वीजा मामले पर नोवाक जोकोविच को राहत, मेलबर्न कोर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार के फैसले पर लगाई रोक h3>
दुनिया के नंबर-1 सर्बिया के टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रेलिया सरकार के खिलाफ वीजा से जुड़े मामले का केस जीत लिया है। मेलबर्न कोर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई द्वारा नोवाक जोकोविच के वीजा रद्द करने के फैसले को गलत माना है। मेलबर्न की अदालत ने आदेश दिया है कि नोवाक जोकोविच का पासपोर्ट और बाकी जो भी सामान सरकार द्वारा जब्त किया गया है, उसे तुरंत वापस लौटाया जाए। जोकोविच ने अपना वीजा रद्द किए जाने को अदालत में चुनौती दी थी, जिस पर सोमवार को मेलबर्न में वर्चुअल सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने फैसला जोकोविच के पक्ष में दिया है। उनके वकीलों ने तर्क दिया कि पिछले महीने ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के कारण उन्हें कड़े टीकाकरण नियमों से मेडिकल छूट मिलनी चाहिए। कोर्ट के फैसले के बाद सर्बिया टेनिस स्टार अब ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपना खिताब बचाने उतरेंगे।
BREAKING: Judge Anthony Kelly has quashed the cancellation of Novak Djokovic’s visa – the world tennis number one will be allowed to stay in Australia and have his passport returned to him. He must be released from immigration detention immediately.
— Bridget Fitzgerald (@msbfitzgerald) January 10, 2022
दरअसरल बुधवार की शाम मेलबर्न एयरपोर्ट पहुंचन के बाद ऑस्ट्रेलिया ने उनका एंट्री वीजा रद्द कर दिया था। ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब बचाने के लिए मेडिकल छूट पाने के लिए जोकोविच इतना ज्यादा उलझ गए थे कि उन्होंने अपने वीजा पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दिया और इसी वजह से उन्हें मेलबर्न एयरपोर्ट पर इतनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
क्या है पूरा मामला
जोकोविच ने अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं ली है। पिछले वर्ष ही जोकोविच ने वैक्सीन का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि वह वैक्सीनेशन के खिलाफ हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में वैक्सीन को लेकर कड़े नियम बनाए गए हैं। जोकोविच ने अपनी मेडिकल परेशानी की हवाला देते हुए कहा था कि वो फिलहाल वैक्सीन नहीं लगवा सकते और उन्हें ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने की छूट मिल गई थी, लेकिन जोकोविच के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उनसे मेडिकल परेशानी के सबूत मांगे गए। इसके बाद उन्हें एयरपोर्ट में ही रोक लिया गया था। इसके बाद मामला कोर्ट तक जा पहुंचा। लेकिन अब कोर्ट ने उनके फेवर में फैसला सुनाया है।
दुनिया के नंबर-1 सर्बिया के टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रेलिया सरकार के खिलाफ वीजा से जुड़े मामले का केस जीत लिया है। मेलबर्न कोर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई द्वारा नोवाक जोकोविच के वीजा रद्द करने के फैसले को गलत माना है। मेलबर्न की अदालत ने आदेश दिया है कि नोवाक जोकोविच का पासपोर्ट और बाकी जो भी सामान सरकार द्वारा जब्त किया गया है, उसे तुरंत वापस लौटाया जाए। जोकोविच ने अपना वीजा रद्द किए जाने को अदालत में चुनौती दी थी, जिस पर सोमवार को मेलबर्न में वर्चुअल सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने फैसला जोकोविच के पक्ष में दिया है। उनके वकीलों ने तर्क दिया कि पिछले महीने ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के कारण उन्हें कड़े टीकाकरण नियमों से मेडिकल छूट मिलनी चाहिए। कोर्ट के फैसले के बाद सर्बिया टेनिस स्टार अब ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपना खिताब बचाने उतरेंगे।
BREAKING: Judge Anthony Kelly has quashed the cancellation of Novak Djokovic’s visa – the world tennis number one will be allowed to stay in Australia and have his passport returned to him. He must be released from immigration detention immediately.
— Bridget Fitzgerald (@msbfitzgerald) January 10, 2022
दरअसरल बुधवार की शाम मेलबर्न एयरपोर्ट पहुंचन के बाद ऑस्ट्रेलिया ने उनका एंट्री वीजा रद्द कर दिया था। ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब बचाने के लिए मेडिकल छूट पाने के लिए जोकोविच इतना ज्यादा उलझ गए थे कि उन्होंने अपने वीजा पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दिया और इसी वजह से उन्हें मेलबर्न एयरपोर्ट पर इतनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
क्या है पूरा मामला
जोकोविच ने अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं ली है। पिछले वर्ष ही जोकोविच ने वैक्सीन का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि वह वैक्सीनेशन के खिलाफ हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में वैक्सीन को लेकर कड़े नियम बनाए गए हैं। जोकोविच ने अपनी मेडिकल परेशानी की हवाला देते हुए कहा था कि वो फिलहाल वैक्सीन नहीं लगवा सकते और उन्हें ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने की छूट मिल गई थी, लेकिन जोकोविच के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उनसे मेडिकल परेशानी के सबूत मांगे गए। इसके बाद उन्हें एयरपोर्ट में ही रोक लिया गया था। इसके बाद मामला कोर्ट तक जा पहुंचा। लेकिन अब कोर्ट ने उनके फेवर में फैसला सुनाया है।