वेतन नहीं मिलने से नपा कर्मचारियों का विरोध: दूसरे दिन भी हड़ताल जारी; 30 वार्डों से 40 टन कचरा नहीं उठा, सफाई रुकी – Dhar News

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वेतन नहीं मिलने से नपा कर्मचारियों का विरोध:  दूसरे दिन भी हड़ताल जारी; 30 वार्डों से 40 टन कचरा नहीं उठा, सफाई रुकी – Dhar News

वेतन नहीं मिलने से नपा कर्मचारियों का विरोध: दूसरे दिन भी हड़ताल जारी; 30 वार्डों से 40 टन कचरा नहीं उठा, सफाई रुकी – Dhar News

शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है।

आर्थिक संकट से जूझ रही नगर पालिका में कर्मचारियों का आंदोलन जारी है। समय पर वेतन नहीं मिलने से नाराज कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी काम नहीं किया। शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है।

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सुबह से कॉलोनियों और मोहल्लों में कचरा गाड़ियां नहीं पहुंची। सभी आउटसोर्स कर्मचारी नगर पालिका परिसर में जमा हुए। वेतन की मांग को लेकर उन्होंने प्रदर्शन किया। नगर पालिका के सीएमओ विकास डावर ने कर्मचारी प्रतिनिधि मंडल से बातचीत की। लेकिन समाधान नहीं निकल पाया। कर्मचारियों का प्रदर्शन अभी भी जारी है।

नपा की वित्तीय स्थिति खराब दरअसल धार नगर पालिका पिछले दो सालों से आर्थिक तंगी से जूझ रही है। शहर के कई बड़े प्रोजेक्ट राशि नहीं होने के कारण अटके पड़े हैं। कुछ ठेकेदारों ने टेंडर तो लिए हैं, लेकिन धरातल पर काम शुरू ही नहीं किया है। नपा में मास्टर, परमानेंट, आउटसोर्स और विनियमित के करीब 350 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं, नपा को हर महीने सैलरी के रूप में एक करोड़ 35 लाख रुपए खर्च करना होते है। इसके साथ बिजली, डीजल सहित अन्य खर्च 70 लाख रुपए होता है।

अब हर महीने नियमित रूप से सैलरी सहित अन्यत खर्च पूरे करने के लिए नपा को दो करोड रुपए की राशि चाहिए। लेकिन शासन से चुंगी के रूप में मात्र 60 से 65 लाख रुपए ही आता हैं, इसी कारण नपा की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है।

लोगों ने उधार देना बंद कर दिया नगरपालिका के कर्मी मंगलवार को खासे नाराज थे। कर्मचारी संगठनों के नेताओं के साथ इन्होंने वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने वेतन समय पर ना मिलने से हो रही परेशानियों का जिक्र किया। कर्मचारियों ने कहा कि उधार लेकर घर चला रहे है। दुकानदार भी कितना उधार देगा। आउटसोर्स कर्मियों का एक-एक साल का वेतन बाकी है। उधार देना बंद कर दिया गया है।

कर्मचारियों की हड़ताल के कारण 30 वार्डों में करीब 40 टन कचरा नहीं उठा।

कर्मचारी बोला- बच्चों की फीस नहीं भर पाया एक कर्मी ने बताया कि बच्चों की फीस नहीं भर पाया। वहीं किसी ने हाउसिंग लोन की ईएमआई बाउंस होने की बात कही तो किसी ने कुछ और समस्या बताई। इस दौरान एक और मुद्दा कर्मचारियों की जीपीएफ की राशि जमा नहीं करने का उठा। उनका आरोप था कि वेतन से राशि कटौती की जा रही है, लेकिन खातों में जमा नहीं किया जा रहा है।

हड़ताल के कारण लोगों को आएंगी दिक्कतें शहर के 30 वार्डों में हर रोज कचरा गाड़ियां पहुंचती हैं, सुबह के समय सफाईकर्मी सड़कों पर झाड़ू भी लगाते हैं। गाडियों के जरिए करीब 40 टन कचरा नपा की टीम उठाती हैं, जिसे ट्रेंचिंग ग्राउंड भेजा जाता है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण इतनी बड़ी मात्रा में आज कचरा नहीं उठा हैं, अब हड़ताल के कारण लोगों को दिक्कतें आएंगी।

फोटो खिंचवाई, फिर घर चले गए पार्षद नगर में सफाई नहीं होने पर भाजपा के कुछ पार्षद राजवाड़ा चौराहे पर पहुंचे, यहां पर हाथों में झाड़ू लेकर सफाई करते नजर आए। पार्षदों ने फोटो खिंचवाई, इसके बाद घर की और चले गए। दरअसल जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हैं, जिनके पास नगरीय प्रशासन मंत्रालय का जिम्मा है। इसके बावजूद अब कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है।

मार्केट दुकानों की नीलामी की गई सीएमओ विकास डावर के अनुसार करीब सवा करोड़ के लगभग हर महीने का वेतन होता है। चूंगी क्षतिपूर्ति राशि से पहले 90 लाख रूपए करीब शासन से प्राप्त होते थे। राशि में कटौती होते-होते अब ये 65-70 लाख तक हो गई है। पूर्व में कर वसूली भी पेंडिंग थी। इस साल बेहतर तरीके से वसूली की है, लेकिन बाकी खर्च भी होते हैं। स्थिति सुधारने के लिए मार्केट दुकानों की नीलामी की गई है। इसकी राशि प्राप्त होते ही कुछ हद तक वित्तीय हालातों को सुधार दिया जाएगा। वेतन पेंडेंसी पूर्व से ही चल रही है। मैंने हालात बेहतर करने के प्रयास किए है।

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