहा गया है कि साल 2011-12 में रवि गुप्ता के बैंक खाते में 132 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में खबर छपने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने वित्त मंत्रालय को इसकी जांच करने को कहा था। मंत्रालय के निर्देश पर बैंक ने रवि के खाते की जांच की और उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था। लेकिन अब उन्हें फिर से 113 करोड़ रुपये जुर्माना भरने का नोटिस मिला है।

रवि का कहना है कि 2011-12 में वह इंदौर के एक बीपीओ में काम करते थे। तब उनका मासिक वेतन सात हजार रुपये था। वे ईडी और सीबीआई से भी इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। पिछले पांच साल से वह सरकारी एजेंसियों के चक्कर काट रहे हैं।

हैरानी की बात यह है रवि गुप्ता ऐसी नोटिस पाने वाले अकेले शख्स नहीं हैं। वे जिस बीपीओ में काम करते थे, उसके दो अन्य कर्मचारियों को भी ऐसा ही नोटिस मिल चुका है। प्रवीण राठौर को भेजे नोटिस में आरोप है कि उनके खातों से 2011-12 में 290 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था। एक डायमंड कंपनी ने उनके खातों से ये लेनदेन किए थे। वहीं, शुक्ला के खाते से 142 करोड़ रुपये के अवैध लेनेदेन की बात नोटिस में कही गई थी।

इन तीनों ही मामलों में संबंधित युवकों के पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया था। इन तीनों के नाम पर खाते भी मुंबई की एक ही ब्रांच में खोले गए थे, लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

ऐसे मामले मध्य प्रदेश तक ही सीमित नहीं हैं। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में फोटोकॉपी की दुकान चलाने वाले किशन गोपाल छपरवाल को भी ऐसा ही नोटिस मिला है। इनकम टैक्स विभाग के नोटिस में बताया गया है कि उनके खाते से 12 करोड़ 23 लाख रुपये का लेनदेन हुआ है। इसके लिए उन्हें टैक्स भरने को कहा गया है। उनके खाते से लेनदेन गुजरात के सूरत में हुआ जबकि वे कभी वहां गए ही नहीं। छपरवाल का कहना है कि उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स से इस बारे में संपर्क किया तो पता चला कि उनके पैन कार्ड और अन्य दस्तावेजों का संभवतः शैल कंपनियों के लिए उपयोग किया जा रहा है।

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