वीर कुंवर सिंह की 80फीट ऊंची मूर्ति बनाने की मांग: तेजस्वी बोले- मेरी सरकार आएगी तो 80ft का घोड़ा ही होगा, नेता प्रतिपक्ष को भेंट की चांदी की तलवार – Patna News h3>
पटना के विद्यापति भवन में बुधवार को बाबू वीर कुंवर सिंह के विजय के 167 वर्ष पूरे होने पर राजद ने विजय उत्सव का आयोजन किया। कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शामिल हुए।
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सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने तेजस्वी यादव को चांदी की एक तलवार भेंट की जिसे महाराणा प्रताप के वंशज शक्ति सिंह मेवाड़ ने खासतौर पर भिजवाया था।
इस दौरान तेजस्वी यादव ने 80 फीट के घोड़े पर सवार वीर कुंवर सिंह की मूर्ति बनाने की मांग की। कहा कि मेरी सरकार आएगी तो 80 फीट का केवल घोड़ा ही होगा। साथ ही उसका उद्घाटन करने की भी मंशा जाहिर की। नेता प्रतिपक्ष ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर भी हमला बोला।
तेजस्वी यादव को चांदी की तलवार भेंट की।
वीर कुंवर सिंह की 80 फीट ऊंची मूर्ति बनाने की मांग की
संबोधन के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बात सबको पता है कि बाबू वीर कुंवर सिंह तबला और हारमोनियम बहुत अच्छे से बजाते थे, लेकिन जब अंग्रेजों ने उनके लोगों को छेड़ा, तब उन्होंने अंग्रेजों को कैसे जवाब दिया, यह भी सबको मालूम है।
तेजस्वी ने कहा-
सुनील सिंह ने मांग की है कि वीर कुंवर सिंह की 80 फीट ऊंची मूर्ति बने और वह मूर्ति घोड़े पर सवार हो। हम तो कहेंगे कि जब हमारी सरकार आएगी तो 80 फीट का सिर्फ घोड़ा ही होगा।
आगे कहा कि जब लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री थे, तब आरा में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की स्थापना हुई और आरा को जोड़ने वाले पुल का नाम भी बाबू वीर कुंवर सिंह के नाम पर रखा गया।
उन्होंने सरकार से भी मांग की कि वीर कुंवर सिंह की 80 फीट ऊंची मूर्ति बने और वह मूर्ति घोड़े पर सवार हो। उन्होंने कहा कि अगर हमें मौका मिला तो हम खुद उसका उद्घाटन करेंगे।
वहीं, आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कहा, बिहार की जनता आज भी वीर कुंवर सिंह को याद करती है। तेजस्वी यादव का हम धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने व्यस्तता के बावजूद कार्यक्रम में भाग लिया। पूरा बिहार आज उनकी ओर देख रहा है।
लालू यादव के कार्यकाल को किया याद
उन्होंने आगे कहा कि लालू प्रसाद के कैबिनेट में 9-9 मंत्री हमारे समाज के हुआ करते थे। आपके पार्टी से 4 एमपी अगर एक समय में जीते थे तो तीन हमारे समाज के थे। हम और हमारा समाज हमेशा से आपके साथ रहा है। हमेशा करते हैं कि आपकी ओर से हमारे समाज को आने वाले समय में उचित सम्मान मिलेगा। आपका आज से विजय रथ आगे के लिए चालू होगा।
आयोजन समिति के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह का नाम दुश्मनों और अंग्रेज के लिए उनके दांत खट्टे करने जैसा है। 167 साल पहले जो उन्होंने लड़ाई जीती थी, आज उसी को हम लोग विजयोत्सव के रूप में मना रहे हैं। आपने देखा होगा हर एक महापुरुष की जयंती और पुण्यतिथि मनाई जाती है। लेकिन वीर कुंवर सिंह ही एक ऐसे नायक हैं। जिनका विजयोत्सव मनाया जाता है।
नई पीढ़ी को वीर कुंवर सिंह के योगदान पर चर्चा करनी चाहिए और उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए। 80 साल की उम्र में उन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और जो मिसाल पेश की, उसका अनुसरण करना हम सबका कर्तव्य है।
कार्यक्रम में मौजूद तेजस्वी यादव सहित अन्य।
राजनीति में सफर और अनुभव
तेजस्वी ने कहा, “हम पहले क्रिकेट खेलते थे। जब क्रिकेट छोड़ा तो लोग बोले राजनीति में आओ। राजनीति में हम विपरीत परिस्थितियों में आए। राघोपुर से दो बार विधायक बने और दो बार उपमुख्यमंत्री रहे। उन्होंने कहा, “हम जोड़ने का काम करते हैं, तोड़ने का नहीं। हमारी उम्र अभी 36 साल है और जब तक आवाज में दम है, राजनीति करते रहेंगे।
सरकार को पूरा कार्यकाल नहीं मिला
उन्होंने कहा कि उन्हें अब तक 5 साल तक काम करने का मौका नहीं मिला। “जब चाचा की पार्टी को बीजेपी तोड़ रही थी, तब हमने समर्थन देकर सरकार बनाई। 2020 में हमने 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था। लोग सवाल करते थे कि पैसे कहां से आएंगे? लेकिन सच्चाई यह है कि पद खाली थे, बजट में प्रावधान था। जब हम सरकार में आए तो एक दिन में 5 लाख लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया। यह देश में सबसे बड़ी नियुक्ति थी।
खेल नीति और युवाओं की चिंता
उन्होंने कहा कि 20 साल तक सरकार को खेल नीति की जरूरत तक नहीं समझ में आई। हमने आते ही खेल नीति लागू की और खिलाड़ियों को डीएसपी तक की नौकरी दी। बिहार के युवाओं को पढ़ाई के बाद भी नौकरी नहीं मिलती। हम इसे बदलना चाहते हैं।
अपराध और भ्रष्टाचार पर हमला
तेजस्वी ने कहा, “मुख्यमंत्री आवास से कुछ किलोमीटर दूर गोली चलती है, तो सरकार कहती है – 20 साल पहले क्या था? गोपालगंज में दुष्कर्म होता है, नीतीश जी के गृह जिले में अपराध होते हैं, फिर भी सरकार पुराना राग अलापती है।”
उन्होंने कहा कि आज हर जगह बिना रिश्वत के काम नहीं होता। “थाना हो, ब्लॉक हो या कोई भी दफ्तर – घूस देना जरूरी हो गया है। बालिका गृह और सृजन घोटाले जैसे मामलों पर सरकार चुप है।
मोदी सरकार पर भी निशाना
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा और कहा, “उन्होंने मोतिहारी की चीनी मिल चालू कराने की बात की थी, लेकिन 11 साल में कुछ नहीं हुआ। जबकि हमने रिगा की चीनी मिल चालू कराई। उन्होंने कहा, “जब कोई मुख्यमंत्री विदेश जाता है तो निवेश लाता है, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री जब बिहार में निवेशकों को बुलाते हैं तो मीटिंग में तक नहीं जाते।”
तेजस्वी ने कहा, “हम चाहते हैं कि बिहार विकसित राज्यों की सूची में शामिल हो। हमारे पास किसी चीज की कमी नहीं है। मैं दो मुख्यमंत्रियों का बेटा हूं, दो बार उपमुख्यमंत्री रहा हूं, दो बार नेता प्रतिपक्ष रहा हूं। बिहार एक युवा प्रदेश है। चाचा कहते हैं मोबाइल से दुनिया खत्म हो जाएगी, लेकिन हम युवाओं के साथ मिलकर नया बिहार बनाना चाहते हैं।”
उन्होंने सवाल किया, “क्या मेरे चेहरे से मैं गुंडा लगता हूं? हमने नौकरियां दी हैं, काम की बात की है। हमने कभी किसी से बदतमीजी नहीं की। हम अहिंसक लोग हैं। कोई कमी रह गई हो तो हम उसे सुधारेंगे।”
आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह और संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह की अगुवाई में बिहार के कोने-कोने से लोग जुटे। कार्यक्रम में MLC सुनील सिंह, राज्यसभा सांसद संजय यादव समेत कई जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।